निगम फंड को लेकर भाजपा का विधानसभा पर जोरदार प्रदर्शन
नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी ने आम आदमी सरकार की गलत और भष्ट्राचारी नीतियों के खिलाफ नगर निगम का 13,000 करोड़ रूपये के फंड को जारी करने की मांग को लेकर प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता के नेतृत्व में प्रचंड प्रदर्शन किया जिसे सांसद रमेश बिधूड़ी एवं प्रवेश वर्मा सहित पार्टी के वरिष्ट नेताओं ने सम्बोधित किया। प्रदर्शन करते हुये भाजपा के हजारो कार्यकर्ताओं ने गिरफ्तारी दी।
प्रदर्शनकारियों को सम्बोधित करते हुये प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने कहा कि हमारा संघर्ष वह संघर्ष अन्याय के खिलाफ न्याय का, झूठ के खिलाफ सच का है। नकारा मुख्यमंत्री केजरीवाल के खिलाफ है। अभियान संवेदनहीन बनकर अपने आवास के बाहर 11 दिन से धरने पर बैठे निगम नेताओं की मांग को नजरअंदाज कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि धरने पर बैठे निगम नेता अपने वेतन भत्ते की मांग को लेकर नहीं बल्कि कोरोना योद्धा के रूप में कार्य कर रहे सफाईकर्मी, डॉक्टर, नर्स, स्वास्थ्यकर्मी, शिक्षकों के वेतन के लिए बैठे हैं। मुख्यमंत्री आवास के बाहर अपने बच्चों और परिवार को छोड़कर निगम कर्मियों के हक के लिए निगम नहीं था जिसमें कई महिला पार्षदें हैं, वह 4° तापमान में बैठे हैं लेकिन मुख्यमंत्री केजरीवाल 5 मिनट भी मिलने का समय नहीं दिया।
आदेश गुप्ता ने कहा कि मुख्यमंत्री ने न दिल्ली के बढ़ते प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए कोई कार्य किया और न ही कोरोना महामारी से दिल्लीवासियों को बचाने का। मोदी सरकार के नेतृत्व में गृह मंत्री अमित शाह ने हस्तक्षेप कर दिल्ली के लोगों को कोरोना महामारी से बचाने का कार्य किया है। मुख्यमंत्री केजरीवाल ने दिल्ली वासियों के हक का पैसा खुद के प्रचार के लिए पानी की तरह बहा दिया। उन्होंने कहा कि निगम के बकाया फंड की मांग के लिए हमारा यह संघर्ष तब तक जारी रहेगा जब तक निगम के हक का पैसा नहीं दिया जाता।
सांसद रमेश बिधूड़ी ने कहा कि एक संवैधानिक पद पर बैठकर केजरीवाल जनता के हित की लड़ाई लड़ रहे निगम नेताओं के साथ जिस संवेदनहीनता से पेश आ रहे हैं, वह अक्ष्म और असहनीय है। उन्होंने कहा कि दिल्लीवासी आज मुख्यमंत्री केजरीवाल के असली चेहरे को जान चुके हैं। निगम नेताओं की लड़ाई कोई व्यक्तिगत लड़ाई नहीं बल्कि उन गरीब निगम कर्मचारियों की लड़ाई है जिन्हें वेतन न मिलने के कारण और उनका पूरा परिवार प्रभावित है, उन सफाई कर्मचारियों की लड़ाई है जिन्होंने कोरोना संकट के समय अपनी जान की परवाह किए बगैर दिल्ली को साफ और स्वच्छ रखा, उन डॉक्टर, नर्स व स्वास्थ्य कर्मियों की लड़ाई है जिन्होंने फ्रंटलाइन वॉरिअर बन कर दिल्लीवासियों को कोरोना से बचाया। उन्होंने कहा कि आज दिल्लीवासियों के प्रति भाजपा कार्यकर्ताओं की प्रतिबद्धता को देखकर मुख्यमंत्री को यह ज्ञात जरूर होगा कि हम तब तक नहीं रुकेंगे जब तक यह संघर्ष निर्णायक मोड़ नहीं ले लेता है।
सांसद प्रवेश साहिब सिंह ने कहा कि दिल्ली की बहू-बेटियां मुख्यमंत्री के द्वार पर बैठी हैं लेकिन एक महिला होकर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की धर्मपत्नी भी इंसानियत के नाते महिला पार्षदों का हाल जानने नहीं आई। आम आदमी पार्टी विधायक कभी किसी दिल्लीवासी के सुख दुख में शामिल नहीं हुए, जमीन पर कोई कार्य नहीं किया सिर्फ आंदोलन में उनकी फोटो देखकर केजरीवाल ने टिकट दे दी और वे रातों-रात बन गए विधायक। अब जो नेता बिना काम किए और बिना संघर्ष के विधायक या मंत्री बना है उसे गरीबों का दर्द समझ में नहीं आता है।
प्रदर्शन में प्रदेश महामंत्री दिनेश प्रताप सिंह, हर्ष मल्होत्रा, प्रदेश उपाध्यक्ष राजीव बब्बर, राजन तिवारी, अशोक गोयल, सुनील यादव, दिल्ली भाजपा पूर्व अध्यक्ष एवं विधायक विजेंद्र गुप्ता, प्रदेश मीडिया प्रमुख नवीन कुमार, प्रदेश प्रवक्ता हरीश खुराना, प्रदेश महिला मोर्चा अध्यक्ष योगिता सिंह, प्रदेश युवा मोर्चा अध्यक्ष वासु रूखड़, प्रदेश एसी मोर्चा अध्यक्ष भूपेंद्र गोठवाल, प्रदेश ओबीसी मोर्चा अध्यक्ष संतोष पाल, प्रदेश अल्पसंख्यक मोर्चा अध्यक्ष मोहम्मद हारुन यूसुफ, विधायक ओपी शर्मा, अभय वर्मा, अजय महावर, जितेंद्र महाजन, अनिल बाजपाई, मोहन सिंह बिष्ट, करोल बाग जिला अध्यक्ष राजेश गोयल, नई दिल्ली जिला अध्यक्ष प्रशांत शर्मा भी शामिल थे।