डॉ. हर्ष वर्धन ने नोवेल कोरोना वायरस के बारे में मीडिया को जानकारी दी
नई दिल्ली। स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री डॉ. हर्ष वर्धन ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में सरकार के सर्वोच्च स्तर पर राजनीतिक संकल्प नोवेल कोरोना वायरस बीमारी (सीओवीआईडी 2019) के विरूद्ध सरकार की कार्रवाई का नेतृत्व कर रहा है। डॉ. हर्ष वर्धन भारत में नोवेल कोरोना वायरस बीमारी की स्थिति, नवीनतम जानकारी, उठाए गए कदम तथा तैयारियों के बारे में संवाददाताओं से बातचीत कर रहे थे।
डॉ. हर्ष वर्धन ने बताया कि उनकी अध्यक्षता में स्थिति पर नजर रखने के लिए एक उच्च स्तरीय मंत्री समूह का गठन किया गया है, जिसमें विदेश मंत्री, नागर विमानन मंत्री, गृह राज्य मंत्री, जहाजरानी राज्य मंत्री तथा स्वास्थ्य और परिवार कल्याण राज्य मंत्री हैं। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य, रक्षा, विदेश, नागर विमानन, गृह, वस्त्र, फर्मास्युटिकल्स, वाणिज्य, पंचायती राज मंत्रालयों तथा राज्यों के मुख्य सचिवों सहित अन्य अधिकारियों के साथ नियमित समीक्षा की जा रही है। उन्होंने कहा कि हमारे पास मंत्रालयों में कारगर समन्वय, मजबूत निगरानी प्रणाली, जांच के लिए प्रयोगशालाओं का नेटवर्क, उन्नत चिकित्सा सुविधाएं, प्रशिक्षित स्वास्थ्य कार्यबल और मीडिया है, जो दूर-दराज के क्षेत्रों में भी पहुंच सकती है। ये सभी संसाधन हमारे पास हैं, ताकि भारत में नोवेल कोरोना वायरस की रोकथाम की जा सके और इसके फैलाव पर काबू पाया जा सके। उन्होंने बताया कि मंत्रि स्तरीय बैठकों के अतिरिक्त राज्यों के साथ प्रत्येक दूसरे दिन उनकी तैयारियों और कार्रवाइयों की समीक्षा वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से की जा रही है।
डॉ. हर्ष वर्धन ने कहा कि सभी मंत्रालयों और राज्यों ने विशेषकर केरल ने शानदार कार्य किए हैं। इससे एक मजबूत निगरानी प्रणाली बनी है।
भारत सरकार द्वारा उठाए गए कदमों की जानकारी देते हुए डॉ. हर्ष वर्धन ने कहा कि निगरानी, नमूना, संग्रह, पैकेजिंग तथा परिवहन, संक्रमण रोकथाम तथा नियंत्रण और क्लिनिकल प्रबंधन के बारे में राज्यों को परामर्श , दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं। उन्होंने बताया कि भारत संभवत: पहला देश है, जिसने 17 जनवरी 2020 को ही यात्रा परामर्श जारी किया था। दिशा-निर्देश दस्तावेज स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय की वेबसाइट पर उपलब्ध है। नवीनतम स्थिति के अनुसार यात्रा परामर्श को अद्यतन किया जा रहा है।
डॉ. हर्ष वर्धन ने कहा कि मामले का शुरू में पता लगाने के लिए प्रवेश स्थल और समुदाय में निगरानी महत्वपूर्ण है। उऩ्होंने कहा कि सीओवीआईडी-19 काफी संक्रमणकारी है, लेकिन चीन में इससे मृत्यु दर 2 प्रतिशत और चीन से बाहर 0.2 प्रतिशत है। इस बीमारी के कई मानक अज्ञात हैं। उन्होंने सीओवीआईडी-19 के बारे में जागरूकता और प्रचार-प्रसार के लिए मीडिया कर्मियों को धन्यवाद दिया।