पुलिस द्वारा एक वर्ष में नशे के व्यापार में संलिप्त 3975 अपराधियों को सलाखों के पीछे भेजा
अम्बाला। आज अम्बाला के कल्पना चावला महिला बहुतकनीकी संस्थान में एक दिवसीय 29वां नशा मुक्ति जागरूकता कार्यशाला का आयोजन किया गया. यह कार्यक्रम हरियाणा पुलिस के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक अम्बाला मंडल एवं प्रमुख हरियाणा राज्य स्वापक नियंत्रण ब्यूरो प्रमुख श्री श्रीकांत जाधव साहब के दिशानिर्देशों एवं मार्गदर्शन में किया गया. इस कार्यक्रम में हरियाणा राज्य नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के जागरूकता कार्यक्रम एवं पुनर्वास प्रभारी डॉ. अशोक कुमार वर्मा मुख्य वक्ता के रूप में पधारे और विद्यार्थियों को नशे से दूर रहने का पाठ पढ़ाया. उन्होंने विद्यार्धियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि जिस प्रकार मनुष्य कोई भी कड़वा आहार जैसे नीम इत्यादि का सेवन नहीं करता है ठीक उसी प्रकार अफीम चरस हेरोइन चिट्टा स्मैक हशीश चुरा पोस्ट गांजा भांग नशे की गोलियां नशे के टीके आदि मनुष्य के सेवन के लिए नहीं बने हैं. इसीलिए तो भारत सरकार ने वर्ष 1985 में एक कठोर अधिनियम बनाया था जिसे मादक पदार्थ एवं नशीली औषधियों के अधिनियम के नाम से जाना जाता है. इस अधिनियम में कठोर से कठोर दंड का प्रावधान रखा गया है. उपरोक्त अधिनियम के अंतर्गत अनेक मामलों में न्यायालयों द्वारा मृत्यु दंड भी दिया गया है और अब तो ऐसे कारोबार करने वाले लोगों की सम्पति तक को जब्त किया जा रहा है. हरियाणा सरकार द्वारा वर्ष 2020 में हरियाणा में एनसीबी का गठन इस उद्देश्य से किया गया है कि हरियाणा को पूर्ण रूप से नशा मुक्त किया जाए और इस विभाग के सर्वोच्च अधिकारी हरियाणा पुलिस के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी श्री श्रीकांत जाधव साहब को लगाया गया है जो अम्बाला मंडल के भी अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक हैं. उनके ही दिशा-निर्देशों और मार्गदर्शन में प्रतिदिन हरियाणा के प्रत्येक शहर और गांव तक जाकर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं. उन्होंने अपने सम्बोधन में आगे कहा कि हरियाणा में चरस अफीम गांजा चिट्टा आदि के नशे का बढ़ता हुआ प्रकोप आप इस बात से समझ सकते हैं कि वर्ष 2020 में केवल 365 दिनों में एनडीपीएस अधिनियम के अंतर्गत 2746 अभियोग अंकित हुए थे जिसमे 3975 अपराधियों को सलाखों के पीछे भेजा गया था लेकिन तथापि दिन प्रतिदिन यह कारोबार थम नहीं रहा है. आज यह नशा हरियाणा में बहुत अधिक भयंकर रूप ले चूका है और इस नशे को समाप्त करने में सभी को सहयोग करना होगा नहीं तो प्रतिदिन अनेक माता पिताओं के लाल अपने जीवन की लीला को नशे की भेंट चढ़ा रहे हैं. उन्होंने ब्यूरो द्वारा जारी हेल्पलाइन नंबर 9050891508 का वर्णन करते हुए कहा कि यह बहुत ही महत्वपूर्ण नंबर है जिस पर नशा बेचने वाले अपराधियों की गुप्त सूचना देकर देश हित में सहयोग किया जा सकता है तो दूसरी ओर नशा छोड़ने वाले भी इस पर संपर्क करके निशुल्क लाभ उठा सकते हैं। उन्होंने बताया कि ब्यूरो प्रमुख श्री श्रीकांत जाधव साहब के प्रयासों से 74 युवाओं को नशा मुक्ति केंद्रों में निशुल्क उपचार कराया है. कार्यक्रम के अंत में संस्थान में उपस्थित सभी ने जीवन में नशा न करने की शपथ लेते हुए नशा को समाप्त करने में सहयोग का आश्वासन दिया. कार्यक्रम के संस्थान की प्राचार्या डॉ.विन्दू आनंद ने कार्यक्रम के अंत में एनसीबी प्रमुख श्री श्रीकांत जाधव साहब का धन्यवाद करते हुए कहा कि यह एक ज्वलंत विषय है जिस पर समय समय पर चर्चा होनी चाहिए और उन्होंने आश्वासन दिया कि वे इस अभियान में सहयोग करेंगे. डॉ. लाभ सिंह नैन ने मंच का संचालन किया.