नशे के खिलाफ जिला पुलिस का अभियान जारी, करवाया जा रहा खेलों का आयोजन
कुरूक्षेत्र (हितेश सचदेवा)। कुरुक्षेत्र पुलिस द्वारा नशे के खिलाफ विशेष अभियान चलाया जा रहा है। पुलिस महानिदेशक हरियाणा श्री शत्रुजीत कपूर के आदेशों की पालना करते हुए जिला पुलिस युवाओं को नशे से दूर रखने तथा खेलों से जोड़ने के लिए खेल गतिविधियों के माध्यम से युवाओं को प्रोत्साहित कर रही है।
जानकारी देते हुए पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर अभियान के तहत मंगलवार शाम को थाना सदर पेहवा प्रभारी ने भेरियां कॉलेज में युवाओं को नशे से दूर रहने तथा खेलों से जुड़ने के लिए प्रेरित किया। पुलिस टीम द्वारा नशा न करने बारे जागरूक किया तथा नशा ना करने की शपथ भी दिलवाई गई। थाना प्रभारी ने आमजन से अपील की है कि वे अपने घर, परिवार व क्षेत्र के लोगों को ड्रग एवं हिंसा से बचाने के लिये अपने व आस-पड़ोस के युवाओं को भी प्रेरित करें। नशे से पीड़ित व्यक्ति अगर ईलाज करवाना चाहता है तो जिला स्तर पर काम कर रही नशा मुक्ति टीमों या नशामुक्ति केद्रों से सम्पर्क करें। उन्होंने कहा की नशे का कारोबार करने वालों की सूचना पुलिस विभाग के मोबाईल नम्बर 74969-85327 पर दें। सूचना देने वाले का नाम गुप्त रखा जाऐगा। इसके साथ-साथ यदि कोई व्यक्ति किसी प्रकार के नशे का आदी है और नशा छोडना चाहता है तो वह भी इस नम्बर पर सम्पर्क कर सकता है। ऐसे व्यक्ति की पुलिस प्रशासन द्बारा हर सम्भव मदद की जायेगी।
पुलिस का उद्देश्य नशे के आदी युवाओं को समाज की मुख्य धारा में जोड़ना: भोरिया
जानकारी देते हुए पुलिस अधीक्षक श्री सुरेन्द्र सिंह भोरिया ने कहा कि नशा एक ऐसी बुराई है जिससे व्यक्ति का अनमोल जीवन समय से पहले ही मौत का शिकार हो जाता है। नशा करने वाला व्यक्ति अपने साथ-साथ पूरे परिवार का जीवन खराब कर देता है। उन्होंने कहा कि सबसे पहले युवा पीढ़ी को नशे से बचाना होगा। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि पुलिस की टीम सुबह और शाम युवाओं को खेल गतिविधियों से जोड़कर उन्हें नशे से दूर रहने का संदेश दे रही हैं। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि इस अभियान से जहां युवा खेलों से जुड़ेंगे वहीं आपराधिक गतिविधियों से दूर रहेंगे। पुलिस प्रशासन के इस अभियान के सार्थक परिणाम सामने आ रहे हैं तथा जिला के अनेक युवा खेलों की ओर आकर्षित हो रहे हैं। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि पुलिस का उद्देश्य अभियान के माध्यम से नशे के आदी युवाओं को समाज की मुख्य धारा में जोड़ने का है।