एडीजीपी श्रीकांत जाधव के प्रयासों से 17 युवाओं ने नशा छोड़ा
कैथल। हरियाणा स्वापक नियंत्रण ब्यूरो प्रमुख एवं वरिष्ठ पुलिस अधिकारी अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक श्रीकांत जाधव साहब के दिशानिर्देशों से प्रतिदिन हरियाणा में नशे के विरोध में लोगों को जागरूक किया जा रहा है। इस कड़ी में आज राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय पबनावा के राष्ट्रीय सेवा योजना के 75 स्वयंसेवकों के साथ गाँव में पैदल जागरूकता यात्रा निकाली गई. विद्यालय के प्रधानाचार्य जसविंद्र सिंह की अध्यक्षता में प्रवक्ता एवं एनएसएस के अधिकारी राम निवास और विक्रम ने इस अभियान में प्रमुखता से भाग लिया. ब्यूरो में जागरूकता कार्यक्रम एवं पुनर्वास के प्रभारी डॉ. अशोक कुमार वर्मा मुख्य वक्ता के रूप में पहुंचे हुए थे. उप निरीक्षक डॉ. अशोक कुमार वर्मा ने स्वयंसेवकों और शिक्षकों के साथ मिलकर पुरे गाँव के लोगों को नशे के दुष्प्रभाव बारे अवगत कराते हुए कहा कि ब्यूरो प्रमुख श्रीकांत जाधव साहब के दिशानिर्देशों से प्रत्येक स्थान पर लोगों को बताया जा रहा है कि पोस्त भांग अफीम का नशा करता है जीवन की दुर्दशा. जो खाते है नशे की गोलियां वे सहते हैं जग की बोलियां. चरस स्मैक हेरोइन की लत करती है समाज से कट. हम सबकी एक ही मांग बंद करो भुक्की और भांग इत्यादि. उन्होंने कहा कि विधि अनुसार कोई भी व्यक्ति ड्रग्स का न तो सेवन कर सकता है और न ही इसको बेच सकता है. ऐसे अपराधों में पकडे गए व्यक्तियों की सम्पति को जब्त किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि ब्यूरो द्वारा एक हेल्पलाइन नंबर 9050891508 जारी किया गया है जिस पर कोई भी व्यक्ति ऐसे अपराधियों की गुप्त सुचना देकर समाज सेवा का कार्य कर सकता है. दूसरी और नशा छोड़ने वाले भी उपरोक्त नंबर पर सम्पर्क कर लाभ उठा सकते हैं। कार्यक्रम में स्वयंसेवकों और ग्रामीणों ने एक साथ हाथ उठाकर शपथ ग्रहण की कि वे जीवन में नशा नहीं करेंगे और अन्य लोगों को भी जागरूक करेंगे. उन्होंने बताया कि ब्यूरो और प्रयास संस्था द्वारा अभी तक 329 जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए हैं जिसमे 123611 से अधिक लोगों ने जीवन में नशा न करने का वचन दिया है इतना ही नहीं हरियाणा के विभिन्न ज़िलों में 17 से अधिक युवा नशा छोड़ चुके हैं. प्रवक्ता एवं एनएसएस प्रभारी रामनिवास ने कहा कि वे इस अभियान के साथ जुड़कर कैथल ज़िले को नशा मुक्त करने में भरपूर सहयोग करेंगे. कार्यक्रम के मध्य में विभिन्न औषधि विक्रेताओं को नशीली औषधि न बेचने के साथ टीके न रखने का भी निर्देश दिया गया.।