स्थानीय

दिल्ली हिन्दी साहित्य सम्मेलन द्वारा ‘काव्य गोष्ठी’ का आयोजन

नई दिल्ली। दिल्ली हिन्दी साहित्य सम्मेलन द्वारा ‘काव्य गोष्ठी’ का आयोजन किया गया। जिसमें अनेक कवि, साहित्यकार एवं पत्रकार उपस्थित हुए। काव्य गोष्ठी में दिल्ली हिन्दी साहित्य सम्मेलन के अध्यक्ष एवं पूर्व महापौर महेश चन्द्र शर्मा एवं महामंत्री श्रीमती इन्दिरा मोहन ने सदस्यों के समक्ष निम्नलिखित प्रस्ताव रखा। जिसका सर्वसम्मति से सभी सदस्यों ने अनुमोदन किया:-
1. भारत सरकार एवं माननीय प्रधानमंत्री, भारत से अनुरोध किया जाएं कि वह हिन्दी को राष्ट्रभाषा घोषित करें। साथ अन्य भारतीय भाषाओं (प्रादेशिक भाषाओं) का अध्ययन एवं प्रचार-प्रसार किया जाए। ताकि हिन्दी के साथ अन्य भारतीय भाषाएं भी भारत के विकास में अपना महत्वपूर्ण योगदान दे सकें।
2. यह वर्ष महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के रूप में मनाया जा रहा है। सम्मेलन द्वारा गांधी जयंती के आस-पास ‘हिन्दी कुम्भÓ का आयोजन किया जाए।
3. सम्मेलन द्वारा 7 अगस्त, 2019 को तुलसी जयंती का आयोजन किया जाए।
इस अवसर पर अनेक गणमान्य व्यक्तियों के साथ अरूण बर्मन, सुरेश चन्द्र दुबे, गजेन्द्र सोलंकी, आचार्य रामदत्त मिश्र अनमोल, देशपाल सिंह राठौर, श्रीमती शीला सक्सेना, दीपक गोस्वामी, गोविन्द सिंह पंवार, श्रीमती ममगांई ढौंडियाल आदि उपस्थित थे।

Translate »