पंजाबी बाग और मोती नगर में बनेंगे छह लेन के दो फ्लाईओवर
नई दिल्ली। केजरीवाल सरकार ने दिल्ली की सडक़ों से भीड़भाड़ कम करने और यात्रियों को बेहतर आवागमन प्रदान करने के अपने प्रयासों को जारी रखते हुए कॉरिडोर डेवलपमेंट और फ्लाईओवर निर्माण योजना के तहत 724.36 करोड़ रुपये की लागत के 2 प्रोजेक्ट्स को मंजूरी दी। इसमें 352.32 करोड़ रूपये लागत से पंजाबी बाग फ्लाईओवर और राजा गार्डन फ्लाईओवर के बीच कॉरिडोर डेवलपमेंट व स्ट्रीट नेटवर्क कनेक्टिविटी प्रोजेक्ट व 372.04 करोड़ रूपये लागत के आनंद विहार से अप्सरा बॉर्डर तक फ्लाईओवर निर्माण की परियोजना शामिल है। उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की अध्यक्षता में एक्सपेंडिचर फाइनेंस कमिटी की बैठक में यह निर्णय लिए गए। इन फ्लाईओवर व कोरिडोर के निर्माण के बाद रोजाना यहां से गुजरने वाले लाखों लोगों को फायदा होगा और उनका समय बचेगा।
इस मौके पर उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि इन जगहों पर ट्रैफिक की समस्या को खत्म करने व वर्तमान सडक़ की क्षमता को बढ़ाने में ये प्रोजेक्ट काफी मददगार साबित होंगे और गेम चेंजर साबित होंगे। उन्होंने कहा कि केजरीवाल सरकार दिल्ली में यातायात को बेहतर बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। हमारा फोकस दिल्ली की सडक़ों से भीड़भाड़ कम करना, उन्हें बेहतर बनाना और लोगों को सडक़ों के इस्तेमाल का बेहतर अनुभव प्रदान करना है।
पंजाबी बाग फ्लाईओवर और राजा गार्डन फ्लाईओवर के बीच का ये कॉरिडोर रिंग रोड का हिस्सा है और यहां ट्रैफिक का लोड काफी ज्यादा है, क्योंकि यहां रोहतक रोड (एनएच-10) का उपयोग करके हरियाणा का ट्रैफिक आता है। साथ ही ये उत्तरी दिल्ली को दक्षिणी दिल्ली, गुडगाँव व एनसीआर के अन्य हिस्से से जोडऩे का भी काम करता है। यहां मौजूद वन-वे फ्लाईओवर और कम क्षमता वाले चौराहों वर्तमान के ट्रैफिक लोड के लिए पर्याप्त नहीं है जिससे यहां ट्रैफिक जाम की समस्या पैदा होती है। इस कोरिडोर के निर्माण से मौजूदा रोड का ट्रैफिक एलिवेटेड रोड पर शिफ्ट हो जाएगा और इससे रोजाना दिल्ली एनसीआर के लाखों लोगों को फायदा होगा।