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गुरू नानक देव जी के 550वें प्रकाश उत्सव पर हुआ भव्य कीर्तन का आयोजन

नई दिल्ली। सिख समुदाय के पहले गुरू नानक देव के जी 550वें प्रकाश उत्सव पर शालीमार बाग विधानसभा में महान कीर्तन दरबार लगाया गया। जिसमें सभी जाति-धर्म व समुदाय के लोगों ने भाग लेकर एकता और भाईचारे की मिशाल पेश की तथा गुरूजी का आशीर्वाद प्राप्त किया। इस अवसर पर हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर बतौर मुख्यातिथि के तौर पर उपस्थित रहे। वहीं विशिष्ट अतिथि के तौर पर राज्यसभा सांसद विजय गोयल, दिल्ली विधानसभा में नेता विपक्ष विजेन्द्र गुप्ता, गुरूद्वार प्रबंधक कमेटी के महामंत्री हरमित सिंह कालका, एमपीएस चड्डा, विक्रम सिंह रोहिणी, भजन सिंह वालिया विशेष तौर पर उपस्थित रहे।
उत्तरी दिल्ली नगर निगम में नेता सदन तिलक राज कटारिया की अध्यक्षता में आयोजित इस कार्यक्रम की खास बात यह रही है इसमें बादल और सरना दोनों ही ग्रुप के पदाधिकारी भी मौजूद रहे। सभी सहजदारियो ने केसधारियों के साथ मिलकर कटारिया के नेतृत्व में एकजुट होकर गुरू महाराज का संदेश दिया। इस दौरान पंज प्यारों की अगुवाई में नगर कीर्तन आगे-आगे चला। गतका पार्टियों ने अपने-अपने हैरतअंगेज करतबों से लोगों व संगत को अचंभित कर दिया। वहीं गुजर रहे नगर कीर्तन पर श्रद्धालुओं ने फूलों से वर्षा कर स्वागत किया।
इस मौके पर उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि ” हम सभी गुरू नानक जी के वंशज है। हमे उनकी शिक्षाओं को लेकर समाज में एकजुट होकर भाईचारे का संदेश देना चाहिए। कटारिया जी ने इसकी शुरूआत करके बहुत अच्छी पहल की है। मैं शालीमार बाग क्षेत्र के लोगों को यह कहने में तनिक भी संदेह नहीं करता कि तिलक राज कटारिया के रूप में लोगों को बहुत नेतृत्व मिला है। हमने इनसे काफी कुछ सीखा है। जनता को भी सीखना चाहिए और क्षेत्र में तिलक राज कटारिया का हाथ मजबूत करना चाहिए। तिलक राज कटारिया ने गुरू नानक जी के उपदेशों की चर्चा करते हुए कहा कि गुरू साहब का संदेस था कि प्रत्येक व्यक्ति को प्रभु का नाम जपना चाहिए। हमेशा धर्म के साथ अच्छे कर्म करने चाहिए तथा सभी मिलकर रहे और एकता भाईचारे की मिशाल पेश करे ” ।उन्होंने कहा कि 550 साल पहले गुरू जी का यह संदेश जितना जरूरी समझा जाता था आज भी उसकी उतनी ही जरूरत है। उन्होंने कहा कि गुरुनानक देव जी ने समाज को एकता में बांधने पर कई संदेश दिए थे। गुरु नानक देव जी का मानना था कि भगवान एक है और वह हर जगह विघमान हैं। वह कहते थे कि हमें हमेशा लोभ का त्याग करना चाहिए और मेहनत से धन कमाना चाहिए। जरूरतमंदो की सहायता के लिए हमें हमेशा तैयार रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि सबसे पहले खुद की बुराइयों और गलत आदतों पर विजय पाने की कोशिश करनी चाहिए।
हमें हमेशा अच्छे और विनम्र सेवाभाव से अपना जीवन गुजारना चाहिए क्योंकि अहंकार मनुष्य का सबसे बड़ा दुश्मन होता है इसलिए कभी भी मनुष्य को अहंकार नहीं करना चाहिए। सभी मनुष्यों को प्रेम, एकता, समानता और भाईचारा का संदेश देना चाहिए। जब मन पाप और लज्जा से अपवित्र हो जा़ए तब ईश्वर का नाम लेने से वह स्वच्छ हो जाता है।
नेता विपक्ष विजेन्द्र गुप्ता ने कहा कि एक ही मंच पर सभी जाति धर्म के लोगों को एकजुट करना बहुत बड़ी बात होती है। यह तिलक राज कटारिया के कुशल नेतृत्व का ही परिणाम है कि आज हजारों की संख्या में लोग इस कार्यक्रम में पहुंचे है। उन्होंने कहा कि गुरू नानक देव जी सर्वजन हिताया, सर्वजन सुखाय के नीति पर काम करते थे। उन्होंने हमेशा ही समाज को एकजुट करने का कार्य किया। जिस कारण आज भी उनके संदेश उतने ही प्रासंगित है जितने 550 वर्ष पहले थे। हम सभी को उनके दिखाए मार्ग पर चलना चाहिए और उनकी शिक्षाओं को अपनाते हुए समाज को एक नई दिशा देनी चाहिए।

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