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श्रद्धेय पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी ने एकात्म मानववाद का पथ प्रशस्त किया : सरोज पांडे

नई दिल्ली । आधुनिक भारत के मूर्धन्य विचारक की पावन स्मृति, एकात्म मानववाद और अंत्योदय दर्शन के प्रणेता, जनसंघ के संस्थापक सदस्य एवं पथ प्रदर्शक श्रद्धेय पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी की जयंती पर आज राष्ट्रीय महामंत्री सुश्री सरोज पांडे, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व दिल्ली प्रभारी श्याम जाजू, केंद्रीय मंत्री डॉ हर्षवर्धन, दिल्ली विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी, सांसद प्रवेश साहिब सिंह, प्रदेश संगठन महामंत्री श्री सिद्धार्थन, प्रदेश महामंत्री राजेश भाटिया सहित दिल्ली भाजपा के वरिष्ठ नेताओं ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय पार्क स्थित श्रद्धैय पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें नमन किया।
पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी को नमन करते हुए सुश्री सरोज पांडे ने कहा कि 25 सितम्बर का यह दिन भारतीय जनता पार्टी कार्यकर्ताओं के लिए बहुमूल्य है क्योंकि आज एक ऐसे विराट व्यक्तित्व की जयंती है जो हम सभी लोगों के लिए प्रेरणा स्रोत हैं और पथ प्रदर्शक हैं। श्रद्धैय पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी के विराट व्यक्तित्व का सबसे बड़ा उदाहरण है कि आज हम उन्हें मनन करते हैं, उनके विषय पर चिंतन करते हैं उन्हें पढ़ना चाहते हैं, उनके विषय के बारे में सुनना चाहते हैं। उनका बाल्यकाल बहुत अच्छा नहीं था, 3 वर्ष की आयु के थे जब उनके पिता का देहांत हो गया और 7 वर्ष की आयु के थे तो माता का देहांत हो गया, जब वह अपने नाना के पास पहुंचे तो कुछ वर्षों के बाद नाना का भी देहांत हो गया। उनका पालन पोषण उनकी मामा ने किया। जब व्यक्ति अभाव में पलता है तो उस दर्द को महसूस करता है। हम पूरे जीवन अनुभव लेने की कोशिश करते हैं और जब निर्णय का समय आता है अगर व्यक्ति को अनुभव नहीं है तो उसका निर्णय अनुचित होगा। निम्न मध्यम वर्गीय परिवार जिस तरह से रोजी रोटी के लिए संघर्ष करते है उसे श्रद्धैय पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी ने करीब से देखा था और अनुभव किया था।
सुश्री पांडे ने कहा कि एकात्म मानववाद जिसे हम सब पढ़ते हैं, हमने समाजवाद सुना, पूंजीवाद सुना लेकिन भारतीय दर्शन का एकात्म मानववाद वह रूप है जो हमारी संस्कृति से निकला है और संस्कृति को पोषित और पल्लवित करता है। श्रद्धेय पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी ने एकात्म मानववाद का पथ प्रशस्त किया जो आज भी लोगों के बीच उतनी ही प्रासंगिक है, क्योंकि उन्होंने दूर तक का सोचा था। एकात्म मानववाद भारतीय संस्कृति से ओतप्रोत है, मनुष्य को समूचय मानकर, हर विषय को समग्रता और संतुलित कर एकात्म मानववाद में समाहित किया गया है।
श्याम जाजू ने कहा कि जिस कार्यकाल में श्रद्धेय पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी ने पार्टी के दायित्व का निर्वहन किया, पार्टी को पूरे देश में बढ़ाया और जिस दृष्टि के साथ काम किया, उस समय लोगों ने उनका उपहास उड़ाया, भारतीय जनता पार्टी को प्रशासन का मौका नहीं मिलता था। लेकिन हम देख रहे हैं कि श्रृद्धेय पंडित दीनदयाल जी का विजन आज के परिदृश्य में भी चरितार्थ है, माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के हर कदम में अंत्योदय की कल्पना झलकती है। हमें जनता ने जब काम करने का अवसर दिया तब हमने उनके विजन को लागू करके दिखाया। श्रम कानून में बदलाव हो, या कृषि विधेयक के माध्यम से किसानों को टेक्नोलॉजी से जोड़ना, नई शिक्षा नीति में बदलाव, आयुष्मान भारत योजना के जरिए गरीब, वंचित वर्ग के लोगों को इलाज में 5 लाख रुपए तक की राहत देने का काम, रेहड़ी पटरी वालों को बिना किसी ब्याज के 10,000 तक का लोन, कोरोना संकट के कारण नवंबर तक गरीबों को मुफ्त राशन देने का काम मोदी सरकार के कार्यकाल से हुआ है, जिसके जरिए समाज के अंतिम पायदान पर बैठे व्यक्ति तक लाभ पहुंचे। भारतीय जनता पार्टी ने अपने कार्यकाल में श्रृद्धैय पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी के विजन को सिद्ध किया है।
प्रदेश महामंत्री राजेश भाटिया ने बताया कि इस अवसर पर दिल्ली के लगभग 13000 से भी ज्यादा बूथों पर पुष्पांजलि कार्यक्रम का आयोजन किया गया जहां भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं ने श्रद्धेय पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी के चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें नमन किया और माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के संबोधन को लाइव प्रसारण के माध्यम से सुना। उन्होंने बताया कि भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व दिल्ली प्रभारी श्याम जाजू ने मयूर विहार जिला स्थित भाजपा कार्यालय, दिल्ली भाजपा अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने अपने निवास स्थान, प्रदेश संगठन महामंत्री श्री सिद्धार्थन सहित प्रदेश पदाधिकारियों ने प्रदेश कार्यालय, वरिष्ठ नेता प्रोफेसर विजय कुमार मल्होत्रा ने रकाबगंज गुरुद्वारा से माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उद्बोधन को सुना।

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