गांधी जी की 150 वीं वर्षगांठ पर ‘एक कदम स्वच्छता की ओर’ कार्यक्रम का आयोजन
नई दिल्ली। देश भर में गांधी जी की 150 वीं वर्षगांठ के उपलक्ष में जगह-जगह स्वच्छता अभियान चलकर देशवासियों ने अपनी सच्ची श्रद्धांजलि राष्ट्र पिता गांधी जी को दी। स्वच्छता स्वस्थ तथा सुंदर समाज की बुनियादी आवश्यकता है। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सभी देशवासियों ने इस अभियान में बढ़-चढ़ कर भाग लिया।
सेंट मारग्रेट स्कूल प्रशांत विहार में भी मुहीम के अंतर्गत तरह-तरह की गतिविधियों का आयोजन किया और ‘एक कदम स्वच्छता की ओर’ मुहीम में अपना सहयोग दिया। सप्ताह भर रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम, रैली, नाटक, मंचीय अभिवयक्ति के माध्यम से लोगों में स्वच्छता के प्रति जागरूकता पैदा की गई।
मारग्रेटेरियन्स की सक्रीय भागीदारी ‘यमुना स्वच्छता मुहीमÓ में देखने को मिली, जहां दिल्ली के सभी स्कूलों के बच्चों के साथ उन्होंने अपने-अपने तरीकों से साफ-सफाई की, बैनर हाथ में पकड़ कर नारे लगाए। बच्चों ने ‘स्वच्छ दिल्ली, स्वस्थ दिल्लीÓ की शपथ लेते हुए अपना उत्साह दिखाया। सोनिया विहार के यमुना घाट पर ऐसा लग रहा था मानो एक विशाल जन-समुदाय स्वच्छता की लहर में बह रहा हो। यमुना के करुण पुकार :
मानो तो मैं यमुना मां हूं, न मानो तो बहता पानी।
अब भी न करोगे यदि सफाई, तो कैसे होगी तुम्हारी भलाई।।
स्कूल में बच्चों ने प्रशांत विहार और उसके आसपास के इलाके में, सड़कों पर सफाई की। खेल-खेल में और हास-परिहास में बच्चों ने सफाई के प्रति अपने उत्साह का सफल प्रदर्शन किया। इस कार्य में उनका जोश देखते ही बनता था।
गांधी सप्ताह समारोह के अंतर्गत हिंदी विभाग के सदस्यों द्वारा अनेक क्रियात्मक गतिविधियां कराई गई जैसे चरित्र मंचन, काव्य-पाठ, स्लोगन लेखन, विज्ञापन, मोनो एक्टिंग, सुलेख प्रतियोगिता, प्रश्नोत्तरी, चित्र वर्णन आदि। अध्यापक वर्ग के अथक परिश्रम तथा बच्चों के सहभागिता से समारोह सफल रहा।
नन्हे-मुन्ने मारग्रेटेरियन्स भला कहां पीछे रहने वाले थे, उन्होंने अपने वार्षिक प्रतिभा कार्यक्रम में ‘गाँधी : एक यात्राÓ के माध्यम से गांधी के जीवन चरित्र और कार्यों को बखूबी प्रदर्शित किया। जिसे देखकर सभी ने अपने दांतों तले अंगुली दबा ली।
चेयरमैन बी.आर. गोस्वामी, प्रबंधकीय निदेशक नवीन गोस्वामी और प्रधानाचार्या श्रीमती रेनू जैन ने 150 गाँधी जयंती के उपलक्ष में हुए कार्यक्रमों का उत्साहवर्धन करते हुए सभी से यह अनुग्रह किया कि वे अपने घरों के साथ-साथ अपने आस-पास की सफाई पर ध्यान दें। सड़कों, बाजारों तथा सार्वजनिक स्थानों पर सफाई के प्रति श्रमदान करें।
नदियाँ मानव जीवन का आधार हैं।
इनसे ही मानव जाति का कल्याण हैं।।