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दिल्ली में लाॅकडाउन का पालन होने से थमने लगा कोरोना का प्रकोप : अरविंद केजरीवाल

नई दिल्ली । दिल्ली में लाॅक डाउन का कड़ाई से पालन होने की वजह से कोरोना का प्रकोप अब थमने लगा है। दिल्ली सरकार द्वारा प्लाज्मा थेरेपी से किए जा रहे गंभीर मरीजों के इलाज का परिणाम भी अब और उत्साह जनक आ रहा है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में 7वें सप्ताह में 850 केस आए थे और 21 लोगों की मौत हुई थी, जबकि 8वें सप्ताह में 622 नए केस आए और 9 लोगों की मौत हुई है। 7वें सप्ताह की अपेक्षा 8वें सप्ताह में कम मरीज आए हैं। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि एलएनजेपी में कल आए एक मरीज की हालत बेहद नाजुक थी, लेकिन प्लाज्मा देने के बाद उनकी तबीयत में काफी सुधार आ रहा है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि आज सभी धर्मों के लोग अपना प्लाज्मा देकर एक-दूसरे की जान बचा रहे हैं। हिन्दू का प्लाज्मा मुसलमान और मुसलमान का प्लाज्मा हिन्दू की जान बचा रहा है। भगवान ने इंसानों को बनाते समय उनके बीच कोई दीवार व खाई नहीं पैदा की। यह सब हम लोगों ने ही पैदा किया है। अगर देश में सभी धर्मों के लोग एकजुट हो जाएं, तो पूरी दुनिया भारत के आगे झुकने को मजबूर हो जाएगी। हमें कोरोना से सबक लेना चाहिए। यदि आपके मन में किसी दूसरे धर्म के व्यक्ति के प्रति दुर्भावना आए, तो यह सोच लेना कि कल को उसका प्लाज्मा आपकी जिंदगी भी बचा सकता है।

7वें सप्ताह में 260 और 8वें सप्ताह में 580 लोग ठीक होकर घर गए- अरविंद केजरीवाल

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने डिजिटल प्रेस कांफ्रेंस कर कहा कि पिछला एक सप्ताह उसके पहले वाले सप्ताह से अच्छा गुजरा है। पिछले एक सप्ताह में, उसके पहले वाले हफ्ते से कम केस आए हैं। कम लोगों की मौत हुई और ज्यादा लोग ठीक होकर अपने घर गए हैं। कोरोना जब से शुरू हुआ, उसके 7वें सप्ताह में 850 केस आए थे। यह देख कर हम लोग एक बार के लिए घबरा गए थे। हमने स्वीकार भी किया था कि दिल्ली में कोरोना बहुत तेजी के साथ फैल रहा है। सातवें सप्ताह में 850 केस आए थे और 8वें सप्ताह में 622 केस आए हैं, जो पिछले सप्ताह से थोड़ा कम हुआ है। दुनिया भर के देशों में देखा गया है कि एक बार जब कोरोना बढ़ना शुरू हो जाता है, तो बहुत तेजी से फैलता है। हफ्ता दर हफ्ता दोगुना, चैगुना, 16 गुना बढ़ता जाता है। दिल्ली में 7वें सप्ताह में 21 लोगों की मौत हुई थी और पिछले सप्ताह (8वें सप्ताह) में 9 लोगों की मौत हुई। हमारा मकसद है कि एक भी व्यक्ति की मौत नहीं होनी चाहिए। 7वें सप्ताह में 260 लोग ठीक होकर घर गए थे। 8वें सप्ताह में 580 लोग ठीक होकर अपने घर गए थे। एक तरह से दोगुना से अधिक लोग ठीक होकर अपने घर गए थे। अगर हम यह देखें कि जितने लोग बीमार होकर अस्पताल में आए और जितने लोग ठीक होकर गए, तो एक तरह से कुल 566 लोग पिछले से पिछले सप्ताह (7वें) अस्पतालों में आए और पिछले सप्ताह (8वें) में केवल कुल 34 लोग आए थे। एक तरह से पिछला सप्ताह अच्छा रहा। हम सब लोग बड़ी कठिनाई के साथ लाॅक डाउन का पालन कर रहे हैं। इसी तरह हम लाॅक डाउन का पालन करते रहे, तो हमें उम्मीद है कि शीघ्र ही इस बीमारी से हम सभी निजात पा सकते हैं।

केंद्र सरकार के आदेशानुसार आवासीय क्षेत्र की एक-दो या अकेली दुकानें खुलेंगी, लेकिन कंटेन्मेंट जोन में कोई ढील नहीं – अरविंद केजरीवाल

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि पिछले सप्ताह रविवार को हमने बताया था कि अभी लाॅक डाउन पूर्व की तरह जारी रहेगा। कोई रियायत नहीं दी जाएगी। इस पर 27 अप्रैल को हम लोग फैसला लेंगे कि इसमें कोई रियायत देनी है या नहीं देनी है। इसमें आज दिल्ली सरकार की तरफ से एक ही रियायत दी जा रही है। परसों रात को केंद्र सरकार ने कुछ तरह की दुकानें खोलने का फैसला लिया है। केंद्र सरकार के उस आदेश को हम दिल्ली में भी लागू कर रहे हैं। केंद्र सरकार का आदेश यह है कि जो आवश्यक वस्तुओं दवाई, किराना, खाने-पीने, फल, दूध आदि की सेवाएं हैं, वह पूर्व की तरह जारी रहेंगी। इसकी दुकानें पूर्व की तरह खुली रहेंगी और वस्तुओं की आपूर्ति होती रहेगी। इसके अलावा, कोई मार्केट, शाॅपिंग माॅल व काॅम्प्लेक्स नहीं खुलेंगे। लेकिन आवासीय क्षेत्र में जो एक-दो दुकानें होती है या अकेले में जो दुकानें होती हैं, ऐसी दुकानों को खोलने की इजाजत केंद्र सरकार ने दी है। लिहाजा, ऐसी दुकानें दिल्ली में भी खोली जाएंगी। वहीं, कंटेन्मेंट एरिया में ऐसी एक-दो दुकानें भी नहीं खुलेंगी। कंटेन्मेंट एरिया वह एरिया है, जहां कोरोना के ज्यादा केस मिले हैं और उन्हें सरकार ने सील किया है। उन एरिया में किसी तरह की कोई भी दुकान खोलने की इजाजत नहीं रहेगी। केंद्र सरकार के इस आदेश के अलावा अगले एक सप्ताह यानि 3 मई तक हम कोई भी दुकान खोलने की इजाजत नहीं दे रहे हैं। अगले 3 मई तक इसी तरह यथावत पाबंदिया जारी रहेंगी। यह हमारे लिए बहुत कठिनाई का समय है। हम सभी ने बहुत कठिनाई करके कोरोना पर काबू पाया है। हमें इसी जारी रखना है और किसी भी तरह से कोरोना को और बढ़ने नहीं देना है।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि तीन मई 2020 तक प्रधानमंत्री जी ने पूरे देश में लाॅक डाउन का ऐलान किया है। तीन मई के बाद केंद्र सरकार इस पर क्या निर्णय लेती है, उस पर निर्भर करेगा कि इसको हम आगे कैसे ले जाते हैं। केंद्र सरकार के निर्णय के बाद दिल्ली सरकार अपनी आगे की दिशा तय करेगी।

प्लाज्मा थेरेपी के परिणाम अच्छे आ रहे, इससे हमारा उत्साह बढ़ा- अरविंद केजरीवाल

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि एक अच्छी खबर है कि प्लाज्मा के परिणाम अच्छे आ रहे हैं। प्लाज्मा के अब तक किए गए परीक्षण के नतीजे काफी अच्छे आ रहे हैं। एक-एक मरीज के उपर मैं खुद नजर रख रहा हूं। एलएनजेपी में कल एक मरीज थे, जिनकी हालत काफी नाजुक थी। डाॅक्टरों के मुताबिक, वो सिंक करते जा रहे थे। उनको प्लाज्मा दिया गया और उनकी तबीयत में आज सुबह तक काफी अच्छा सुधार हुआ है। उसे देख कर प्लाज्मा थेरेपी को लेकर हमारा उत्साह बढ़ा है कि इससे मरीज ठीक हो सकते हैं। अभी वह आईसीयू में हैं। हमारी कोशिश है कि प्लाज्मा दिए गए किसी भी मरीज की मौत न हो। किसी की भी मौत होती है, तो हमें बहुत दुख होता है। हमारे डाॅक्टर्स पूरी कोशिश करते हैं, उनकी जान बचाने की। हमारी कोशिश है कि किसी व्यक्ति की मौत नहीं होनी चाहिए। मैं एक-एक व्यक्ति की खबर रख रहा हूं।

भगवान ने सभी को एक जैसा बनाया है, फिर धर्म की दीवारें हम लोगों ने आपस में क्यों पैदा की- अरविंद केजरीवाल

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि अस्पतालों से ठीक होकर जो मरीज घर जा रहे हैं, उन मरीजों से प्लाज्मा डोनेट करने की अपील की जा रही है। ऐसे एक-एक मरीज से मैं और मेरी टीम बात कर रही है और हम उन्हें प्रात्साहन देते हैं। मुझे खुशी है कि हर धर्म के लोग आगे आकर एक-दूसर की जान बचाना चाहते हैं। चाहे वह किसी भी धर्म के हों। उनमें एक जज्बा है कि मेरी जान बची, अब मैं किस तरह से दूसरों की जान बचा सकता हूं। जब हम पिछले कई दिनों से लोगों को अपना ब्लड/प्लाज्मा डोनेट करने के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं। इसे लेकर मेरे मन में एक विचार आ रहा है। मान लीजिए कल को कोई गंभीर मरीज अस्प्ताल में आता है और वह हिन्दू हैं, तो हो सकता है कि मुसलमान का प्लाज्मा उसकी जान बचाए। इसी तरह, मान लीजिए कोई मरीज मुसलमान है और वह काफी गंभीर है। किसी हिन्दू का प्लाज्मा उसकी जान बचा दे। उन्होंने कहा कि भगवान ने जब धरती बनाई थी, तो उसने तो सिर्फ इंसान बनाई थी। हर इंसान की दो आंखें हैं। एक जैसा शरीर है। लाल रंग का खून है। उसमें एक किस्म का प्लाज्मा है। भगवान ने तो हमारे बीच में कोई दीवार पैदा नहीं की। भगवान ने तो हमारे बीच में किसी धर्म को पैदा नहीं की। हमारे बीच में कोई खाई पैदा नहीं की है। यह सब हम लोगों ने ही की है। कोरोना होता है, तो सबको होता है। कोरोना हिन्दू को भी होता है और मुसलमान को भी होता है। आपके शरीर का प्लाज्मा जब बचाता है, तो वह हिन्दू और मुसलमान दोनों का प्लाज्मा जान बचाता है। हिन्दू का प्लाज्मा मुसलमान और मुसलमान का प्लाज्मा हिन्दू को भी बचाता है। तो फिर यह दीवारें हम लोगों ने आपस में क्यों पैदा की हुई है। कम से कम कोरोना की बीमारी से हम सीख तो ले सकते हैं। अगर हमारे देश के हिन्दू, मुसलमान, सिख, इसाई, बौध, हम सब लोग एक साथ काम करेंगे, प्यार और मोहब्बत से काम करेंगे, तो इस देश को कोई नहीं हरा सकता है। हमारा देश इतना अच्छा है कि इस देश के सामने पूरी दुनिया को झुकना पड़ेगा। अगर हम बंट गए और आपस में लड़ते रहे, तो मुझे लगता है कि कोई उम्मीद नहीं बचती है। कोरोना से हमें सबक लेना चाहिए। अगर आपके मन में किसी दूसरे धर्म के व्यक्ति के प्रति दुर्भावना आती है, तो यह सोच लेना कि कल को उसका प्लाज्मा आपके काम आए और आपनी जिंदगी बचाए।

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