अरविंद केजरीवाल ने राजेंद्र नगर में राधा स्वामी सत्संग ब्यास का दौरा कर वैक्सीनेशन अभियान का जायजा लिया
नई दिल्ली। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज राजेंद्र नगर में स्थित राधा स्वामी सत्संग ब्यास में बने सेंटर का दौरा कर वैक्सीनेशन अभियान का जायजा लिया। इस दौरान सीएम ने कहा कि वैक्सीन लगवाने के लिए बड़ी संख्या में युवा आगे आ रहे हैं। दिल्ली में वैक्सीनेशन अभियान सफलता पूर्वक शुरू हो चुका है, लेकिन अभी और अधिक वैक्सीन की आपूर्ति की जरूरत है। यदि वैक्सीन पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध कराई जाती है, तो हम तीन महीने में पूरी दिल्ली को वैक्सीन लगाने का लक्ष्य प्राप्त कर सकते हैं। सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली सरकार ऑक्सीजन आपूर्ति को लेकर केंद्र सरकार के साथ मिलकर काम कर रही है। मुझे उम्मीद है कि कुछ दिनों के अंदर स्थिति में सुधार होगा।
सीएम अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा, ‘‘राजेंद्र नगर में राधा स्वामी सत्संग ब्यास में वैक्सीनेशन सेंटर का दौरा किया। सेंटर में अच्छी व्यवस्था की गई है। वैक्सीन लगवाने के लिए युवा बड़ी संख्या में आ रहे हैं। यदि वैक्सीन पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध कराई जाती है, तो हम तीन महीने में पूरी दिल्ली को टीका लगाने के अपने लक्ष्य को प्राप्त कर सकते हैं।’’
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज राजेंद्र नगर स्थित राधा स्वामी सत्संग ब्यास में बनाए गए वैक्सीनेशन सेंटर का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने वहां वैक्सीन लगाने के लिए आने वाले लोगों को दी जा रही सुविधाओं का जायजा लिया। इस दौरान सीएम ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि दिल्ली में प्राइवेट और सरकारी दोनों सेक्टर में वैक्सीनेशन का कार्य बहुत अच्छे से शुरू हो गया है। कल डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया और स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने जाकर कई वैक्सीनेशन सेंटर का मुआयना किया था। आज मैं राधा स्वामी सत्संग ब्यास में बने वैक्सीनेशन सेंटर का दौरा किया।
सीएम श्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि मुझे लगता है कि अब सभी प्रक्रिया ठीक तरह से लागू हो गई हैं। आने वाले समय में एक ही सबसे बड़ी समस्या आने वाली है कि हमें वैक्सीन की आपूर्ति बहुत बड़े स्तर पर चाहिए। अभी बहुत कम वैक्सीन दिल्ली को मिली है। अब हमने बुनियादी ढांचा को स्थापित कर लिया है। अब हम चाहे तो इसे 24 घंटे में बढ़ा सकते हैं और बहुत बड़े स्तर पर वैक्सीनेशन कर सकते हैं, लेकिन वैक्सीन के उत्पादन की कमी है। जैसा कि हमने कहा था कि हम चाहते हैं कि पूरी दिल्ली को हम तीन महीने के अंदर वैक्सीन लगा देंगे। यह लक्ष्य हासिल करना संभव है, लेकिन अब केवल और केवल एक ही अड़चन रह गई है कि हमें वैक्सीन की आपूर्ति ठीक हो जाए।
मुख्यमंत्री ने एक सवाल का जवाब देते हुए कहा कि आप सभी लोग देख ही रहे हैं कि दिल्ली में ऑक्सीजन की काफी कमी है। इस कोरोना की बीमारी में सबसे महत्वपूर्ण ऑक्सीजन ही है। जब ऑक्सीजन स्तर नीचे जाता है, तो पहले कम ऑक्सीजन देते हैं। इसके बाद फिर जरूरत के अनुसार ज्यादा ऑक्सीजन देनी पड़ती है। हम पिछले कई दिनों से ऑक्सीजन से जूझ रहे हैं और हम लोग केंद्र सरकार के साथ मिलकर काम कर रहे हैं। केंद्र सरकार को पूरे देश का भी देखना पड़ता है। हम केंद्र सरकार के साथ मिलकर काम कर रहे हैं। हमारी पूरी कोशिश है कि दिल्ली को जितनी ऑक्सीजन चाहिए, उतनी ऑक्सीजन मिले। इसमें हमें सुप्रीम कोर्ट और हाई कोर्ट का भी काफी सहयोग मिला है। मैं उम्मीद करता हूं कि आने वाले समय में ऑक्सीजन की दिक्कत दूर होनी चाहिए।
सीएम अरविंद केजरीवाल ने छोटे अस्पतालों को ऑक्सीजन की हो रही किल्लत पर कहा कि मैं यह समझ सकता हूं। आज ऑक्सीजन का जो बुलेटिन जारी हुआ, उसके अनुसार दिल्ली के 43 जगहों से एसओएस काॅल आए थे। इसके लिए एक वाॅर रूम बना हुआ है। उसमें कोशिश करते हैं कि कहीं ऑक्सीजन की वजह से किसी की मौत नहीं होनी चाहिए। एक-दो जगहों पर इस तरह की घटनाएं हुईं, जहां पर ऑक्सीजन की दिक्कत हुई थी। लेकिन हमारी पूरी कोशिश है कि समय पर ऑक्सीजन पहुंच जाए, ताकि लोगों को कोई दिक्कत न होने पाए।
सीएम अरविंद केजरीवाल ने छोटे अस्पतालों को ऑक्सीजन की हो रही किल्लत पर कहा कि मैं यह समझ सकता हूं। आज ऑक्सीजन का जो बुलेटिन जारी हुआ, उसके अनुसार दिल्ली के 43 जगहों से एसओएस काॅल आए थे। इसके लिए एक वाॅर रूम बना हुआ है। उसमें कोशिश करते हैं कि कहीं ऑक्सीजन की वजह से किसी की मौत नहीं होनी चाहिए। एक-दो जगहों पर इस तरह की घटनाएं हुईं, जहां पर ऑक्सीजन की दिक्कत हुई थी। लेकिन हमारी पूरी कोशिश है कि समय पर ऑक्सीजन पहुंच जाए, ताकि लोगों को कोई दिक्कत न होने पाए।
मुख्यमंत्री ने लॉकडाउन के मसले पर कहा कि जब तक जरूरत पड़ेगी, तभी तक लाॅकडाउन रहेगा। अभी तो जनता ही मांग कर रही है कि लॉकडाउन लगना चाहिए। जनता खुद देख रही है कि यह कितनी बड़ी मुसीबत है। मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि यह बहुत बड़ी महामारी है। इसलिए जो भी स्वास्थ्य ढांचा है, वह कहीं न कहीं कम पड़ता जा रहा है। आने वाले समय में हम काफी बड़े स्तर पर ऑक्सीजन बेड बढ़ाना चाहते हैं। कई सारे ऑक्सीजन सिलेंडर हम लाने की कोशिश कर रहे हैं। कंसंट्रेटर लाने की कोशिश कर रहे हैं और अगले कुछ दिनों के अंदर हम ऑक्सीजन बेड बहुत ज्यादा बढ़ा देंगे।