उपायुक्त डॉ. आदित्य दहिया ने बरसाती पानी निकासी व्यवस्था का लिया जायजा
जींद। उपायुक्त डॉ. आदित्य दहिया ने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने पड़ाना ड्रेन को पक्का करने समेत जींद जिला के लिए 15 विकास परियोजनाओं को स्वीकृति प्रदान कर दी है, जल्द ही इन विकास परियोजनाओं पर निर्माण कार्य शुरू करवाया जाएगा ताकि आने वाले बरसाती मौसम में इस बार खेतों से बरसाती पानी की निकासी तुरंत करवाकर फसलों को खराब होने से बचाया जा सके।
आदित्य दहिया ने मंगलवार को बरसाती पानी निकासी की व्यवस्थाओं का निरीक्षण करने के दौरान एक बातचीत के दौरान दी। उन्होंने कहा कि 6 करोड़ रुपए की लागत से शामलों पम्प हाऊस बनकर तैयार हो गया है। सफीदों उपमण्डल के भाग खेड़ा गांव से निकलने वाली पड़ाना ड्रेन को भी पक्का करने के लिए स्वीकृति प्रदान हो चुकी है। इस परियोजनाओं को लेकर जल्द टैंडर अलाटमैंट की प्रक्रिया पूरी कर एक अप्रैल से निर्माण कार्य शुरू करवाने के प्रयास किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि इस ड्रेन के पक्का बनने से जिला के 32 गांवों के 45 हजार 7०० एकड़ जमीन से बरसाती पानी निकासी की व्यवस्था सुनिश्चित होगी।
उपायुक्त ने सम्बन्धित विभागों के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे बरसाती मौसम शुरू होने से पहले जिला की सभी ड्रेनों की साफ- सफाई व्यवस्था करवाना सुनिश्चित करें। जिन पम्प हाऊसों पर जनरेटर इत्यादि की व्यवस्था नहीं है वहां यह व्यवस्था पूर्ण करवाएं ताकि बिजली न होने पर भी पानी निकासी का कार्य निरन्तर चलता रहे। उन्होंने स्पष्ट कहा कि पम्प हाऊसों पर तमाम व्यवस्थाएं समय रहते पूरा कर लें, इस कार्य में किसी भी प्रकार की ढि़लाई सहन नहीं की जाएगी। जून- जुलाई में बरसाती पानी निकासी को लेकर की गई व्यवस्थाओं का पुन: निरीक्षण किया जाएगा। उन्होंने सम्बन्धित उपमण्डल अधिकारी (ना०) को भी निर्देश दिए कि वे समय- समय पर पानी निकासी व्यवस्थाओं का जायजा लेते रहे। उन्होंने कहा कि पोली, गतौली, शामलों तथा करेला में ड्रेनों पर बने पम्प हाऊसों को हर हाल में दुरूस्त रखें, क्योंकि अगर यह पम्प हाऊस ठीक ढंग से निरन्तर चलते है तो बहुत बड़ा क्षेत्र जलमग्न होने से बचाया जा सकता है।
उपायुक्त के निरीक्षण दौरे के दौरान उनके साथ सिंचाई विभाग, जन स्वास्थ्य विभाग समेत कई सम्बन्धित विभागों के अधिकारी साथ रहे। इससे पूर्व उन्होंने बरसाती पानी निकासी की व्यवस्था को लेकर जिला में हो रहे विकास कार्यों की समीक्षा करने के लिए कई विभागों के अधिकारियों की एक बैठक भी ली।