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एम्स प्रशासन के खिलाफ नर्सिंग यूनियन का प्रदर्शन जारी, ड्यूटी को छह से घटाकर चार घंटे करने की मांग

नई दिल्ली। एम्स नर्सिंग यूनियन का अस्पताल प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन बुधवार को भी जारी रहा। स्वास्थ्य कर्मचारी ड्यूटी छह से घटाकर चार घंटे करने की मांग कर रहे हैं, ताकि पीपीई किट पहने रहने में उन्हें कोई परेशानी नहीं हो। 
कर्मचारियों ने एम्स के निदेशक रणदीप गुलेरिया के नाम एक पत्र भी लिखा है जिसमें उन्होंने कई मांगें रखी हैं। कर्मचारियों का कहना है कि उनकी ड्यूटी छह के बदले चार घंटे की जाए। साथ ही रोटेशन पॉलिसी के तहत उनकी ड्यूटी लगाई जाए। 
यूनियन के अध्यक्ष हरीश काजला ने बताया कि कोविड-19 वार्ड में स्वास्थ्य कर्मचारी पीपीई किट पहनकर लगातार छह घंटे से आठ घंटे तक काम कर रहे हैं। इससे कई कर्मचारियों की सेहत खराब हो गई है, खासतौर पर महिला कर्मियों की। कई कर्मचारियों के वजन भी कम हो गए हैं। 
काजला ने कहा कि पीपीई किट पहनने के बाद महिलाओं को कई तरह की दुश्वारियों का सामना करना पड़ता है। उन्होंने कहा कि इस वजह से कर्मचारियों की सेहत पर विपरीत असर पड़ रहा है। कोरोना पीड़ितों की सेवा के कारण कई स्वास्थ्य कर्मी पॉजिटिव भी हो चुके हैं। काजला ने कहा कि मांगें नहीं माने जाने तक प्रदर्शन जारी रहेगा। 

कई कर्मचारी कोरोना की चपेट में: शर्मा
एम्स के मेडिकल सुपरिंटेंडेंट डॉक्टर डीके शर्मा ने कहा कि स्वास्थ्य कर्मी फरवरी से कोरोना पीड़ितों के संपर्क में रहे हैं। इनमें से कई कोराना की चपेट में आ चुके थे। इनमें से कई ठीक होने के बाद ड्यूटी भी ज्वाइन कर चुके हैं। 
उन्होंने कहा कि कोरोना की चपेट में आकर एक इलेक्ट्रिशियन की बीते रविवार को मौत हो गई, जबकि एक सैनिटेशन सुपरवाइजर और एक मेस वर्कर की बीते हफ्ते मौत हो चुकी है। (साभार: हिन्दुस्तान लाइव)

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