मीनाक्षी लेखी ने चुनावी प्रचार हेतु दिल्ली मेट्रो में यात्रा की
dating i hol Bungoma नई दिल्ली । नई दिल्ली की भाजपा प्रत्याशी श्रीमती मीनाक्षी लेखी आज दिल्ली मेट्रो के यात्रियों के साथ बातचीत करते हुये कहा कि मेट्रो के प्रस्तावित चौथे के निर्माण से पूरी दिल्ली में यातायात की व्यवस्था में बहुत सुधार होगा। श्रीमति लेखी जी पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का धन्यवाद दिया जिनके कारण दिल्ली मेट्रो परियोजना दिल्लीवासियों को प्राप्त हुई । दिल्ली मेट्रो के सकुशल संचालन के चलते पिछले वर्षों में सड़कों पर भीड़ को कम हुई , राजधानी की समग्र कनेक्टिविटी में सुधार हुआ और दिल्ली भर में प्रदूषण के स्तर में कमी आई ।
मीनाक्षी लेखी ने अपने चुनावी प्रचारका आरंभ लोधी रोड से किया । उन्होंने मालवीय नगर, पूर्वी पटेल नगर, इंद्रपुरी, बलजीत नगर और राजेंद्र नगर सहित नई दिल्ली लोकसभा क्षेत्र के अन्य मुख क्षेत्रों का दौरा किया। दिन का मुख्य आकर्षण दिल्ली मेट्रो में उनकी सवारी थी जहां उन्होंने अपने यात्रियों के साथ खासा बातचीत की । उन्होंने शाम ४ बजे एम्स से मेटरो पर यात्रा प्रारंभ की और उसके उपरांत राजीव चैक पर मेट्रो लाइन बदलने के बाद पटेल नगर मेट्रो स्टेशन पहुंची। बीजेपी समर्थकों और मैट्रो में यातायात कर रहे लोगों ने उनका पूरे जोश से समर्थन किया। पूरी यात्रा के दौरान मीनाक्षी लेखी जी ने मैट्रो में यात्रा कर रहे यात्रियों से बातचीत की । हर उम्र, पृष्ठभूमि और लिंग के लोगों ने मीनाक्षी जी से बातचीत करने में रुचि दिखाई और उनके साथ सेल्फी ली। संयुक्त राष्ट्र द्वारा बुधवार को पाकिस्तान स्थित जैश-ए-मोहम्मद प्रमुख अजहर को एक वैश्विक आतंकवादी घोषित किया गया ।
श्रीमती लेखी ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल की चुप्पी पर सवाल उठाया और उनसे इस मुद्दे पर अपना विचार साझा करने को कहा। उन्होंने आगे कहा कि अगर गांधी और केजरीवाल के पास गलत सूचना फैलाने का समय है तो वह उपक्रमों के मुद्दों पर टिप्पणी करने से क्यों बचते हैं ।
श्रीमती लेखी ने पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में जैश- ए- महोम्मद प्रमुख को वैश्विक आतंकवादी घोशित किए जाने में मोदी जी की सफल कूटनीति को कारण बताया । उन्होंने कहा कि चूंकि आतंकवाद को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जा सकता, अजहर का पदनाम महत्वपूर्ण था। लेखी जी ने कहा के मोदी जी के विशेष नेतृत्व एवं कुशल कूटनैतिक नीतियों के कारण ही यह सब हो पाया है ।