Entertainment News – Apni Dilli https://apnidilli.com Hindi News Paper Tue, 29 Mar 2022 13:25:08 +0000 en-US hourly 1 https://wordpress.org/?v=6.5.2 https://apnidilli.com/wp-content/uploads/2023/09/cropped-logo-1-32x32.jpg Entertainment News – Apni Dilli https://apnidilli.com 32 32 फिर गर्मी नहीं करेगी परेशान https://apnidilli.com/18144/ Tue, 29 Mar 2022 13:25:08 +0000 http://apnidilli.com/?p=18144 दोस्तों,गर्मियों के मौसम ने दस्तक दे दी है और इस साल तो समय से काफी पूर्व ही हम सब के पसीने छूटने लगे हैं। कहां तो होली पर्व के बाद ही थोड़ी बहुत गर्मी शुरू हुआ करती थी परंतु इस वर्ष गर्मियां कुछ ज्यादा ही जल्दी आ चुकी हैं।
खैर, मौसम तो बदलते रहते हैं ।ऋतु परिवर्तन तो प्रकृति का नियम है। सर्दी,गर्मी,गर्मी के बाद बारिश ,बारिश के बाद सर्दी ,सर्दी के बाद गर्मी यह सब तो चलता ही रहता है। ऋतु देर सवेर आती जाती रहती हैं।किंतु इसका यह अर्थ कदापि नहीं कि हम ऋतु परिवर्तन में स्वयं का ध्यान ना रखें और ऋतु परिवर्तन से होने वाली परेशानियों को झेलें।
अपने इस आलेख के माध्यम से मैं अपने अनुभवों के आधार पर आप सभी से गर्मियों से बचने के उपाय साझा करना चाहती हूं। वैसे तो मेरे पाठकगण मुझ से कहीं अधिक समझदार एवं अनुभवी होंगे परंतु यह भी सत्य है कि कभी-कभी सब कुछ हमारे सामने होते हुए भी हम कुछ चीजों को संयोग से कहें या जल्दबाजी में, नजरअंदाज कर देते हैं और इसी का खामियाजा फिर हमारे स्वास्थ्य को भुगतना पड़ता है।तो ऐसा ना हो, इसलिए हमें गर्मी से बचाव के तरीकों को ध्यान में रखना होगा और जब तक गर्मी अपना असर करना कुछ हद तक कम ना कर दें तब तक हमें कुछ नियमों का नियमित रूप से पालन करना होगा और ऐसी कुछ सावधानियां बरतनी होंगी जिसके पश्चात गर्मियां हम पर अपना दुष्प्रभाव नहीं छोड़ पाएंगी। ऐसे ही कुछ उपायों और सावधानियों को आप सभी के लिए लेकर आज मैं उपस्थित हूं, ताकि हम सेहत के खजाने से खुशियों के मोती सदैव चुनते रहें।
* गर्मियां शुरू होने से पहले ही हमें गर्मियों के दौरान पहने जाने वाले कपड़ों को अलमारियों अथवा सूटकेस से बाहर निकाल कर धो लेना चाहिए और यदि धोना संभव ना हो तो कम से कम कपड़ों को धूप में अवश्य रखना चाहिए क्योंकि लंबे समय से अलमारी और सूटकेस में बंद कपड़ों में अक्सर कीटाणु घर कर जाते हैं और यदि उन्हें डायरेक्ट पहन लिया जाए तो काफी लोगों को एलर्जी संबंधी समस्याएं हो सकती हैं।
*गर्मी से स्वयं को बचाने के लिए ठंडे पदार्थों का सेवन करें जितना संभव हो सके तेज गर्म चीजों को ना ही खाया जाए। ठंडे पदार्थों से यहां मेरा तात्पर्य फ्रिज में रखे हुए पदार्थों से कदापि नहीं है।सर्दियां हो चाहे गर्मियां ,कभी भी फ्रीज में रखी चीजों को तुरंत नहीं खाना चाहिए। ठंडे पदार्थों से मेरा मतलब उन पदार्थों से है जिन की तासीर ठंडी होती है और जो हमें गर्मी से राहत देते हैं। ऐसे कुछ घरेलू पदार्थ जैसे आम पन्ना ,नींबू की शिकंजी और गोंद कतीरा को दूध में डालकर पीने से स्वास्थ्य को लाभ मिलता है और गर्मी का असर भी कम होता है।
*गर्मियों में अक्सर लू का दुष्प्रभाव हमारे स्वास्थ्य पर पड़ता है। लू से बचने के लिए जब भी घर से बाहर निकले तो त्वचा पर सनस्क्रीन का प्रयोग अवश्य करें,छाते के बिना घर से बाहर ना निकलें,यदि छाते का प्रयोग संभव ना हो तो सिर पर एक कैप या सूती कपड़ा अवश्य पहन कर ही घर से निकलें।
*जितना संभव हो ,तले भुने पदार्थों का सेवन कम से कम करें ।बाहर बाजार के पके हुए खाने से बचें एवं घर का बना हुआ ताजा खाना ही खाएं ।परंतु रोजमर्रा की जिंदगी में यह संभव नहीं है कि हम बाहर का खाना बिल्कुल ही अवॉइड कर पाएं, इसलिए बाहर का खाना यदि खाना भी पड़े तो किसी अच्छी जगह पर ही खाएं ताकि पेट संबंधी रोगों से दूर रहा जा सके ।उसमें भी अधिक से अधिक मात्रा में तरल पदार्थों का ही सेवन करें तो बेहतर होगा।
*गर्मियों में अक्सर शरीर के भीतर पानी की कमी हो जाती है क्योंकि गर्मियों में पसीना बहुत अधिक आता है। पानी की कमी ना होने पाए, अत: गर्मियों में हर रोज 8 से 10 गिलास पानी पीना बहुत जरूरी है।इसके अतिरिक्त दूध लस्सी, छाछ, जूस इत्यादि का सेवन भी किया जा सकता है।
*गर्मियों में अधिकतर सूती वस्त्रों का ही प्रयोग करें ।ज्यादा चटकीले भड़कीले और रेशमी कपड़ों को पहनने से बचें  सूती कपड़े पहनने में काफी आरामदायक भी होते हैं जिससे हमें गर्मी का ज्यादा एहसास नहीं होता।
*दिन में तीन से चार बार अपने चेहरे को फेस वॉश से धोएं। फेस वॉश ना होने की स्थिति में केवल सादे पानी से भी चेहरे को धोने से चेहरे पर जमी धूल और गंदगी साफ हो जाती है और गर्मी का प्रभाव भी कम हो जाता है।
*गर्मी के मौसम में जितना जरूरत हो उतना ही मेकअप करें।आवश्यकता से अधिक ब्यूटी प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करने से त्वचा को हानि पहुंच सकती है ।ध्यान रहे,अच्छे से अच्छे ब्रांड के ब्यूटी प्रोडक्ट्स भी कभी-कभी गर्मियों में हमारी त्वचा को नुकसान पहुंचा सकते हैं।
*यदि आप कहीं बाहर गर्मी से घर में अथवा एसी वाली बस ,ट्रेन या कार में जा रहे हैं तो तुरंत एसी का प्रयोग ना करें ।ऐसी स्थिति में जुखाम होने का डर होता है ।  5 से 10 मिनट का इंतजार करें और पसीना सूखने के बाद ही एसी चालू करें.
*लू के मौसम में जितना संभव हो घर के भीतर ही रहें,परंतु यदि घर से बाहर निकलना ही पड़ता है तो अपने साथ ठंडे पानी की बोतल,सनग्लासेज, कैप,रूमाल,सूती कपड़ा और छाता अवश्य रखें।
*गर्मी की वजह से शारीरिक गतिविधियों में कटौती करने की कतई आवश्यकता नहीं है। यदि आप मॉर्निंग और इवनिंग वॉक पर नियमित रूप से जाते हैं तो गर्मियों में भी सूरज ढलने के बाद बाहर जाया जा सकता है। परंतु ध्यान रहे कि पसीना आने की स्थिति में ठंडा पानी बिल्कुल ना पिएं क्योंकि इससे भी जुकाम लग सकता है।
अंत में सबसे महत्वपूर्ण बात जिस प्रकार गर्मी हम मनुष्यों पर असर करती है उसी प्रकार पशु पक्षियों पर भी,इसलिए अपने घर के बाहर अथवा मुंडेर या छत पर पानी से भर कर एक बर्तन अवश्य रखें ताकि वहां से गुजरने वाले अबोध पशु पक्षी भी अपनी प्यास बुझा सकें।
पिंकी सिंघल, अध्यापिका
शालीमार बाग दिल्ली
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चलो घंटी बजी स्कूल की https://apnidilli.com/17677/ Wed, 16 Feb 2022 13:04:27 +0000 http://apnidilli.com/?p=17677

देश के अनेक राज्यों में शैक्षणिक संस्थान खोल दिए गए हैं जो कि बहुत ही हर्ष का विषय है।कोरोना महामारी के चलते पहले ही शिक्षा का स्तर काफी नीचे गिर गया है ,जिसको वापस ठर्रे पर लाना होगा।हमारे नौनिहालों का बहुत ही अधिक नुकसान हो चुका है जिसकी भरपाई करने में ना जाने अब कितना वक्त लगेगा। माना कि ऑनलाइन शिक्षण अधिगम प्रक्रिया द्वारा शिक्षक और बच्चों ने बहुत ही धैर्य के साथ शिक्षा के क्षेत्र में अपनी जिम्मेदारी निभाई है परंतु ऑनलाइन शिक्षण कभी भी ऑफलाइन शिक्षण अधिगम प्रक्रिया का स्थान नहीं ले सकता।
यह हम सब जानते हैं कि ऑनलाइन शिक्षा कभी भी ऑफलाइन शिक्षा की विकल्प नहीं हो सकती।खुले वातावरण में फेस टू फेस एक दूसरे को कहना और सुनना समझना इन सब चीजों का स्थान कंप्यूटर शिक्षण कभी नहीं ले सकता। शिक्षा के क्षेत्र में टेक्नोलॉजी का अपना अलग महत्व है परंतु टेक्नोलॉजी भी तो तभी कारगर सिद्ध होती है जब उस टेक्नोलॉजी को प्रयोग सही तरीके से किया जाए और समझने समझाने वाले लोग एक दूसरे के समक्ष विचार विनिमय कर सकें और अपनी समस्याओं को एक दूसरे की सहायता से समझ कर सुलझा सकें
दिल्ली में भी 14 फरवरी 2022 से एक बार फिर से स्कूल खुल गए हैं ।गौरतलब है कि 7 फरवरी 2022 से कक्षा नौवीं से बारहवीं तक के स्कूल पहले ही खोले जा चुके हैं क्योंकि इस उम्र के अधिकतर बच्चों को वैक्सीन की सुविधा दी जा चुकी है इसलिए उन्हें संक्रमण का खतरा ना के बराबर है।
हम सभी जानते हैं कि अब वायरस कोरोना का असर काफी कम पड़ रहा है किंतु फिर भी हमें सतर्क रहने की उतनी ही आवश्यकता है ।परिस्थिति बदलते देर नहीं लगती इसलिए सामाजिक दूरी का अभी भी हम सभी को पालन करना होगा,समय-समय पर साबुन से अच्छे तरीके से हाथ धोने होंगे और सेनेटाइजर का प्रयोग भी नियमित रूप से करना होगा ताकि हमारी पिछले 2 सालों की मेहनत खराब ना होने पाए जब हमने इनसे नियमों का सख्ती से पालन किया और कोरोना वायरस पर काफी हद तक जीत हासिल करने का प्रयास भी किया जिसका असर आज भी देखा जा सकता है। उन्हीं प्रयासों की वजह से आज कोरोना वायरस का असर कम होता दिख रहा है। यह तो हम सभी जानते हैं कि हमने बहुत ही मेहनत और अथक प्रयासों से यह मुकाम हासिल किया है। अबे अब हमें और अधिक सतर्क और सावधान रहने की आवश्यकता है।
स्कूल आने वाले बच्चों को सुरक्षा संबंधी नियम समझाने के लिए,उन्हें प्रेरित और प्रोत्साहित करने हेतु, उन्हें संक्रमण से बचने के तरीकों से अवगत कराना होगा और व्यवहार में भी उन्हें सिखाना होगा कि किस प्रकार अब भी अच्छे से साबुन से बार-बार हाथ धोने चाहिएं एवं सामाजिक दूरी का पालन करते हुए सदैव मास्क पहनकर रहना चाहिए ।
शिक्षकों को भी अभी कुछ समय के लिए बच्चों को ग्रुप एक्टिविटीज से दूर रखकर ही शिक्षण अधिगम प्रक्रिया को आगे बढ़ाना चाहिए और यदि फिर भी बहुत आवश्यक हो तो छोटे-छोटे ग्रुप्स बनाकर इन गतिविधियों को अंजाम देना चाहिए।
दिल्ली सरकार हर संभव प्रयास कर रही है कि दिल्ली वासियों को हर प्रकार के संक्रमण से बचा कर रखे एवं सभी लोगों को स्वास्थ्य संबंधी सुविधाएं प्रदान करे।
एक तरफ यदि दिल्ली सरकार हमारे लिए इतना सोच रही है और ईमानदारी से इतने अधिक प्रयास कर रही है तो हम दिल्लीवासियों का भी फर्ज बनता है कि हम सरकार की इस मुहिम में उनका साथ दें एवं अपने बच्चों को अच्छी प्रकार से ट्रेंड कर और समझाने के पश्चात ही स्कूल भेजें एवं शिक्षा के स्तर को ऊंचा कर आगे बढ़ाने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएं। हम निसंदेह, हम सब के सामूहिक प्रयासों से ही शिक्षा का स्तर ऊंचा उठेगा और तब दिल्ली एक बेहतरीन शहर के रूप में सफलता की सीढ़ियां चढ़ेगी।

पिंकी सिंघल
अध्यापिका, शालीमार बाग दिल्ली

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सुमित गोस्वामी और वायरल  हरियाणवी ने म्यूजिक वीडियो ‘ज़िक्र तेरा’ प्रस्तुत किया https://apnidilli.com/16110/ Wed, 28 Jul 2021 07:54:09 +0000 http://apnidilli.com/?p=16110 मुंबई: रोमांस किंग, सुमित गोस्वामी और वायरल  हरियाणवी ने म्यूजिक वीडियो ‘ज़िक्र तेरा’ प्रस्तुत किया। इस गीत को स्वयं प्रख्यात गायक सुमित गोस्वामी ने लिखा है, इसका म्यूजिक दिया है और इसे गाया है। इस सुरीले गीत में जबरदस्त लगाव है जो पहले नोट से ही दिखने लगता है। इस नए और सजीले गीत के म्यूजिक वीडियो में सुमित गोस्वामी के साथ एक्टर और मॉडल चेतना पांडे हैं।
हालके वर्षों में रीजनल म्यूजिक कई गुना बढ़ा है, जिसमें हरियाणवी म्यूजिक इंडस्ट्रीस बसे आगे है और यह  सफलता इस क्षेत्र के सुपर स्टारों के कारण मिली है। इस गाने के दिल और आत्मा सुमित गोस्वामी ने अपनी हालिया हिट्स जैसे ‘फीलिंग्स’ (500 मिलियन से अधिक व्यूज) और ‘यार की शादी’ (200 मिलियन से अधिक व्यूज) की शानदार सफलता के बाद इस मधुर रोमांटिक हिट को बनाया है।
‘ज़िक्र तेरा’ एक रोमांटिक गीत है जो प्रेम की अमर, शाश्वत भावना दर्शाता है,  जो संकट की कठिन घड़ी में सांस ले रहे एक रिश्ते के लिए किए गए संघर्ष को प्रस्तुत करता है। प्रसिद्ध डायरेक्टर दीपेश गोयल द्वारा पहाड़ों में फिल्माया गया, यह भाव पूर्ण म्यूजिक वीडियो प्यार की अटूट लौ और एक आदर्श जीवन की छिपी चुनौतियों को दर्शाता है।
एक दुखद मोड़ के साथ समाप्त होने वाली ‘ज़िक्र तेरा’ की मनोरम कहानी, संगीत के हर पल का आनंद लेते हुए, दर्शकों को एक रोमांटिक सफर पर ले जाएगी।
वायरल  हरियाणवी के साथ अपनी पहली रिलीज के बारे में बोलते हुए, सुमित गोस्वामी ने कहा, “ज़िक्र तेरा’ कभी न खत्म होने वाले प्रेम की सोच पर आधारित है, और म्यूजिक वीडियो दीपेश गोयल द्वारा खूबसूरती से शूट किया गया है और इसके लिए चेतना पांडे के साथ शूटिंग करना बेहद मजेदार रहा। मैं इस गाने की रिलीज को लेकर बेहद उत्साहित हूं। यह वायरल   हरियाणवी के साथ मेरा पहला काम है। मैं निश्चित रूप से कह सकता हूं कि उनके साथ काम करने से कलात्मक अनुभव और आनंद आया है, वैसा पहले कभी नहीं हुआ। मुझे विश्वास है कि उनके आने से हरियाणवी संगीत व्यवसाय की वैल्यू और अधिक बढ़ेगी।”
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एण्ड टीवी के ‘मौका-ए-वारदात‘ में देखिये मोना सिंह का नो-मेकअप लुक https://apnidilli.com/16065/ Fri, 23 Jul 2021 06:51:54 +0000 http://apnidilli.com/?p=16065 मोना सिंह ने टेलीविजन, फिल्मों और ओटीटी प्लेटफॉर्म पर अपनी यादगार भूमिकाओं से एक अलग पहचान बनाई है। वह जल्द ही एण्डटीवी के ‘मौका-ए-वारदात‘ में नजर आयेंगी। वह उन कलाकारों में से एक हैं, जो खुद को किसी खास टाइप के रोल में बांधकर रखने में विश्वास नहीं रखतीं, उन्हें अलग-अलग जोनर्स और किरदारों के साथ एक्सपेरिमेंट करना अच्छा लगता है। उन्होंने तरह-तरह के लुक्स से लोगों का दिल जीता है और दर्शकों के दिमाग में अपनी प्रभावशाली छवि बनाई है। हम सभी को उनके ढेरों किरदार याद हैं, फिर चाहे मोटे चश्मों वाली एक आम लड़की की भूमिका हो, जिससे हर कोई जुड़ाव महसूस कर सकता है, या फिर सिंपल और घरेलू बहू वाला लुक। हालांकि, इस बार दर्शकों को उनका एक बिल्कुल अलग अवतार देखने को मिलेगा। अपनी पर्सनैलिटी के गंभीर व्यक्तित्व को दर्शाते हुये, मोना बिना किसी मेकअप के बिल्कुल सिम्पल लुक में नजर आयेंगी। वह एक वीकडे क्राइम सीरीज ‘मौका-ए-वारदात‘ को होस्ट करने वाली हैं। जी हां! आपने बिल्कुल सही सुना है! टेलीविजन पर होस्टिंग करना हमेशा से ही ग्लैमरस रहा है, लेकिन मोना अपने साधारण लुक से इस घिसी-पिटी अवधारणा को तोड़ेंगी।
इस बारे में विस्तार से बताते हुये, एण्डटीवी के ‘मौका-ए-वारदात‘ की होस्ट मोना सिंह कहती हैं, ‘‘एक क्राइम सीरीज को होस्ट करना काफी गंभीर काम है, क्योंकि इसके लिये बेहद गंभीरता, नयेपन और ईमानदारी की जरूरत होती है, ताकि दर्शकों के सामने इसे प्रभावशाली रूप से प्रस्तुत किया जा सके। इस भूमिका के साथ कई जिम्मेदारियां जुड़ी होती हैं और उनमें से एक है सीमित समय में दर्शकों और कहानी के बीच एक कनेक्शन बनाना। किरदार के लुक को सिम्पल लेकिन दमदार बनाने के लिये लुक और कॉस्ट्यूम्स पर सबसे ज्यादा ध्यान दिया जाता है। इसके साथ ही, एक ग्लैमरस लुक दर्शकों का ध्यान भी कहानी से भटका सकता है और शो के एसेंस को खत्म कर सकता है। इसलिये, मैंने डि-ग्लैम लुक को अपनाने का फैसला किया। मेरा लुक जहां तक संभव हो बिना मेकअप वाला और नैचुरल होगा और मैं भारतीय परिधानों में नजर आऊंगी। कम से कम मेकअप और सिम्पल बालों के साथ दर्शक अपनी प्यारी मोना सिंह का एक नया वर्जन देखेंगे। मेरे लिये सबसे दिलचस्प बात यह है कि निर्माताओं ने छोटी-से-छोटी चीज पर भी ध्यान दिया है, जैसे कि लेदर की स्ट्रैप वाली घड़ी और साधारण गहने पहनना, ताकि हरचीज का बैलेंस बना रहे। एण्डटीवी के ‘मौका-ए-वारदात‘ ने मुझे एक अलग जोनर को एक्सप्लोर करने और अपने एक अलग रूप को प्रस्तुत करने का एक सुनहरा अवसर दिया है। मेरे इस लुक को कई लोगों ने पहले नहीं देखा होगा। मैं बहुत उत्साहित हूं और इसका प्रसारण शुरू होने का बेसब्री से इंतजार कर रही हूं।‘‘
मोना सिंह को ‘मौका-ए-वारदात‘ के होस्ट के रूप में देखिये, 27 जुलाई से, शाम 7ः00 बजे, हर सोमवार से शुक्रवार, केवल एण्डटीवी पर!
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