आइपेक्स भवन में काव्य परम्परा की 94 वीं प्रस्तुति सम्पन्न
90 millionen anlegen नगर संवाददाता
नई दिल्ली। आइपेक्स भवन में प्रत्येक माह अनवरत आयोजित काव्य परम्परा की 94 वी प्रस्तुति सफल सम्पन्न हुई। मां सरस्वती के समक्ष अतिथि कवियों द्वारा दीप प्रज्ज्वलन महामंत्री प्रमोद अग्रवाल, चेयरमैन सुशील गोयल एवं संयोजक आशु गुप्ता द्वारा सम्पन्न किया गया और पुष्प गुच्छ से मंचासीन अतिथि कवियों का सम्मान किया गया।
गोष्टी सुप्रसिद्ध कवि हृदय, आलोचक एवं अनुवादक स्व विष्णु खरे को सादर समर्पित रही। प्रमोद अग्रवाल ने उनके जीवन एवं काव्य यात्रा से सदन को परिचय कराया।
सर्वप्रथम गोष्टी में शिकोहाबाद से आमंत्रित कवि प्रशांत उपाध्याय ने अपनी भाषा शैली एवं मर्मस्पर्शी व्यंगों से सभी को अभिभूत किया।
अब हर रोज एक अभिमन्यु पैदा हो जाता है
लेकिन वह मां के पेट से
चक्रव्यूह तोडऩे की नहीं
बल्कि चक्रव्यूह रचने की कला सीख के आता है।
गुरुग्राम से पधारे कवि विमलेन्दु सागर ने अपने अंदाज में अनेक शेर और मुक्तक प्रस्तुत किये तथा उपस्थित काव्य प्रेमियों का दिल जीता :-
दूर अपने गगन से सितारा न हो
कोई तड़पे हमें ये गंवारा न हो
आओ इक दूसरे का सहारा बने
इस जहां में कोई बेसहारा न हो।
राष्ट्रगान से सम्पन्न हुई गोष्टी में क्षेत्र के वेद प्रकाश, मदन खत्री, एम पी गर्ग, राजीव गुप्ता आदि अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।