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दिल्ली पुलिस से डी.टी.सी. बसों की वापसी केजरीवाल की अराजकतावादी मानसिकता को दर्शाता है : मीनाक्षी लेखी

नई दिल्ली । सांसद मीनाक्षी लेखी ने केजरीवाल सरकार द्वारा दिल्ली में सुरक्षा व्यवस्था में लगी बसों को वापस लेने के फैसले की कड़ी आलोचना करते हुए कहा कि ‘संघ क्षेत्र दिल्ली’ सरकार का यह फैसला देश के संघीय ढांचे के साथ खिलवाड़ है। प्रेस वार्ता के दौरान प्रदेश भाजपा मीडिया प्रमुख नवीन कुमार भी उपस्थित थे।

मीनाक्षी लेखी ने कहा कि केजरीवाल सरकार का यह फैसला समाजिक और आर्थिक ढांचे पर न केवल चोट पहुंचाने वाला है बल्कि राष्ट्र और समाज विरोधी ताकतों को बढ़ावा देने वाला है। किसान आंदोलन के दौरान जिस तरह की हिंसा हुई, उसे देखते हुए केजरीवाल सरकार का फर्ज था कि वह दिल्ली पुलिस के साथ हुए बस समझौते को पूरा करती। ऐसा न करके केजरीवाल देश विरोधी ताकतों के हाथों मे खेल रहे हैं। उन्होंने कहा कि केजरीवाल के इस फैसले में उनकी पंजाब में राजनीतिक विस्तार की मंशा काम कर रही है। सरकार का यह फैसला अराजकता को बढ़ावा देने वाला है जिससे किसी का हित नहीं होगा।

मीनाक्षी लेखी ने कहा कि राघव चढ्ढ़ा से लेकर आतिशि मार्लेना तक दिल्ली की सीमाओं पर विरोध कर रहे आराजक तत्वों को पानी के टैंक पहुंचा रहे हैं तो दूसरी तरफ दिल्ली की पुलिस के साथ न देकर पंजाब के चुनाव में व्यस्त हैं। राजनीति में इतने हद तक कोई गिर सकता है, ऐसा कभी सोचा नहीं था। देश को तोड़ना इनका एकमात्र उद्देश्य है और केजरीवाल आज यही कर रहे हैं। किसानों और केंद्र के बीच संवाद को सुविधाजनक बनाने की बजाय, वे कानून-व्यवस्था में व्यवधान को सुनिश्चित कर रहे हैं और साथ ही दिल्ली में अराजकता फैला रहे हैं। उन्होंने केजरीवाल सरकार से सवाल किया कि आखिर लाल किले पर झंडा फहराने वालों की मदद कर दिल्ली सरकार क्या साबित करना चाहती है? इनका उद्देश्य सिर्फ दिल्ली की संवैधानिक व्यवस्था को बिगाड़ना है और कुछ नहीं।

 

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