ऑप्रेशन स्माईल के तहत जिला पुलिस टीम ने 2 बच्चों को किया रेस्क्यू
कुरूक्षेत्र (हितेश सचदेवा) जानकारी देते हुए पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक राज्य अपराध ब्यूरो के आदेशानुसार हरियाणा पुलिस द्वारा जूलाई माह में गुमशुदा बच्चों व व्यक्तियों की तलाश के लिए एक माह का स्पैशल अभियान “आप्रेशन स्माईल” चलाया जा रहा है। पुलिस अधीक्षक कुरुक्षेत्र श्री जशनदीप सिंह रंधावा के कुशल मार्गदर्शन में जिला पुलिस की टीम द्वारा कारवाई की जा रही है। वीरवार को पुलिस टीम ने कारवाई करते हुए थाना सदर थानेसर एरिया में लेबर कर रहे 2 छोटे बच्चों को रेस्क्यू करने का सराहनीय कार्य किया है।
विस्तृत जानकारी देते हुए पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि 4 जुलाई को आप्रेशन स्माईल टीम प्रभारी उप निरीक्षक जगमिन्द्र सिहं के नेतृत्व मे उप निरीक्षक रणबीर सिहं, जगमिन्द्र सिंह, हवलदार कर्म सिंह व महिला मुख्य सिपाही नीलम की टीम ने थाना सदर थानेसर एरिया में लेबर कर रहे 2 बच्चों को रैस्क्यू किया है। दोनों बच्चों को बाल कल्याण समिति के सम्मुख पेश करके काउसलिंग करवाई गई। बच्चों के परिवार को ढूंढकर उनकी भी काउसलिंग करवाकर दोनों बच्चों को उनके माता-पिता के हवाले किया गया। इस मौका पर बाल कल्याण समिति चेयरमैन कृष्ण पांचाल, सदस्य हरी सिंह, जगमोहन सिंह आदि मौजूद रहे।
बच्चो को भीख मांगने या लेबर कार्य में ना लगाकर स्कूल भेजना चाहिए: जशनदीप सिंह रंधावा
पुलिस अधीक्षक जशनदीप सिंह रंधावा ने कहा कि ऑपरेशन स्माईल के तहत गुमशुदा, लेबर करने या भीख मांगने वाले बच्चों को रेस्क्यू करके उनकी काउंसलिंग की जाती है। उनके माता-पिता को अपने बच्चों को स्कूल भेजने के लिए जागरूक किया जाता है। पुलिस अधीक्षक ने कहा कि जिला पुलिस का यह अभियान बहुत ही सराहनीय है जिससे बहुत से बच्चों का जीवन सकारात्मक दिशा में पथ प्रदर्शित होगा और वह पढ़ लिखकर एक अच्छे समाज का निर्माण करेंगे। उन्होंने कहा कि बच्चे इस देश का भविष्य है और शिक्षा किसी भी इंसान के लिए बहुत जरूरी होती है। शिक्षा के माध्यम से इंसान ज्ञान की प्राप्ति करता है और इसके साथ साथ वह नैतिक रूप से भी समृद्ध बनता है जो अपने साथ-साथ अपने समाज के लिए कार्य करता है। उन्होंने कहा कि बच्चों के माता-पिता को भी चाहिए कि वह अपने बच्चों को स्कूल भेजकर शिक्षा दिलवानी चाहिए ना कि छोटी उम्र में भीख मांगने या लेबर कार्य में लगाकर उनके भविष्य को अंधेरे में धकेलना चाहिए।