600 ई सिगरेट के साथ आरोपी को एसटीएफ़ जिला शाहदरा की टीम ने किया गिरफ्तार
मनोज कुमार प्रणामी
नई दिल्ली। मामला दिल्ली से है जहां प्रतिबंधित ई सिगरेट के साथ टीम ने आरोपी को गिरफ्तार करने मे सफलता हासिल की।
डीसीपी जिला शाहदरा प्रशांत गौतम ने बताया कि जिला मे अपराध पर लगाम लगाने के साथ साथ किसी भी तरह के नशे/मादक प्रदार्थों का सेवन जो प्रतिबंधित हो उसे बरामद करने और बेचने वालो पर भी जिला द्वारा समय समय पर नकेल कसी जाती है। इसी कड़ी मे एक टीम का गठन किया गया।
टीम, जांच, तलाशी, पूछताछ और गिरफ्तारी
एसीपी गुरुदेव सिंह के मार्गदर्शन और एस.आई. अजय तोमर के नेतृत्व मे जिसमे ए.एस.आई. अभिमन्यु राठी, अमित, सुनील कुमार, हैड कांस्टेबल रवि, सचिन, नितिन और अनुज शामिल थे।
टीम आला अधिकारियों द्वारा मिले निर्देशानुसार प्रतिबंधित नशे के सेवन मे मादक प्रदार्थों को उपलब्ध करवाने वाले आरोपियों को तलाश कर रही थी और उसके लिए अपने मुखबिरो से जानकारी इकट्ठा कर रही थी। दिनांक 07.02.2025 को टीम को अपने सूत्रो से जानकारी मिली कि ई-सिगरेट जो भारत मे प्रतिबंधित है और युवाओ मे खासे लोकप्रिय हो रहे है उसे किसी को बेचने के लिए एक आरोपी दिलशाद गार्डन मेट्रो स्टेशन के करीब आएगा। मिली जानकारी को टीम द्वारा आला अधिकारियों तक पहुंचाया गया और मुखबिर द्वारा बताए गए स्थान के करीब टीम ने डेरा दल दिया। टीम द्वारा वहाँ से गुजरने वाले संदिग्धों पर नजर रखी जाने लगी और एक संदिग्ध जो तीन बैग लिए खड़ा दिखलाई दिया टीम द्वारा उसे रोक कर पूछताछ शुरू की गई। पूछताछ मे संदिग्ध की घबराहट देख टीम ने उन बैग की तलाशी ली तो उसमे रखी 600 ई सिगरेट बरामद हुई। मामला दर्ज कर संदिग्ध को गिरफ्तार किया गया। जिसकी पहचान मयंक गिरि गोस्वामी निवासी जनकपूरी उत्तमनगर दिल्ली के रूप मे हुई। पूछताछ मे आरोपी मयंक ने टीम को बताया कि उसे गौरव ने यह किसी अन्य को देने के लिए कहा था जिसकी लोकेशन गौरव द्वारा व्हाट्सएप्प पर दी गई थी और गौरव ने सोशल मीडिया के जरिये ही फोन करके बताया था। इसे सप्लाई करने के एवज मे उसे कमीशन मिलनी थी।बीबीए करने के बावजूद उसे कोई अच्छी नौकरी नहीं मिल पाई थी जिसके बाद वह आराममयी जिंदगी यापन करने के लिए अपराध करने लगा और 2021 मे एक फर्जी कॉल सेंटर चलाने का मामला अभी कोर्ट विचारधीन है।
बरामदगी : 600 ई-सिगरेट।