हरियाणा राज्य नारकोटिक्स कण्ट्रोल ब्यूरो के कार्यालय में स्वैच्छिक रक्तदान शिविर लगाया
करनाल (हितेश सचदेवा)। हरियाणा राज्य नारकोटिक्स कण्ट्रोल के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक श्री ओपी सिंह और पुलिस अधीक्षक श्रीमती पंखुरी कुमार के दिशानिर्देशों से नशा मुक्त भारत अभियान के अंर्तगत हरियाणा राज्य नारकोटिक्स कण्ट्रोल ब्यूरो के कार्यालय में स्वैच्छिक रक्तदान शिविर लगाया गया जिसमे 50 से अधिक युवाओं ने रक्तदान किया। शिविर में पुलिस उपाधीक्षक मुख्यालय राजकुमार कुमार रंगा मुख्यातिथि के रूप में पधारे हुए थे। उन्होंने रक्तदाताओं को बैज लगाकर प्रोत्साहित करते हुए कहा कि युवाओं को रक्तदान करना चाहिए और रक्तदान अति पुण्य का कार्य है। उन्होंने बताया कि यह रक्तदान शिविर विशेष रूप से नशा मुक्त समाज के निर्माण में सहायक सिद्ध होगा। उन्होंने कहा कि युवाओं को चाहिए कि वे नशे से दूर रहने और रक्तदान कर स्वस्थ जीवन यापन करें। उन्होंने युवाओं से आशा व्यक्त करते हुए कहा कि युवा देश का भविष्य है और ऐसे लोगों को भी जागरूक करने की जिम्मेदारी सबकी है जो नशे की सुई लगाकर अपने जीवन के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। नारकोटिक्स कण्ट्रोल ब्यूरो के जागरूकता कार्यक्रम एवं पुनर्वास प्रभारी/उप निरीक्षक डॉ. अशोक कुमार वर्मा शिविर के संयोजक रहे जो अब तक 168 बार रक्तदान और 81 बार प्लेटलेट्स दे चुके हैं। उन्होंने शिविर के संचालन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। डॉ. अशोक कुमार वर्मा ने युवाओं को नशे के विरुद्ध जागरूक करते हुए कहा कि नशा नाश का कारण है जबकि रक्तदान स्वस्थ जीवन की कुंजी है। नागरिक अस्पताल करनाल के क्षेत्रीय रक्त संचरण अधिकारी डॉ. संजय वर्मा की अध्यक्षता में रक्त संग्रहण किया गया। कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के सेवानिवृत्त सहायक कुलसचिव दविन्द्र सचदेवा विशेष रूप से पधारे हुए थे। शिविर में इन्होंने किया रक्तदान- रविन्द्र सिंह, रविन्द्र कुमार, जगजीत सिंह, नीरज, धर्म चंद, रिंकू कुमार, विक्रम, सतबीर सिंह, सुमित, नीशू राज, योगेश, योगेश, नरेश कुमार, रवि, सरदार गुरविंदर सिंह, श्रवनजीत सिंह, बलबीर सिंह, संदीप कुमार, वजीर सिंह, मनोज कुमार, नरेंद्र सिंह, श्रवण कुमार, विजेंद्र सिंह, अनिल कुमार, प्रेमवीर, नवीन, सुनील कुमार, राजेश कुमार, विजय कुमार, जितेंद्र कुमार, सुरेंद्र सिंह, करमवीर सिंह, जोगिंदर सिंह, राहुल, सुनील कुमार, जय भगवान, विक्रांत, प्रशांत शर्मा, नरेंद्र, नितिन, कश्मीर सिंह, बलिंदर सिंह, गुरविंदर सिंह, पिता नरेंद्र और पुत्र नितिन ने एक साथ रक्तदान किया।