कोरोना पर हरियाणा-दिल्ली में टकराव बढ़ा, आवाजाही के लिए Delhi का पास अमान्य किया
चंडीगढ़। कोरोना संक्रमण के मरीजों को लेकर हरियाणा और दिल्ली सरकार में टकराव बढ़ गया है। दिल्ली आवाजाही करने वाले लोगों की वजह से हरियाणा में कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ने का आरोप लगाते हुए मनोहर सरकार ने बुधवार को दिल्ली से सटी हरियाणा की सभी सीमाएं सील कर दी। हरियाणा सरकार ने कहा है कि दिल्ली से हरियाणा में आवाजाही के लिए केंद्र सरकार द्वारा जारी पास ही मान्य है। हरियाणा सरकार ने राज्य में आवाजाही के लिए दिल्ली सरकार के पास (Pass) अमान्य करार दिया है। हरियाणा का कहना है कि दिल्ली से आ रहे लोग हरियाणा में कोरोना वायरस के वाहक बन गए हैं।
सोनीपत बार्डर हालांकि कई दिन पहले सील कर दिया गया था, लेकिन दिल्ली से लोगों की आवाजाही नहीं थमी तो अब गुरुग्राम व फरीदाबाद की सीमाएं भी सील करने के आदेश जारी हो चुके हैं। इन तीनों सीमाओं पर हरियाणा सरकार द्वारा अतिरिक्त सख्ती बरती जा रही है।
हरियाणा के गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज का खुला आरोप है कि दिल्ली में आने जाने वाले कर्मचारियों व आम लोगों की वजह से हरियाणा में संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं। करीब ढ़ाई हजार पुलिस वाले दिल्ली में ड्यूटी करते हैं। अकेले सोनीपत में २२ केस दिल्ली से संक्रमित होकर आए लोगों की वजह से बढ़े हैं। पानीपत जिले में इनकी संख्या चार है। फरीदाबाद व गुरुग्राम में भी यही स्थिति है। दिल्ली सरकार द्वारा धड़ाधड़ थोक के भाव पास जारी कर दिए जाने से ऐसे हालात बन रहे हैं। दिल्ली में काम करने वालों के वहीं पर ठहरने का इंतजाम करना चाहिए।
हरियाणा की मुख्य सचिव केशनी आनंद अरोड़ा द्वारा इस मामले में दिल्ली के मुख्य सचिव से भी बात की गई, मगर पास जारी होने बंद नहीं हुए। इसके बाद दिल्ली सरकार के वरिष्ठ मंत्री सत्येंद्र जैन ने विज का जवाब देते हुए कहा कि दिल्ली के काफी लोग गुरुग्राम व फरीदाबाद में काम करते हैं। वहां के लोगों द्वारा दिल्ली में संक्रमण फैलाने का इसी तरह का आरोप हम भी लगा सकते हैं। लिहाजा इन बातों में कुछ नहीं रखा है।
दिल्ली व हरियाणा में टकराव बढ़ता देख बुधवार को हरियाणा सरकार ने नए आदेश जारी किए हैं। बुधवार दोपहर 12 बजे के बाद दिल्ली में काम करने वाले डॉक्टर, बैंक कर्मी और पुलिस वाले भी फरीदाबाद में एंट्री नहीं कर सकेंगे। सिर्फ केंद्र सरकार के जारी पास से ही सील बॉर्डर में एंट्री मिलेगी। यानी हरियाणा पुलिस दिल्ली सरकार के द्वारा जारी किसी पास को मान्य करार नहीं देगी। हरियाणा सरकार ने स्पष्ट कर दिया कि जरूरी सेवाओं में किसी तरह की रोक नहीं लगाई गई है। मसलन यदि दूध और सब्जी की सप्लाई होती है तो उसे रोका नहीं गया है, लेकिन इनकी सप्लाई में सावधान बेहद जरूरी है।
हरियाणा के गृहमंत्री अनिल विज ने कहा, हम दिल्ली या आसपास के प्रदेशों से हरियाणा को संक्रमित नहीं होने देंगे, जिसके चलते बार्डर सील करने का फैसला लिया गया है। इस बीच दिल्ली से जुड़ी हरियाणा की सभी सीमाओं पर पूछताछ कड़ी हो गई है। कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए गुरुग्राम- दिल्ली के सभी बॉर्डर सील कर दिए गए। बॉर्डर सील होने के कारण कोई भी व्यक्ति या वाहन दिल्ली से गुरुग्राम की सीमा में प्रवेश नहीं कर सकता है।
झज्जर जिले की सीमा के साथ लगते दिल्ली आने जाने वाले कच्चे-पक्के रास्तों को भी बंद कर दिया है। डीआइजी अशोक कुमार ने बताया कि कोरोना संक्रमण के फैलाव को रोकने के लिए दिल्ली को जाने वाले प्रत्येक मार्ग की पहचान करके सील कर दिया है, ताकि अनावश्यक रूप से किसी भी व्यक्ति का आवागमन न हो सके। दिल्ली से जिले की तरफ आने वाले कच्चे-पक्के ऐसे 34 स्थानों की पहचान की गई है, जो मुख्य मार्गों के अतिरिक्त हैं। इन सभी को सील कर दिया गया है।
सोनीपत में बढ़ा कोरोना का आंकड़ा चौंकाने वाला है। यहां दर्ज हुए 24 केस में 22 का सीधा-सीधा संबंध दिल्ली या दूसरे जिलों का है। ज्यादातर दिल्ली से संक्रमित होकर आए कर्मियों व लोगों ने संक्रमण बढ़ाया। कोरोना की चेन तोड़ने के लिए सोनीपत के डीसी डॉ. अंशज सिंह ने सोनीपत से दिल्ली की ओर जाने वाले सभी रास्ते सील करवा दिए हैं। कुंडली बॉर्डर और खरखौदा की ओर से औचंदी बॉर्डर को भी बैरिकेड कर दिया गया है। गांवों तक के रास्ते मंगलवार को बंद करवा दिए गए। अब पुलिस सरपंचों और पार्षदों से निगरानी में सहयोग मांग रही हैं।
(साभार : दैनिक जागरण)