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हाथरस में दलित लड़की की हत्या के विषय में राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग में शिकायत दर्ज करवाई

नई दिल्ली। विधिक एवम् मानवाधिकार विभाग दिल्ली प्रदेश कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल ने विभाग चैयरमैन एडवोकेट सुनील कुमार के नेतृत्व में हाथरस में दलित लड़की की हत्या और सामूहिक बलात्कार के जघन्य कृत्य के विषय में राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग में शिकायत दर्ज करवाई।
अपनी शिकायत में एडवोकेट सुनील कुमार ने कहा कि नैशनल क्राइम ब्यूरो की रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2014 से वर्ष 2018 के बीच उत्तर प्रदेश में दलित समुदाय के विरूद्ध होने वाले अपराधों में 47 फीसदी कि वृद्धि हुई है। आज सम्पूर्ण भारत में सबसे अधिक दलित उत्पीडन के मामले उत्तर प्रदेश से आ रहे हैं लेकिन प्रदेश सरकार इस विषय में कोई भी कदम ना उठा अपराधियों को संरक्षण प्रदान कर रही है।
आज उत्तर प्रदेश में चारों तरफ अराजकता का माहौल है। दलित लड़की के साथ जो अपराध किया गया है वो हर एक व्यक्ति के रोंगटे खड़े करने वाला है और दिल्ली के निर्भया कांड की पुनरावृत्ति जैसा वाकया है। इस घटना को लेकर योगी सरकार कितनी संवेदनशील है इस बात का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि आज भी पीड़ित परिवार को अभियुक्तों की तरफ से धमकियां मिल रही हैं, वो डर के साए में जी रहे हैं और योगी सरकार उनको सुरक्षा और न्याय मुहैया कराने की बजाए चोरों की भांति पीड़ित का अंतिम संस्कार पीड़ित परिवार को बिना बताऐ सभी रीति रिवाजों को दरकिनार कर रात्रि को तीन बजे जबरदस्ती कर देती है। यह घटना क्रम अपने आप में दर्शाता है कि योगी सरकार पूर्ण रूप से दलित विरोधी है और संविधान के अनुसार कार्य नहीं कर रही है।
अपनी शिकायत में एडवोकेट सुनील कुमार ने राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग से गुहार लगाई की पीड़ित परिवार को उचित सुरक्षा मुहैया करवाई जाए, अपराधियों के मामले का विचरण फास्ट ट्रैक कोर्ट को सौंप अतिशीघ्र उन्हें सजा दी जाए, पीड़ित परिवार को उचित मुआवजा राशि दी जाए और सरकार द्वारा दलित समुदाय के विरूद्ध होने वाले अपराधों की रोकथाम के लिए दिशानिर्देश जारी कर एसआईटी का गठन किया जाए। जिससे कि अपराधियों के मन में कानून व्यवस्था का खौफ पैदा हो और भविष्य में इस प्रकार के अमानवीय कृत्यों की पुनरावृति न हो सके ।
इस अवसर पर विभाग के पदाधिकारी एडवोकेट विकास यादव, एडवोकेट साजिद अली चौधरी, एडवोकेट कौशल यादव, एडवोकेट रईस अहमद फारूकी, एडवोकेट अनवर सैयद, एडवोकेट रणजीत कुमार, एडवोकेट रजनीश भास्कर, एडवोकेट असद मिर्ज़ा, एडवोकेट आनंद कुमार, डॉक्टर अनीत सिंह और अर्जुन पुरी आदि उपस्थित रहे।

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