national news – Apni Dilli http://apnidilli.com Hindi News Paper Wed, 13 Apr 2022 12:55:14 +0000 en-US hourly 1 https://wordpress.org/?v=6.4.4 http://apnidilli.com/wp-content/uploads/2023/09/cropped-logo-1-32x32.jpg national news – Apni Dilli http://apnidilli.com 32 32 बाबा साहेब अम्बेडकर जयंती http://apnidilli.com/18360/ Wed, 13 Apr 2022 12:55:14 +0000 http://apnidilli.com/?p=18360 *किसी पर्व से कम नहीं, बाबा भीमराव का जन्मदिन*
*लाए बाबा ही समानता समाज में,हथियारों के बिन*
अम्बेडकर जयन्ती को  भीम जयन्ती और डाॅ. भीमराव अंबेडकर जयंती के नाम से भी जाना जाता है। डॉ. बाबा साहेब अम्बेडकर का जन्म दिन प्रत्येक वर्ष  14 अप्रैल को बिल्कुल त्योहार के जैसे ही समूचे भारत में मनाया जाता है। न केवल भारत, अपितु पूरी दुनिया भर में सभी लोग और विशेष रूप से दलित , आदिवासी , श्रमिक, आर्थिक रूप से अक्षम और बौद्ध धर्म के अनुयायी तो अंबेडकर जयंती को अपने खास अंदाज़ में मनाते हैं।2020 में कोरोना महामारी के चलते यह पर्व ऑफलाइन मोड में नहीं मनाया जा सका,इस वजह से उस वर्ष लोगों ने पहली बार अंबेडकर जयंती को ऑनलाइन माध्यम से मनाया था।
अंबेडकर जयंती के दिन देशभर के लोग बाबा भीमराव अंबेडकर जी को श्रद्धांजलि देकर श्रद्धा सुमन अर्पित करते हैं और उनके बताए मार्ग पर चलने के लिए संकल्प लेते हैं।ऐसा करकर वे बाबा भीमराव अंबेडकर के प्रति अपना धन्यवाद ज्ञापित करते हैं। गरीबों मजदूरों मुफलिसों और कमजोर वर्ग के लोगों के लिए बाबा भीमराव अंबेडकर ने जितने प्रयास किए, जितने काम किए, उतना शायद ही किसी और ने गरीबों के उत्थान के लिए किया हो ।इसलिए अधिकतर लोग विशेष रूप से आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लोग बाबा भीमराव अंबेडकर की जयंती को इस त्यौहार से कब नहीं मानते और इस पर्व को बड़ी ही धूमधाम से मनाते हैं वे साल भर इस दिन का इंतजार करते हैं।
बाबा भीमराव अम्बेडकर जी का जीवन अति संघर्षपूर्ण रहा उन्होंने जीवन पर्यंत महिलाओं कमजोर और पिछड़े लोगों को समाज में उठाने का कार्य किया और भारत के संविधान निर्माण में अपना अभूतपूर्व योगदान भी दिया बाबासाहेब आंबेडकर को भारत रत्न की उपाधि से भी सम्मानित किया गया उनके योगदान को सराहना शायद हम में से किसी की भी कल्पना से परे है। उनके योगदान के बदले उन्हें वापस कुछ लौटाया जा ही नहीं सकता। कहने का तात्पर्य यह है कि उन्होंने देश और समाज के उत्थान के लिए जितने कार्य किए उन कार्यों की एवज में जितना उन्हें सराहा जाए उनकी जितनी तारीफ की जाए कम ही होगी।
अंबेडकर जयंती को समानता दिवस के रूप में भी मनाया जाता है इसको इस दिवस के रूप में मनाए जाने के पीछे तर्क यह है कि बाबासाहेब चाहते थे कि समाज का प्रत्येक वर्ग समाज में पूरे सम्मान के साथ रहे किसी के साथ भेदभाव पूर्ण व्यवहार ना किया जाए विशेष रूप से महिलाओं और आर्थिक रूप से पिछड़े हुए लोगों को बाबासाहेब हर प्रकार से सशक्त देखना चाहते थे वे चाहते थे कि समाज का कोई भी वर्ग एक दूसरे को नीचा ना समझें और सभी वर्गों के लोगों को बराबरी का दर्जा हासिल हो। अंबेडकर जयंती को ज्ञान दिवस के रूप में भी मनाया जाता है क्योंकि बाबासाहेब जाते थे कि समाज का प्रत्येक वर्ग चाहे वह अमीर को अथवा गरीब शिक्षा प्राप्त करें और शिक्षा प्राप्त करके स्वयं को मजबूत और सशक्त बनाए क्योंकि उनके अनुसार ज्ञान केवल शिक्षित होने पर ही प्राप्त किया जा सकता है क्योंकि शिक्षा हमारे ज्ञान के नेत्रों को खोलती है और हमें समझदार और सशक्त बनाने का कार्य करती है।
*शिक्षा समझाती है सबको,सही राह भी दिखलाती*
*शिक्षा ही तो सम्पूर्ण समाज में समानता है लाती*
बाबासाहेब आंबेडकर जी का जन्म चूंकि महार(अंबेडकर )जाति में हुआ था जिसे उस समय निम्न जाति समझा जाता था तो बचपन से ही बाबासाहेब के मन में एक तड़प थी कि समाज में इस प्रकार का अन्यायपूर्ण व्यवहार किसी के साथ भी नहीं किया जाना चाहिए।लोगों को उनकी जाति और वर्ग के आधार पर आंकना किसी भी तरीके से सही नहीं है ।
*जाति कभी नहीं हो सकती योग्यता का आधार*
*न्यायपूर्ण ही हो सदा यहां सब के संग व्यवहार*
महार(अंबेडकर) जाति में जन्म लेने के कारण बाबासाहेब को अपनी शिक्षा प्राप्त करने में अच्छी खासी मशक्कत करनी पड़ी थी ,इसलिए बचपन से ही उनके मन में था कि वे अपने सभी प्रयासों से समाज में समानता लाएंगे और पिछड़े और आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लोगों को न्याय दिलाएंगे ।बाबासाहेब आंबेडकर की एक खासियत थी कि वे अपने जीवन में कभी भी असफलताओं से हार नहीं मानते थे अपितु असफलताएं उन्हें आगे बढ़ने के लिए प्रेरित ही करती थीं। जितना समाज में उनके साथ भेदभाव किया जाता था वे उतनी ही मजबूती और बहादुरी के साथ आने वाली चुनौतियों का सामना करते थे।
*न हारे हिम्मत कभी न मानी कभी भी हार*
*उत्थान में कमज़ोरों के वो लगे रहे लगातार*
भीमराव अंबेडकर जी का जन्म मध्य प्रदेश के एक छोटे से गांव महू में 14 अप्रैल 1891 में हुआ था। बाबा साहेब के पिता का नाम रामजी मालोजी सकपाल था और उनकी माताजी का नाम भीमाबाई था। बचपन से ही प्रखर बुद्धि होने के कारण बाबासाहेब अंबेडकर शिक्षा के क्षेत्र में नित नई उपलब्धियां हासिल करते थे कम उम्र में ही अधिक समझदारी पा लेने की वजह से ही बाबासाहेब आंबेडकर के मन में अशिक्षित ,गरीब, कमजोर और महिलाओं के प्रति विशेष सहानुभूति थी, क्योंकि उस समय छुआछूत के चलते इस वर्ग के लोगों को समाज में केवल तिरस्कार और प्रताड़ना ही मिलती थी। इस वर्ग का उच्च वर्ग के लोगों द्वारा शोषण किया जाता था जो बाबासाहेब आंबेडकर को बहुत ज्यादा अखरा करता था। इसलिए बचपन में ही बाबासाहेब आंबेडकर ने प्रण लिया था कि वे अपना तमाम जीवन समाज में समानता लाने के लिए लगा देंगे,परंतु पीछे नहीं हटेंगे और उन्होंने यह कर भी दिखाया। अपनी शिक्षा और ज्ञान के बूते ही भीमराव अंबेडकर जी को आजादी के पश्चात भारत के संविधान निर्माण में अध्यक्ष का दर्जा दिया गया जिसे उन्होंने बखूबी निभाया भी। आजादी के बाद उन्हें कानून मंत्री भी नियुक्त किया गया।आज जिस संविधान के बूते हमारा देश हमारा राष्ट्र आगे बढ़ रहा है ,उन्नति कर रहा है विकासशील देश से विकसित देशों की श्रेणी में आने की होड़ में लगा हुआ है, वह संविधान इन्हीं बाबासाहेब अंबेडकर जी की देन है।
*गरीब, मजलूम और मुफलिसों के विधाता थे*
*भीम राव अंबेडकर जी संविधान के भी निर्माता थे*
पिंकी सिंघल
अध्यापिका
शालीमार बाग दिल्ली
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पानी बिन सब सून http://apnidilli.com/18113/ Sat, 26 Mar 2022 12:46:04 +0000 http://apnidilli.com/?p=18113 सांसें हमारे जीवन का आधार होती हैं,जब तक सांसों का क्रम निरंतर चलता रहता है हम जीवित रहते हैं जैसे ही सांस बंद,जीवन लीला भी समाप्त हो जाती है।सांसों को हवा की आवश्यकता होती है, कहने का तात्पर्य यह हुआ कि जीने के लिए हवा की आवश्यकता है। परंतु केवल सांसों के निरंतर अंदर बाहर जाने से ही जीवन को जिया नहीं जा सकता है। हवा के साथ साथ अन्य अनेक ऐसी चीजें होती हैं जिन पर हमारा जीवन निर्भर होता है और जिनकी अनुपस्थिति में जीवन नहीं जीया जा सकता है।
 जिस प्रकार एक पौधे को बढ़ने के लिए धूप पानी मिट्टी हवा इत्यादि की आवश्यकता होती है उसी प्रकार  संपूर्ण मानव जाति को जीवन जीने के लिए जल की आवश्यकता होती है। पानी का अपना कोई आकार या रंग नहीं होता है परंतु फिर भी यह हमारे जीवन को साकार करता है क्योंकि पानी के बिना कोई रह ही नहीं पाता है।
*ना कोई रंग ना ही आकार,करता फिर भी जीवन साकार*
*पानी बिना कोई रह पाए,पानी पर निर्भर सारा संसार*
सही है कि जल की अनुपस्थिति में कुछ समय गुजारा जा सकता है।यह कुछ समय एक दो या 3 दिन भी हो सकते हैं परंतु यह संभव नहीं कि हम जल के बिना जीवित रह पाएं।जल ही हमारा जीवन है यह तो हमने बचपन से पढ़ा भी है।यह जीवन का आधार माना जाता है।जल की महत्ता को नकारा नहीं जा सकता इसीलिए प्रत्येक वर्ष 22 मार्च को विश्व जल दिवस भी मनाया जाता है।
*खेतों की फसलों का सार,प्यासे इसके सब नर और नार*
 *जीव जंतु भी निर्भर इस पर,महिमा पानी की अपरंपार*
विश्व जल दिवस मनाने का उद्देश्य केवल लोगों में जागरूकता पैदा करना है कि जल ही जीवन है इसलिए जीवन को बचाने के लिए हमें जल को भी बचाना होगा। यह भी सत्य है कि यदि जल अपनी सीमाओं के बाहर आ जाए तो सुनामी तक ला सकता है इसलिए जल संरक्षण करने की आदत को भी विकसित करना होगा।
*लाता यह सागर में भी ज्वार,नमन है इस को बारंबार*
 *आए जब बाहर सीमाओं से,मच जाए फिर हाहाकार*
 जल को बचाने से तात्पर्य जल को व्यर्थ नहीं बहने देना है और अनावश्यक कार्यों में जल का प्रयोग बिलकुल नहीं करना है। पृथ्वी पर जल संसाधन संकट पहले ही गहराया हुआ है और यह निरंतर बढ़ता ही जा रहा है। जल के स्रोत जैसे नदी,तालाब ,सागर नहर आदि में जल की मात्रा अब उतनी नहीं रह गई है जितनी होनी चाहिए।
*स्रोत पानी के अनेक प्रकार जिनको करते सब प्रकट आभार*
*बादल में छिप रहता पानी,बरस जाए तो आए बहार*
 जनसंख्या वृद्धि इसका मूल कारण है।साथ ही साथ जनसंख्या वृद्धि से होने वाला प्रदूषण भी जल स्रोतों को बुरी तरह प्रभावित करता है,अर्थात जनता अपने स्वार्थों की पूर्ति हेतु और सुखदाई जीवन जीने के लिए पेड़ पौधे काटकर बड़े-बड़े मॉल, बिल्डिंग और फैक्ट्री खड़ी कर देते हैं जिनमें खतरनाक केमिकल्स का अत्यधिक प्रयोग किया जाता है और यही जल प्रदूषण का सबसे महत्वपूर्ण कारण भी है।
 मनुष्य क्यों नहीं समझता कि अगर इसी प्रकार जल प्रदूषित होता रहा तो वह दिन दूर नहीं जब हमें प्रदूषित जल को ही पीना पड़ेगा और जल प्रदूषण से होने वाली बीमारियां हमें घेर लेंगी।इस बात से कोई अनजान नहीं है कि प्रकृति ने हमें असीम मात्रा में जल प्रदान किया है परंतु इसका अर्थ यह नहीं है कि हम जल को व्यर्थ बहाएं। पृथ्वी पर विभिन्न स्रोत हैं उनमें पीने योग्य पानी की मात्रा बहुत कम है।इसलिए हमें पानी को सोच समझकर उपयोग में लाना होगा इसे बेकार में बहने से बचाना होगा।
यदि यही दृष्टिकोण हम सब अपना ले तो प्रकृति के इस अनमोल उपहार और अमूल्य संसाधन को बर्बाद होने से रोका जा सकता है।एक दूसरे की देखा देखी कर पानी को अनावश्यक कार्य पर बहाना और बहते रहते रहने देना अत्यंत गलत दृष्टिकोण है। हमें पानी को ना तो व्यर्थ बहाना है और ना ही किसी को बहाने देना है।
*हरियाली का यह आधार,है बिन पानी सब निराधार*
*एक बूंद ना व्यर्थ गवायेंगे,अब सब लें संकल्प मिलकर इस बार*
 उन क्षेत्रों की कल्पना भी हम नहीं कर सकते जिनमें आज भी पानी के स्रोत उपलब्ध नहीं हैं और वहां के लोगों को कई किलोमीटर तक पैदल जा कर पानी ढोकर लाना होता है। इसलिए जल का महत्व समझें और एक जिम्मेदार नागरिक होने का फर्ज निभाएं।ऐसी नई नई तकनीकें अपनाएं जिनसे हम जल की बर्बादी को नियंत्रित कर सकें।
ध्यान रहे प्रदूषित पानी हमारे किसी भी काम का नहीं होता है।प्रदूषित पानी को जितना मर्जी साफ कर लिया जाए परंतु उसे पीने के काम नहीं लाया जा सकता ।इसलिए पानी को दूषित होने से बचाना होगा और प्रदूषण को रोकने के लिए सरकार द्वारा चलाई गई मुहिम को सफल बनाने में हमें अपना अहम योगदान देना होगा।
पिंकी सिंघल, अध्यापिका
शालीमार बाग दिल्ली
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विद्यार्थियों एवं शिक्षकों के साथ एक दिवसीय 97वां नशा मुक्ति जागरूकता कार्यशाला का आयोजन http://apnidilli.com/17153/ Tue, 28 Dec 2021 12:59:21 +0000 http://apnidilli.com/?p=17153 कुरुक्षेत्र। नशा मुक्त हरियाणा के अंतर्गत हरियाणा को नशा मुक्त करने के लिए प्रयास संस्था और हरियाणा राज्य नारकोटिक्स कण्ट्रोल ब्यूरो द्वारा राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय सारसा में एक दिवसीय नशा मुक्ति कार्यशाला के अंतर्गत 97वां जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया. इससे पूर्व पिछले दिन कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में युवा रेड क्रॉस कार्यशाला के अंतर्गत 7 ज़िलों के 135 से अधिक शिक्षकों को जागरूक किया गया था. कायर्शाला में प्रयास संस्था के वरिष्ठ उप प्रधान कर्म चंद, भारतेन्दु हरीश एवं कोषाध्यक्ष डॉ. अरुण धीमान विशेष रूप से पधारे हुए थे. विद्यालय के प्राचार्य नरसी राम ने प्रयास के सदस्यों एवं हरियाणा राज्य नारकोटिक्स कण्ट्रोल ब्यूरो के पुलिस उप निरीक्षक डॉ. अशोक कुमार वर्मा का स्वागत करते हुए कहा कि यह एक अति आवशयक विषय है जिससे सभी को अवगत कराना समय की मांग है. उन्होने ब्यूरो प्रमुख अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक श्रीकांत जाधव साहब का धन्यवाद करते हुए कहा कि उनकी दूरगामी सोच, दूरदर्शिता और दृढ़संकल्प का परिणाम बहुत ही प्रभावशाली सिद्ध होगा. उप निरीक्षक डॉ. अशोक कुमार वर्मा ने प्रयास संस्था और हरियाणा राज्य स्वापक नियंत्रण ब्यूरो के गठन का वर्णन करते हुए कहा कि जिस दिन नशे को जड़ से समाप्त करने के लिए यह जन आंदोलन बन जाएगा उस दिन नशा मुक्त हरियाणा का स्वप्न साकार हो जाएगा. उन्होंने कहा कि ब्यूरो प्रमुख शिरकत जाधव साहब ने एक हेल्पलाइन नंबर 9050891508 लोगों की सुविधा के लिए जारी किया है ताकि गुप्त सुचना के माध्यम से नशे के काले धंधे को जड़ से उखाड़ फेंका जा सके और नशे में ग्रस्त हो चुके युवाओं का नशा छुड़वाया जा सके. विद्यालय में उपस्थित 325 से अधिक विद्यार्थियों और शिक्षकों ने एक साथ नशा न करने का प्रण भी लिया. इसके पश्चात विद्यार्थियों को साथ लेकर पैदल जागरूकता यात्रा निकाल कर अन्य लोगों को भी जागरूक किया गया. विद्यार्थी बोल रहे थे- नशा छोडो आगे बढ़ो. नशा एक बुराई है जीवन की सच्चाई है. हम सबकी एक ही मांग बंद करों भुक्की और भांग आदि. इस अवसर पर शिक्षकों और विद्यार्थियों ने भाग लिया। ]]> हरियाणा राज्य स्वापक नियंत्रण ब्यूरो के विकास के लिए हर संभव सहयोग करेंगे : अनिल विज http://apnidilli.com/17147/ Mon, 27 Dec 2021 14:08:21 +0000 http://apnidilli.com/?p=17147 करनाल. आज हरियाणा राज्य स्वापक नियंत्रण ब्यूरो मुख्यालय के उद्धघाटन समारोह का आयोजन किया गया. समारोह में हरियाणा राज्य गृह मंत्री अनिल विज मुख्यातिथि के रूप में पधारे हुए थे जबकि पुलिस महानिदेशक पीके अग्रवाल की अध्यक्षता में यह कार्यक्रम आयोजित हुआ. मुख्यातिथि अनिल विज ने उद्घाटन के पश्चात कार्यक्रम में अपने सम्बोधन में कहा कि हरियाणा राज्य को नशा मुक्त करने का संकल्प मैंने राज्य गृह मंत्री बनने के साथ ही ले लिया था और इसके लिए मैंने अलग से विभाग खड़ा करने का निर्णय लिया. फलस्वरूप हरियाणा राज्य स्वापक नियंत्रण ब्यूरो का गठन किया गया. इसके प्रथम प्रमुख हरियाणा के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक श्रीकांत जाधव को लगाया था जिन्होंने थोड़े समय में ही अपनी कार्यकुशलता, दूरदर्शिता और दृढ़संकल्प से इस विभाग को बल प्रदान किया. समुचित संसाधनों के अभाव में भी श्रीकांत जाधव ने इस विभाग का नेतृत्व करते हुए न केवल अपराधियों को पकड़कर सलाखों के पीछे भेजा है अपितु नशा मुक्त हरियाणा के सपने को साकार करने के लिए इसे जनांदोलन का रूप भी दिया है. मुझे पूर्ण विश्वास है कि जाधव जी जो सोच लेते हैं उसे पूर्ण करके ही रहते हैं. उन्होंने कहा कि जाधव के नेतृत्व में गठित ब्यूरो को जो भी आवश्यक संसाधन की आवशयकता होगी वो उसे भी पूरा करेंगे. पुलिस महानिदेशक पीके अग्रवाल ने अपने सम्बोधन में कहा कि ब्यूरो के सरहनीय कार्यों को देखते हुए हर संभव सहयोग किया जाएगा. ब्यूरो प्रमुख श्रीकांत जाधव ने अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि यह ब्यूरो अभी अपने बाल्यकाल में है जिसने अभी चलना सीखा है. उन्होंने बताया कि अभी हमारे ब्यूरो ने 192 अभियोग अंकित करके अपराधियों को सलाखों के पीछे भेजा है. दूसरी और प्रयास संस्था का गठन उन्होंने वर्ष 1999 में फतेहाबाद ज़िले से किया था. परिणामस्वरूप असंख्य लोगों ने नशा छोड़ दिया था. आज भी प्रयास संस्था द्वारा 350 से अधिक जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जा चुके हैं और एक लाख से अधिक लोग नशा न करने का प्रण कर चुके हैं. इतना ही नहीं अभी तक 12 युवाओं को नशा मुक्ति केंद्र में रखा गया और वे नशा छोड़ चुके हैं. कार्यक्रम के अंत में सराहनीय कार्य करने वाले पुलिस अधिकारियों और प्रयास के सदस्यों को सराहनीय कार्य करने के लिए प्रशंसा पत्र और स्मृति चिन्ह एवं नगद पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया. कार्यक्रम के समापन पर पुलिस अधीक्षक ताहिर हुसैन ने सभी अतिथियों का धन्यवाद किया. इस अवसर पर घरौंडा के विधायक हरविंद्र सिंह कल्याण, पुलिस महानिदेशक पीके अग्रवाल, फॉरेंसिक निदेशक डॉ. आरसी मिश्रा, हरियाणा पुलिस अकादमी के निदेशक डॉ. सीएस राव, पुलिस महानिरीक्षक करनाल मंडल ममता सिंह, हरियाणा सशत्र पुलिस के पुलिस महानिरीक्षक वाई पूर्ण कुमार, दक्षिण मंडल के पुलिस महानिरीक्षक रवि किरण माटा, पुलिस अधीक्षक करनाल गंगा राम पुनिया, पानीपत पुलिस अधीक्षक शशांक, हरियाणा हाउसिंग के चीफ और अन्य अधिकारी आदि उपस्थित रहे. ]]> मिशन ड्राईवर वाईस का दूसरा अभियान http://apnidilli.com/17133/ Sat, 25 Dec 2021 10:47:52 +0000 http://apnidilli.com/?p=17133 समालखा। गत कुछ दिनों से निरंतर धुंध और कोहरे की वजह से कई दुर्घटनाएं हो रही हैं । कारण तेज गति तो है ही – लेकिन दूर तक धुंध  में दिखाई ना देना बहुत बड़ा कारण हो सकता है। इस समस्या को मध्य नजर रखते हुए  सीएलजी पानीपत पुलिस और प्रतिष्ठा फाउंडेशन ने  एक जागरूकता अभियान शुरू करने का निर्णय लिया। जिसके अंतर्गत समालखा  ट्रैफिक पुलिस को भी शामिल किया गया। इस जागरूकता अभियान को लगातार एक पखवाड़ा चलाया जाएगा, जिसका शुभारंभ आज किया गया।

सीएलजी चेयरमैन  प्रेम गिरधर ने बताया कि लापरवाही की वजह से अनेक कीमती जिंदगियां अकाल मृत्यु को प्राप्त होती हैं। जिसके घर का कोई सदस्य जब सड़क दुर्घटना में हादसे का शिकार हो जाता है,  उस घर की स्थिति देखकर रूह कांप  पड़ती है यह सब लापरवाही के कारण ही होता है। प्रतिष्ठा फाउंडेशन की अध्यक्षा डाः कुंजल ने कहा कि अगर जागरूकता अभियान चलाकर जनता को सावधान किया जा सके तो इन दुर्घटनाओं में कमी लाई जा सकती है। इसी विचार को मध्य नजर रखते हुए आज इसका शुभारंभ किया गया। आज की प्रोजैक्ट चेयरपर्सन रश्मि अखौरी ने बताया कि इसमें समालखा  ट्रैफिक पुलिस ने भी सहयोग दिया।

आज लगभग 500 वाहनों पर रात को चमकने वाली लाल रंग की रेडियम रिफलैकटिंग  टेप वाहनों के पीछे लगाई गई ताकि पीछे से आ रहे वाहन को दूर से दिखाई दे। इस अभियान में उम्मीद से कहीं बढ़कर उत्साह देखने को मिला।वाहन चालकों में इस अभियान के प्रति काफी उत्साह देखा गया। उनको सड़क संबंधी सुरक्षा नियमों की जानकारी भी दी गई। यह कार्यक्रम निरंतर 15 दिन चलाया जाएगा। सीएलजी पानीपत पुलिस  टीम के सदस्य सत्यवीर गुप्ता,  रश्मि अखौरी, विकास आहूजा और अशोक राय इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से उपस्थित रहे। प्रतिष्ठा फाउंडेशन की ओर से  तृप्ता गाबा,संगीता अरोडा का योगदान सराहनीय रहा। समालखा ट्रैफिक पुलिस की ओर से बिजेंद सिंह कर्मवीर ने भी इस कार्यक्रम में अन्य कर्मचारियों के साथ उत्साह पूर्वक योगदान दिया।

 

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प्रयास के प्रयासों से कुरुक्षेत्र के आसपास के 11 युवा नशा छोड़कर प्रेरणाश्रोत बने http://apnidilli.com/17130/ Sat, 25 Dec 2021 10:44:41 +0000 http://apnidilli.com/?p=17130 कुरुक्षेत्र। नशा मुक्त भारत अभियान को सफल करने के लिए हरियाणा राज्य नारकोटिक्स कण्ट्रोल ब्यूरो एवं प्रयास संस्था द्वारा हरियाणा प्रान्त में जहाँ एक और 350 से अधिक जागरूकता कार्यक्रम आयोजित कर हज़ारों लोगों को जीवन में नशा न करने का प्रण करवाया है वही दूसरी और प्रयास और ब्यूरो द्वारा कुरुक्षेत्र और आस पास के 11 युवाओं का नशा मुक्त केंद्रों में उपचार कराकर उनका नशा भी छुड़वाया है. उपचार के मध्य उनके परामर्श से लेकर उनके भोजन और अन्य व्यय प्रयास द्वारा वहां किए गए हैं. ये शब्द हरियाणा राज्य नारकोटिक्स कण्ट्रोल ब्यूरो के उप निरीक्षक डॉ. अशोक कुमार वर्मा ने एसकेएस इंटरनेशनल गुरुकुल में आयोजित कार्यक्रम में उपस्थित विद्यार्थियों, शिक्षकों और अभिभावकों के समक्ष कहे. उन्होंने बताया कि ब्यूरो प्रमुख अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक श्रीकांत जाधव साहब ने हरियाणा प्रान्त को नशा मुक्त करने का बीड़ा वर्ष 1999 में फतेहाबाद ज़िले से उठाया था जो आज पुरे हरियाणा में चलायमान है. प्रत्येक ज़िले में प्रयास के बैनर तले समाज के गणमान्य लोग इस अभियान को सफल करने में योगदान दे रहे हैं. कार्यक्रम में उपस्थित लगभग 425 लोगों ने एक साथ हाथ उठाकर नशा न करने का प्रण लिया और हेल्पलाइन नंबर 9050891508 पर गुप्त सुचना देने के साथ साथ नशा छोड़ने के लिए लोगों को प्रेरित करने का आश्वासन दिया. इस अवसर पर भारत सरकार ऊर्जा मंत्रालय के स्वतंत्र प्रभार निदेशक डॉ. अमित कंसल, इंदिरा गाँधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय के सहायक क्षेत्रीय निदेशक डॉ. धर्मपाल, एसकेएस संस्थान के अध्यक्ष गुरप्रीत सिंह, प्राचार्य डॉ. सतपाल मंढा, हरियाणा सरकार पोंड प्राधिकरण के सदस्य तेजिंदर सिंह तेजी, संजय आदि उपस्थित रहे।

 

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नशा मुक्त भारत अभियान के अंतर्गत 92वीं कार्यशाला आयोजित http://apnidilli.com/17115/ Tue, 21 Dec 2021 13:30:11 +0000 http://apnidilli.com/?p=17115 कुरुक्षेत्र। प्रयास संस्था के संस्थापक एवं हरियाणा राज्य नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो प्रमुख अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक श्री श्रीकांत जाधव साहब के दिशा-निर्देशों प्रेरणा मार्गदर्शन और नेतृत्व में कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय की राष्ट्रीय सेवा योजना के विद्यार्थियों के साथ एक दिवसीय नशा मुक्ति जागरूकता कार्यशाला का आयोजन किया गया। इसके साथ ही युवाओं ने नशा न करने का प्रण लिया और गांव कैंथल खुर्द में पैदल जागरूकता यात्रा निकाल ग्रामीणों को नशे से दूर रहने के लिए जागरूक किया गया। हरियाणा राज्य नारकोटिक्स कण्ट्रोल ब्यूरो के उप निरीक्षक डॉ. अशोक कुमार वर्मा इस कायर्शाला में मुख्य वक्ता के रूप में पधारे हुए थे जबकि प्रयास संस्था शाखा कुरुक्षेत्र के वरिष्ठ उप प्रधान एवं सेवानिवृत उप निरीक्षक कर्म चंद ने सहयोग किया. राष्ट्रीय सेवा योजना की संयोजक डॉ. अमिता मित्तल और विकास द्वारा कार्यशाला की अध्यक्षता की गई. उप निरीक्षक डॉ. अशोक कुमार ने युवाओं को सम्बोधित करते हुए बताया कि प्रयास संस्था का गठन ब्यूरो के प्रमुख आईपीएस श्रीकांत जाधव साहब ने वर्ष 1999 में फतेहाबाद ज़िले से आरम्भ किया था और उन्होंने नारा दिया था कि ‘तू निश्चय तो कर,कदम तो उठा! निकल आएगा कोई रास्ता…ये सिर्फ पंक्तियां ही नहीं बल्कि प्रयास संस्था की ही कहानी है। वे जब फतेहाबाद में एसपी थे तब उनके नेतृत्व में फतेहाबाद जिले को पूर्ण रूप से नशा मुक्त कर दिया गया था. वे स्वयं हर सप्ताह गांवों, कस्बों व शहरों में नशा मुक्ति शिविरों का आयोजन किया करते थे और नुक्कड़ नाटक के द्वारा लोगों को नशा मुक्ति के बारे में जागरूक किया. इन शिविरों में नशे से ग्रसित लोगों को 15 दिन तक दवाई दी जाती थी और उनके ईलाज का पूरा ध्यान रखा जाता था। नशा करने वाले लोगों को इकट्ठा करके उन्हें नशा छोडऩे की शपथ दिलाई जाती थी। बाद में गुप्त सूत्रों से पता लगाकर नशा छोडऩे वाले व्यक्ति को 7-8 हजार रूपये, घर का जरूरी सामान, प्रोत्साहन देकर सम्मानित किया जाता था। जो लोग नहीं मानते थे उनके खिलाफ सख्त कदम उठाए जाते थे। उनकी प्रयास संस्था को चलते हुए 21 साल हो गए, इस दौरान उनकी पोस्टिंग जहां भी रही उन्होंने समय समय पर इस संस्था का मार्गदर्शन किया। उनके मार्गदर्शन में नशे को जड़ से समाप्त करने के लिए एक और अपराधियों की धरपकड़ निरंतर जारी है तो दूसरी और लोगों को विशेष रूप से युवा पीढ़ी को नशे से दूर रहने के लिए जागरूक किया जा रहा है. कार्यक्रम के अंत में सभी ने वचन दिया कि वे जीवन में न तो स्वयं नशा करेंगे और अन्य लोगों को भी नशे से दूर रहने के लिए प्रेरित करेंगे. कर्म चंद ने बताया कि ब्यूरो एवं प्रयास द्वारा कुरुक्षेत्र में यह 92वीं एक दिवसीय जागरूकता कार्यशाला आयोजित हुई है. डॉ. वर्मा ने बताया कि ब्यूरो द्वारा एक हेल्पलाइन नंबर 9050891508 जारी किया है जिस पर नशे के कारोबार करने वालों के बारे गुप्त सुचना दे सकते हैं और इसी नंबर पर ही नशा छोड़ने वाले व्यक्ति भी सम्पर्क कर सकते हैं.

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केंद्रीय विहार – 2 में भगवत कथा का समापन http://apnidilli.com/17112/ Mon, 20 Dec 2021 14:05:27 +0000 http://apnidilli.com/?p=17112  *गरीब अमीर में भेद नहीं करते है श्री हरी* श्री हरी के लिए गरीब और अमीर दोनों ही सामान रूप से प्रिय है और वे इन दोनों में किसी तरह का भेद नहीं करते है इसलिए भगवान श्री हरी को दीनबंधु भी कहा जाता है,केंद्रीय विहार – 2, सेक्टर 82 में आयोजित श्रीमद भागवत कथा के सातवे व समापन दिवस पर कथा व्यास पंडित श्री संजीव मिश्रा ने उपस्थित भक्तजनों को बताया l समापन अवसर पर श्रीमद भागवत कथा व्यास पंडित श्री संजीव मिश्रा और संस्कृत पाठ व्यास पंडित अखिलेश मिश्रा द्वारा भक्तजनों को ये भी बताया गया की श्रीमद भागवत कथा के सातों अध्याओं को काम, क्रोध, मद् , लोभ और मोह की पाचों इन्द्रियों को वश में करके सुना जाए तो मोक्ष की प्राप्ति उसी प्रकार हो सकती है जैसे राजा परीक्षित को मोक्ष प्राप्त हुआ था l भक्त वत्सल श्री हरी अपने सभी भक्तों की रक्षा करने वाले और दयानिधान हैं l श्री मद भागवत कथा के सातवें अध्याय के साथ ही 14 दिसंबर से चलने वाले इस कथा का समापन आज हो गया l केंद्रीय विहार -2 के भागवत कथा के आयोजक श्रीमती सुदेश शर्मा, श्रीमती रेनू मिश्रा, श्रीमती मधु मिश्रा और पंडित राम शर्मा पुजारी के अथक प्रयासों में श्रीमती शिमला वर्मा, श्रीमती प्रिया सक्सेना, श्रीमती उषा ग्रोवर, श्रीमती गीता और सजंय वर्मा सहयोगी रहे l 21 दिसंबर 2021 को हवन पूजन व् भंडारे का आयोजन समस्त केंद्रीय विहार निवासियों द्वारा प्राचीन शिव मंदिर प्रांगड़ में किया जा रहा है l ]]> अग्रवाल वैश्य समाज का वार्षिक उत्सव एवं प्रदेश स्तरीय आम सभा की बैठक 26 दिसम्बर को http://apnidilli.com/17105/ Mon, 20 Dec 2021 14:00:33 +0000 http://apnidilli.com/?p=17105 कुरूक्षेत्र। अग्रवाल वैश्य समाज का वार्षिक उत्सव एवं प्रदेशस्तरीय आम सभा की बैठक 26 दिसम्बर को प्रात: 11 बजे, कुसुम गार्डन, नजदीक सैक्टर-3, तिगांव रोड़, बल्लभगढ़, जिला फरीदाबाद में आयोजित की जा रही है। ये जानकारी देते हुए समाज के महासचिव राजेश सिंगला ने बताया कि प्रदेशाध्यक्ष अशोक बुवानीवाला की अध्यक्षता में आयोजित इस कार्यक्रम में दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष रामनिवास गोयल बतौर मुख्यातिथि सम्मिलित होंगे। इसके अलावा फरीदाबाद के विधायक नरेन्द्र गुप्ता कार्यक्रम का उद्घाटन करेंगे तथा पलवल के विधायक दीपक मंगला भी बतौर विशिष्ट अतिथि सम्मिलित होंगे। राजेश सिंगला ने बताया कि इस समारोह में संगठन के पिछले दो वर्ष की गतिविधियों की समीक्षा कि जायेगी तथा इसके उपरांत भविष्य की रणनीति तैयार करते हुए संगठन के संविधान अनुसार प्रदेश अध्यक्ष व महासचिव का चुनाव किया जाएगा। प्रदेश महासचिव ने बताया कि कार्यक्रम में पिछले दो वर्षों के दौरान सदस्यता अभियान व संगठन के कार्यों में विशेष योगदान देने वाले पदाधिकारियों को वैश्य रत्न, वैश्य गौरव तथा वैश्यश्री सम्मान से सम्मानित भी किया जाएगा। सम्मानित होने वाले वैश्यजनों के नाम की घोषणा करते हुए उन्होंने बताया कि प्रदेश अध्यक्ष अशोक बुवानीवाला की अनुशंसा से दादरी से जिलाध्यक्ष बलराम गुप्ता, फरीदाबाद से केदारनाथ अग्रवाल को वैश्य रत्न के लिए चयनित किया गया है। वहीं अम्बाला से अनीता सिंगला तथा सफीदों से सरोज गोयल को वैश्य गौरव से सम्मानित किया जाएगा। इसके अलावा सिरसा से आकाश चाचाण को वैश्यश्री सम्मान प्रदान किया जाएगा। राजेश सिंगला ने बताया कि इन सभी पदाधिकारियों ने संगठन के कार्यों और समाजसेवा विशेषकर कोरोना काल में सराहनीय कार्य किए है। जिसे देखते हुए उन्हें सम्मानित करने का निर्णय लिया गया है। महासचिव राजेश सिंगला ने बताया कि अग्रवाल वैश्य समाज पूरे प्रदेश में न केवल राजनीतिक बल्कि सभी प्रकार की सामाजिक व धार्मिक कार्यों में भी अपनी अहम भूमिका निभाता रहता है यह संगठन पूरे प्रदेश में समाज को एकजुट करने में व उनको आगे बढ़ाने में समय-समय पर अनेक प्रकार के आयोजन करता रहता है।

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हरियाणा यूथ कांग्रेस ने किया विधानसभा के बाहर प्रदर्शन http://apnidilli.com/17102/ Mon, 20 Dec 2021 09:54:50 +0000 http://apnidilli.com/?p=17102 चंडीगढ़ । हरियाणा यूथ कांग्रेस की तरफ से आज सरकारी भर्तियों में घोटालों के खिलाफ विधानसभा हल्ला बोल प्रदर्शन किया गया। इसका नेतृत्व प्रदेश कांग्रेसी युवाओं ने किया। इस मौके पर यूथ कार्यकर्ताओं ने एच.पी.एस.सी-एच.एस.एस.सी प्राइवेट लिमिटेड के नाम से नौकरियों का स्टॉल लगाया गया। इन स्टॉल पर मुख्यमंत्री मनोहर लाल और उप-मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला के मुखौटे पहने कार्यकर्ताओं ने नौकरियों की खुली बोली लगाई। नौकरियों की इस दुकान पर अलग-अलग भर्तियों की रेट लिस्ट लगाई गई। प्रदर्शनकारियों ने स्टॉल पर नोटों के बोरे रखकर ‘नोट लाओ, नौकरी पाओ’ के नारे लगाए।
प्रदर्शन के दौरान कांग्रेश युवाओं ने कहा कि एच.पी.एस.सी और एच.एस.एस.सी भर्ती संस्थाओं की बजाए प्राइवेट लिमिटेड कंपनी बन गई हैं, जहां पर पर्दे के पीछे नौकरियों की खरीद फरोख्त होती है। लेकिन आज यूथ कांग्रेस ने यह पर्दा हटा दिया है और पर्दे के पीछे के खेल को उजागर किया है।
युवाओं ने कहा कि लगातार दोनों संस्थाओं के कारनामे अखबारों की सुर्खियां बन रहे हैं। हर भर्ती में भ्रष्टाचार के सबूत सामने हैं, फिर भी सरकार जांच एजेंसियों पर दबाव डालकर असली गुनहगारों को बचाने लगी हुई है। खुद मुख्यमंत्री जांच एजेंसियों से अलग बयानबाजी कर रहे हैं। वो लगातार एच.पी.एस.सी-एच.एस.एस.सी सदस्यों और चेयरमैन का बचाव करते नजर आते है। ऐसे में खुद मुख्यमंत्री का रवैया और भूमिका संदेह के घेरे में है। इसलिए अब सरकार और घोटालेबाज घोटाले भर्ती एजेंसियों से युवाओं का भरोसा उठ गया है।
यही वजह है कि यूथ कांग्रेस पूरे मामले की उच्च स्तरीय निष्पक्ष जांच की मांग कर रही है। अगर सरकार यह मांग नहीं मानती है तो उसका संघर्ष जारी रहेगा। 19 तारीख को सोनीपत में भर्ती घोटाला के खिलाफ युवा आक्रोश सम्मेलन का आयोजन होगा, जिसे राज्यसभा सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा संबोधित करेंगे।
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