कांग्रेस ने निर्माण भवन का घेराव किया
नई दिल्ली। दिल्ली की अनाधिकृत कालोनियों के मुद्दे पर आक्रामक कांग्रेस पार्टी ने आज धारा 7ए को निरस्त करने की मांग को लेकर प्रदेश अध्यक्ष श्री सुभाष चोपड़ा के नेतृत्व में केन्द्रीय शहरी विकास मंत्री श्री हरदीप पुरी के निर्माण भवन स्थित कार्यालय का घेराव किया। प्रदर्शन में शामिल गुस्साऐं हजारों लोगों की भीड़ के कारण लगभग 2 घंटे तक जनपद और उसके क्षेत्र के आसपास जाम लगा रहा । गुस्साऐं लोग बारार जेल जाने की मांग कर रहे थे। बेकाबू लोगों से पुलिस की कई बार झड़पे हुई।
लम्बे समय तक ट्रेफिक जाम होने और पुलिस की बार बार चेतावनी के बाद जब प्रदर्शनकारी वहां से नही हटे तो पुलिस के आला अधिकारियों ने श्री सुभाष चोपड़ा, पूर्व मंत्री श्री अरविन्दर सिंह लवली, परवेज हाश्मी व मुख्य प्रवक्ता व वरिष्ठ नेता श्री मुकेश शर्मा सहित हजारों कार्यकर्ताओं को गिरफतार कर लिया। जिन्हें मंदिर मार्ग थाने के अलावा दिल्ली के अलग-अलग थानों में रखा गया।
प्रदर्शनकारियों में पूर्व प्रदेश अध्यक्ष श्री जय प्रकाश अग्रवाल, श्री अरविन्दर सिंह लवली, परवेज हाश्मी, कीर्ति आजाद व श्री मुकेश शर्मा शमिल थे जो नारे लगाते हुए निर्माण भवन की ओर बढ़े है ।
प्रदर्शनकारी सुबह 11 बजे से ही जनपद रोड़ स्थित नेशनल म्यूजियम पर एकत्रित होना शुरु हो गए थे। कांग्रेस कार्यकर्ताओं के अलावा दिल्ली के विभिन्न क्षेत्रों के अलावा अनाधिकृत कालोनियों के भारी संख्या में लोग ‘‘धारा 7ए दिखावा है, जनता से छलावा है’, ‘अनाधिकृत कालोनियों ने पुकारा है, 7ए धारा नकारा है’, ‘इंदिरा जी ने कालोनियों को दिया अधिकार, वही चाहिए आज आधार‘, ‘अनाधिकृत कालोनियों की यही पुकार, इंदिरा जी की नीति हो आधार‘, अनाधिकृत कालोनियों की अधिसूचना, धोखा है – धोखा है‘, ‘मालिकाना अधिकार के नाम पर झांसा, बंद करो – बंद करो‘, ‘मालिकाना अधिकार ढकोसला है, अधिकार के नाम पर खोखला है‘, ‘मालिकाना अधिकार धोखा है, सरकार बदल दो, मौका है‘, नारे लगा रहे थे।
प्रदर्शनकारियें को सम्बोधित करते हुए श्री सुभाष चोपड़ा ने कहा कि केन्द्र की भाजपा सरकार व केजरीवाल की मिलीभगत से दिल्ली की अनाधिकृत कालोनियों को उजाड़ने की नाकाम साजिश की जा रही है। उन्होंने कहा कि केन्द्रीय मंत्री श्री हरदीप पुरी ने स्वयं यह माना है कि धारा 7ए के कारण 9 प्रतिशत कालोनियां नियमन से बाहर रह गई है। उन्होंने कहा कि श्री पुरी को जमीनी हकीकत की जानकारी ही नही है, सच यह है कि 40 प्रतिशत से अधिक कालोनियां 7ए की अंतर्गत आती है और लोगों में इसको लेकर भारी गुस्सा है। उन्होंने कहा कि धारा 7ए का निरस्त नही किया जाना जनहित में नही है। उन्होंने इस बात पर भी आश्चर्य व्यक्त किया कि मालिकाना हक देने के नाम पर कालोनियों के लोगों को ठगा जा रहा है।
जयप्रकाश अग्रवाल, श्री अरविन्दर सिंह लवली व श्री कीर्ति आजाद ने हजारों प्रदर्शनकारियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि दिल्ली की अनाधिकृत कालोनियों के निवासियों पर 7ए की नंगी तलवार लटक रही है और भाजपा व आप पार्टी अनाधिकृत कालोनियों के नाम पर आपस में नूरा कुश्ती में व्यस्त है। तीनों नेताओं ने कहा कि धारा 7ए दिल्ली की आधी से ज्यादा अनाधिकृत कालोनियों को तोड़ने की एक बड़ी साजिश है जिसका कांग्रेस पूरी शक्ति के साथ मुकाबला करेगी और इस साजिश को विफल किया जाएगा। आज प्रदर्शन में शामिल आम आदमी को देखकर गदगद तीनो नेताओं ने केन्द्र सरकार को कड़े शब्दों में चेतावनी तक दे डाली।
मुकेश शर्मा ने लोगों को सम्बोधित करते हुए कहा कि अनाधिकृत कालोनी कांग्रेस के लिए भावनात्मक मुद्दा है। उन्होंने यह भी कहा कि 1976-77 की इंदिरा गांधी की नीति के आधार पर दिल्ली की कालोनियों को बिना शर्त नियमित किया जाए। श्री शर्मा ने घोषणा की कि कांग्रेस धारा 7ए निरस्त होने तक न केवल अपना आंदोलन जारी रखेगी बल्कि आंदोलन को तेज किया जाएगा। जिसमें पूरी दिल्ली में चक्का जाम भी शामिल है। उन्होंने आज फिर दोहराया कि डीडीए द्वारा मालिकाना हक के लिए स्लिप जारी करना एक बड़ा भारी अपराध है जो केवल घूस इकटठी करने के लिए किया जा रहा है।
प्रदर्शन में पूर्व मंत्री दिल्ली सरकार डा. नरेन्द्र नाथ, किरण वालिया, पूर्व विधायक सर्वश्री हसन अहमद, मतीन अहमद, आसिफ मोहम्मद खान, जय किशन, वीर सिंह धींगान, बलराम तंवर, कुंवर करण सिंह, अनिल भारद्वाज, सुमेश शौकीन, सुरेन्द्र कुमार, दर्शील रामकुमार, चरण सिंह कंडरा, ब्रह्म पाल, नीरज बसोया, शिवानी चोपड़ा, हरचरण सिंह जोश, जिला अध्यक्ष मो। उस्मान, विष्णु स्वरूप अग्रवाल, राजेश चौहान हरि किशन जिंदल, कैलाश जैन, ए। जोशी, गुरचरण सिंह राजू, इंद्रजीत सिंह, अमित मलिक, प्रवीण भुगरा, कमलकांत शर्मा, एमसी रिंकू, प्रेम लता सांगवान, गुड्डी देवी, पूर्व एमसी सतबीर सिंह, खविंदर सिंह कप्तान, नीतू वर्मा, अमृता धवन, इंदु वर्मा पुष्पा सिंह, विराम कौरव , इशरत जहां रमेश पंडित, रमेश सभरवाल, सुरेंद्र सेतिया, चौ। अजीत सिंह, चमन लाल शर्मा, कप्तान सिंह, सतीश खटाना, अली मेहदी, रितु सिंह चौहान, अशोक बसोया, अब्दुल वाहिद, नौशाद, सिद्धार्थ कुंडू मुख्य रुप से शामिल थे।