मोदी सरकार पेट्रोलियम उत्पादों की कीमतों में बेतहाशा वृद्धि करके आम लोगों की कमर तोड रही है : चौ. अनिल कुमार
नई दिल्ली। दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष चौधरी अनिल कुमार ने कहा कि आम लोगों की रातों की नींद हराम हो रही हैं क्योंकि जब वे सुबह उठते हैं तो पेट्रोल और डीजल की कीमतें 80-90 पैसे बढ़ी हुई पाते है क्योकि मादी सरकार पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव समाप्त होने के बाद से पिछले 12-14 दिनों से लगातार पेट्रोल और डीजल की कीमतों में लगातार वृद्धि कर रही है।
पटपड़गंज जिला कांग्रेस कमेटी द्वारा आयोजित मेहंगई मुक्त भारत आंदोलन में भाग लेने वाले भारी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ताओं और स्थानीय निवासियों को संबोधित करते हुए चौ. अनिल कुमार ने कहा कि कोविड -19 महामारी से व्यथित और आर्थिक रूप से तबाह हुए गरीब और आम लोग, जो नौकरियों और आजीविका के लिए रोजगार तलाश रहे है वें अब अपने आप को बेसहारा महसूस कर रहे है क्योंकि मोदी सरकार द्वारा नियमित रूप से ईंधन की कीमतों में वृद्धि करके जिसमें रसोई गैस भी शामिल है घरेलू बजट को अस्त-व्यस्त कर दिया है, क्योंकि पेट्रोल और डीजल की कीमतों में लगातार वृद्धि के कारण अन्य रोजमर्रा की जरूरत सामानों की कीमतें भी बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि एक सप्ताह के भीतर घर के खर्चे में प्रति परिवार कम से कम एक हजार रुपये का इजाफा हुआ है।
चौ. अनिल कुमार ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी रोजगार देने में विफल रहे हैं, लेकिन कम से कम उन्हें पेट्रोलियम उत्पादों की कीमतों को कम करके और उत्पाद शुल्क को कम करके कीमतों में वृद्धि की जांच करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि जब कांग्रेस केंद्र में सत्ता में थी, तो कांग्रेस पार्टी ने लोगों को उत्पाद शुल्क में जमा धन को वापस करने के लिए 1,60,000 करोड़ रुपये की सब्सिडी दी थी। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने पिछले 8 वर्षों में उत्पाद शुल्क में 26 लाख करोड़ रुपये से अधिक का संग्रह किया है और सभी सब्सिडी को बंद कर दी है।
चौ. अनिल कुमार ने कहा कि एक भरा हुआ रसोई गैस सिलेंडर, जिसकी कीमत 2014 में 450 रुपये थी, वो आज 950 रुपये का है, जो मोदी के विकास मॉडल के बारे में एक स्पष्ट तस्वीर देता है। उन्होंने कहा कि पिछले आठ वर्षों में जो विकास और प्रगति हुई है वह केवल मोदी के साथियों, बड़े पोंजिपतियो और भाजपा नेताओं की हुई है, न कि संघर्षरत आम लोगों की। उन्होंने कहा कि आम लोगों की दुर्दशा का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि एक किलो नींबू अब 250 रुपये में बिक रहा है जो कुछ दिनों पहले 25 रू. प्रतिकिलो था, और खाना पकाने के लिए सरसों के तेल की एक बोतल की कीमत 200 रुपये है।
आज दिल्ली के 8 जिलें तिलक नगर, आर्दश नगर, करोल बाग, नजफगढ़, पटपड़गंज, रोहिणी, बदरपुर व नई दिल्ली जिला कांग्रेस कमेटियों द्वारा अपने अपने जिलों में मंहगाई के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया गया। विरोध प्रदर्शन में भाग लेने वालों में दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष चौ. अनिल कुमार के अलावा जिलाध्यक्षों में एडवोकेट दिनेश कुमार, धर्मपाल चंलेला,मनोज यादव,मदन खोरवाल, सतबीर शर्मा, विशाल मान, विष्णुस्वरूप अग्रवाल व विरेन्द्र कसाना, पूर्व विधायक अमरीश गौतम, विजय कुमार, गुरमीत कौर, धर्म पाल मौर्य, विजेंद्र चौधरी, रूपेश और विजय चौधरी आदि मौजूद थे।
चौ. अनिल कुमार ने कहा कि दिल्ली कांग्रेस राजधानी के सभी 14 जिलों में महंगाई के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रही है। उन्होंने कहा कि हमारे नेता श्री राहुल गांधी जी ने खुद पेट्रोलियम उत्पादों की कीमतों में नियमित वृद्धि के खिलाफ देशव्यापी आंदोलन शुरू कर दिया है, ताकि महंगाई को काबू करने के लिए मोदी सरकार पर दबाव बनाया जा सके और लोगों को इस मंहगाई की समस्या से निजात दिलाई जा सके। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार किसानों को कांग्रेस पार्टी के अटूट समर्थन के कारण ही प्रधानमंत्री मोदी को किसानों की मांगों को मानने के लिए मजबूर होना पड़ा और तीन काले कानूनों को वापस लेना पड़ा था उसी प्रकार कांग्रेस के मंहगाई के प्रति विरोध के स्वर मोदी सरकार को पैट्रोल व अन्य सामानों पर नियमित मंहगाई वृद्धि पर रोक लगाने पर मजबूर कर देगी।
चौ. अनिल कुमार ने कहा कि राहुल जी ने विधानसभा चुनाव के बाद चेतावनी दी थी कि लोगों को मूल्य वृद्धि के लिए तैयार रहना चाहिए क्योंकि विधानसभा चुनाव के दौरान मोदी के खोखले वादे लोगों को वोट पाने के लिए व गुमराह करने और मूर्ख बनाने के लिए है, और जो राहुल जी की चेतावनी सही साबित हुई है। उन्होंने कहा की दिल्ली कांग्रेस महंगाई के विरोध में लगातार विरोध प्रदर्शन करते रहेंगे तथा सोमवार को जिला कृष्ण नगर, मेहरोली तथा करावल नगर में भी विरोध प्रदर्शन किया जाएगा ।