उत्तरी निगम के सभी वार्डों में डेंगू और मलेरिया जागरूकता अभियान आयोजिक
नई दिल्ली। उत्तरी दिल्ली नगर निगम के सभी 104 वार्डों में डेंगू व मलेरिया जागरूकता अभियान आयोजित किया गया। इस अभियान के अंतर्गत उत्तरी दिल्ली नगर निगम के सभी पार्षदों ने अपने-अपने वार्डों में डेंगू व मलेरिया की रोकथाम के लिए जन स्वास्थ्य विभाग के कर्मिंयों के साथ मिलकर जागरूकता अभियान चलाया।
जागरूकता अभियान के दौरान उत्तरी दिल्ली के महापौर अवतार सिंह ने मानसून के मौसम में डेंगू व मलेरिया कारण होने वाले बीमारियों की रोकथाम हेतु नारिकों से समर्थन देने का अनुरोध किया। उन्होंने कहा कि घर की छत और आस-पास कबाड़ जैसे टूटे गमले, कप, बर्तन, टायर आदि खुले में ना छोड़े जिसमें बरसात का पानी जमा हो सकता हो। जिससे की डेंगू एवं चिकुनगुनिया फैलाने वाले मच्छर की रोकथाम की जा सके हैं। उन्होंने कहा कि इन रैलियों का मकसद इस संवेदनशील मौसम में स्तर्क रहकर मच्छरों की उत्पति को स्त्रोत पर रोकना है।
महापौर ने उत्तरी दिल्ली नगर निगम के सभी पार्षदों और निगमायुक्त को पत्र लिख कर डेंगू व मलेरिया कि रोकथाम हेतु अपना योगदान देने का आग्रह किया उन्होंने कहा कि सभी निगम कर्मचारी कम-से-कम अपने पड़ोस के पांच घरों में डेंगू एंव अन्य जलजनित बीमारियों के संबंध में जांच करें तथा लोगों को जागरूक करें। उन्होंने कहा कि प्रत्येक कर्मचारी और अधिकारी अपने द्वारा पांच घरों में किए सर्वेक्षण का ब्यौरा अपने कार्यालय में दे।
स्थायी समिति के अध्यक्ष जय प्रकाश ने कहा कि कोई भी कार्यक्रम सक्रिय जन भागीदारी के बिना सफल नहीं हो सकता है और इसलिए निगम मलेरिया, डेंगू व चिकनगुनिया से निपटने के अपने प्रयासों को तेज करने के अलावा, नियमित रूप से समन्वय बैठकें और जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करता है। उन्होंने कहा कि जैसा कि हम सभी जानते हैं कि डेंगू एक मच्छर जनित बीमारी है और इस बीमारी के कारण लोगों में खौफ पैदा हो जाता है क्योंकि यह गंभीर दर्द के साथ उच्च दर्जे का बुखार पैदा करता है और यहां तक कि कभी कभी यह जानलेवा तक भी हो जाती है। उन्होंने आगे बताया कि आज टीमों ने संभावित प्रजनन स्थलों और ऐसे संवेदनशील स्थानों का भी निरीक्षण किया और नागरिकों को उन स्थानों के बारे में बताया ताकि वे निवारक उपाय कर सकें।