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यज्ञ मनुष्य का सर्वश्रेष्ठ कर्म : प्रो. सुरेश चंद सिंघल

नई दिल्ली। यज्ञ मनुष्य का सर्वश्रेष्ठ कर्म है। यज्ञ सनातन संस्कृति का हिस्सा है। जिससे न केवल पर्यावरण शुद्ध होता है बल्कि व्यक्ति स्वस्थ भी रहता है। घेवरा स्थित आयुर्वेदिक कैंसर अस्पताल में नवनिर्मित यज्ञशाला के लोकार्पण समारोह में हरियाणा प्रान्त के गौ सेवा प्रमुख प्रो सुरेश चंद सिंघल ने यह बात कही। उन्होंने कहा कि प्राचीन काल में ऋषि मुनि यज्ञ के द्वारा मनोकामनाएं भी पूर्ण करते थे। प्रो सिंघल के अलावा प्रमुख समाजसेवी एवं सीनियर वाईस चेयरमैन राम प्रकाश गर्ग, संरक्षक विजय बंसल, चेयरमैन अग्रकेसरी महाकुटुम्ब जगदीश राय गोयल, चेयरमैन शंकर दास बंसल, लाला ओम प्रकाश अग्रवाल, श्री अग्रसेन धाम के अध्यक्ष राजेन्द्र अग्रवाल, विवेक गर्ग नरेश पाल गर्ग एवं प्रधान अतुल सिंघल ने आहुति डाल कर यज्ञशाला का लोकार्पण किया। आयुर्वेदिक कैंसर अस्पताल के संरक्षक विजय बंसल ने बताया कि यज्ञशाला का निर्माण प्राकृतिक तरीके से किया गया है। जिसमें गारे की चिनाई और गाय के गोबर से लिपाई के साथ साथ घास फूंस की छत बनाई गई है। अस्पताल में  प्रतिदिन होने वाला यज्ञ यहीं होगा। श्री बंसल के अनुसार कोरोना महामारी को  देखते हुए अस्पताल के आयुर्वेदाचार्यों ने विशेष हवन सामग्री बनाई है। जो हानिकारक वायरस को नष्ट करके पर्यावरण को शुद्ध करती है। इस अवसर पर यज्ञशाला के उपर एक 30 फुट ऊंची धर्म ध्वजा की स्थापना भी की गई और बाजरे की खिचड़ी का प्रसाद वितरित किया गया। कार्यक्रम में सुनील गोयल, कैलाश मित्तल, अशोक जैन, अजय बेरीवाल, वैद्य भरत देव मुरारी, मुकुंद वाणी, धर्म देव चौधरी, प्रेम सिंह रावत, पंकज शर्मा, मीना पटियाल, विजय बेरीवाल, निकिता, मनोज अग्रवाल, सुरेश जैन, सचिन गर्ग, रविन्द्र जैन, महेंद्र बागला सहित अनेक गणमान्य लोग मौजूद रहे।

 

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