राष्ट्रपति पुलिस पदक से विभूषित डॉ. अशोक कुमार वर्मा ने नशे के दुष्परिणाम गिनाए
यमुनानगर (हितेश सचदेवा)। विकसित भारत अभियान के तत्वावधान में, जे एम आई ई टी आई रादौर के पर्सनैलिटी डेवलपमेंट डिपार्टमेंट द्वारा संस्थान में नशीली दवाओं की लत से निपटने पर संस्थान के यूथ रेड क्रॉस सोसाइटी और एन एस एस यूनिट के सौजन्य से संस्थान के छात्राओं के लिए एक विशेषज्ञ सत्र आयोजित किया गया । यह कार्यक्रम ‘नशा मुक्त युवा’ पहल के हिस्से के रूप में आयोजित किया गया था, जिसका उद्देश्य युवाओं में जागरूकता पैदा करना और मादक द्रव्यों के सेवन को रोकना था। प्रसिद्ध वक्ता और राष्ट्रपति पुलिस पदक से विभूषित डॉ. अशोक कुमार वर्मा (सब इंस्पेक्टर )जो नारकोटिक्स ब्यूरो, हरियाणा में जागरूकता कार्यक्रम के प्रभारी के रूप में कार्यरत हैं, ने इस अवसर की शोभा बढ़ाई। डॉ. वर्मा ने नशीली दवाओं की लत के हानिकारक प्रभावों और रोकथाम और पुनर्वास प्रयासों के महत्व पर प्रकाश डालते हुए सत्र में अमूल्य अंतर्दृष्टि और विशेषज्ञता लाई। सत्र में छात्रों, संकाय सदस्यों और कर्मचारियों की सक्रिय भागीदारी देखी गई, जो डॉ. वर्मा के साथ ज्ञानवर्धक चर्चाओं और इंटरैक्टिव सत्रों में शामिल हुए। उपस्थित लोगों को नशीली दवाओं के दुरुपयोग के विभिन्न पहलुओं की गहरी समझ प्राप्त हुई, जिसमें इसके सामाजिक प्रभाव और इस खतरे से प्रभावी ढंग से निपटने के तरीके शामिल हैं। सभा को संबोधित करते हुए डॉ. अशोक कुमार वर्मा ने नशीली दवाओं की लत की चुनौती से निपटने के लिए सामूहिक कार्रवाई और सामुदायिक भागीदारी की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने युवाओं में मादक द्रव्यों के सेवन के खिलाफ जागरूकता और लचीलेपन की संस्कृति को बढ़ावा देने में शैक्षणिक संस्थानों की भूमिका पर प्रकाश डाला।
कार्यक्रम का समापन एक शपथ ग्रहण समारोह के साथ हुआ, जहां प्रतिभागियों ने ‘नशा मुक्त युवा’ आंदोलन में योगदान देने और एक स्वस्थ और नशा मुक्त समाज के निर्माण की दिशा में काम करने की कसम खाई। संस्थान के निदेशक डॉ विवेक शर्मा ने सत्र के दौरान साझा किए गए अमूल्य मार्गदर्शन और अंतर्दृष्टि के लिए डॉ. अशोक कुमार वर्मा के प्रति हार्दिक आभार व्यक्त करते हुए कहा कि इस तरह की पहल जिम्मेदार और सामाजिक रूप से जागरूक व्यक्तियों के पोषण के लिए संस्थान की प्रतिबद्धता को रेखांकित करती है जो समाज में सकारात्मक बदलाव का नेतृत्व कर सकते हैं। अवसर पर संस्थान के विभिन्न विभागों के सभी प्राध्यापक गण उपस्थित रहे।