भाजपा के फैसले से अभीभूत है मण्डी का व्यापारी वर्ग
नगर संवाददाता
नई दिल्ली। दिल्ली प्रदेश भाजपा संगठन में नयी नियुक्तियों में प्रवक्ता के रूप में दिल्ली की मण्डियों में सर्व मान्य व्यापारी नेता राजकुमार भाटिया का नाम आने से व्यापारी अभिभूत है। व्यापारी मुद्दों पर श्री भाटिया मण्डियों के मुखर वक्ता है एवं लम्बे समय से कृशि विपणन व्यापार से सम्बद्ध है। आजादपुर मण्ड़ी में उनके अभिनंदन समारोह में समूचा व्यापारी वर्ग उन्हें आर्शिवाद देने उमड़ पड़ा। यूं तो व्यापारी वर्ग अलग अलग राजनैतिक धड़ों से सम्बद्ध रहते है परन्तु श्री भाटिया के मामले में सभी व्यापारी नेताओं में राजनैतिक सीमाओं को दरकिनार कर अपने प्रिय नेता का अभिनंदन किया। आज आजादपुर मण्ड़ी में मौसमी मर्चेन्टस् ऐसोसिएशन एवं ऐप्पल मर्चेन्टस् ऐसोसिएसन द्वारा श्री भाटिया के भव्य अभिनंदन समारोह में बोलते हुये चैम्बर ऑफ आजादपुर ट्रेडर्स के अध्यक्ष मेठाराम कृपलानी ने कहा कि राजकुमार भाटिया बहुमुखी प्रतिभा के धनी है और मण्ड़ी की घरोहर हैं। एग्री. मार्केटिंग बोर्ड एवं मण्डियों के चुनाव में अपनी भूमिका निभाते हुये वह हम सभी के अगुआ है। हमें विश्वास है वह अपने नये दायित्व में सफल रहेंगे। उन्होंने भाजपा के शीर्ष नेतृत्व का आभार प्रकट किया एवं कहा कि मण्डी का हीरा अब भाजपा की मुखर आवाज बनेगी। राजकुमार भाटिया प्रेस एवं मीडिया में जाना माना नाम है एवं यदाकदा स्वयं भी लिखते रहते है। मंहगाई, कृषि सुधारों एवं स्वदेशी मुद्दों पर टी.वी. चैनलों में उनकी सशक्त उपस्थिति सदैव दिखती रही है। वह देशभर के किसानों और मण्ड़ी व्यापारीयों के बीच खासे लोकप्रिय है। उनके सामाजिक कार्य रोटी बैंक की स्थापना से आजादपुर मण्ड़ी का नाम पूरे देश में रोशन हुआ है। भारत के प्रधानमंत्री मन की बात में इसका जिक्र भी कर चुके है। स.अमरजीत सिंह आनंद एवं अमरनाथ जग्गी ने अपनी खुशी का इजहार करते हुये कहा मण्ड़ी को राजकुमार भाटिया की उपलब्धियों पर गर्व है। राजनैतिक सूझबूझ और विनम्र स्वाभाव उनके मार्ग को प्रशस्त करेगी हम मण्डी व्यापारी मनोज तिवारी को आभार प्रकट करते है। मण्डी का मजदूर और कमेरा वर्ग अपने राजू भईया की नई नियुक्ति से खासे उत्साहित है। राजकुमार भाटिया ने विश्वास दिलाया कि वह कहीं भी कार्य करें कोई सा दायित्व रहे उनकी पहचान में दिल्ली की मण्डियों का नाम अवश्य जुड़ेगा। अभिनंदन समारोह में अनेक व्यापारी प्रतिनिधि, स्थानीय निगम पार्षद एवं मजदूर वर्ग शामिल रहा।