हरियाणा

अफीम, चरस, हेरोइन, चिट्टा, स्मैक आदि मादक पदार्थ मनुष्य के उपयोग के लिए नहीं : डॉ. अशोक

नीलोखेड़ी/ करनाल। अफीम, चरस, हेरोइन, चिट्टा, स्मैक, गांजा, चुरा पोस्त, नशे की गोलियां, नशे के टीके आदि मनुष्य के उपयोग के लिए नहीं है. यही कारण है कि भारत सरकार द्वारा वर्ष 1985 में इन पर पूर्ण रूप से प्रतिबन्ध लगाकर नारकोटिक्स कण्ट्रोल ब्यूरो का गठन वर्ष 1986 में किया था. यदि ये नशे मनुष्य के उपयोग के लिए उचित होते तो यह भी बिक्री हेतु दुकानों पर मिल सकते थे. इनके सेवन से मनुष्य के शरीर पर बहुत अधिक विपरीत प्रभाव पड़ते हैं. उदाहरण के लिए इन नशों के सेवन से मनुष्य की सोचने समझने की शक्ति समाप्त हो जाती है और ऐसे में वह व्यक्ति कोई भी अपराध कर सकता है. राष्ट्रीय अपराध अभिलेख ब्यूरो के आंकड़ों के अनुसार अधिकतर अपराधों की जड़ नशा है. ये शब्द हरियाणा राज्य स्वापक नियंत्रण ब्यूरो के जागरूकता कार्यक्रम एवं पुनर्वास प्रभारी उप निरीक्षक डॉ. अशोक कुमार वर्मा ने नीलोखेड़ी में स्थित डीएवी विद्यालय और इसके पश्चात राजकीय माध्यमिक विद्यालय के विद्यार्थियों को सम्बोधित करते हुए कहे. वे आज सेवानिवृत पुलिस उप निरीक्षक एवं प्रयास सदस्य कर्म चंद और उप निरीक्षक राजेंद्र कुमार को साथ लेकर मुख्य वक्ता के रूप में पहुंचे हुए थे. उन्होंने आगे बताया कि हरियाणा राज्य स्वापक नियंत्रण ब्यूरो प्रमुख, अम्बाला मंडल के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक एवं प्रयास हरियाणा के संस्थापक एवं प्रांतीय अध्यक्ष श्री श्रीकांत जाधव साहब के दिशानिर्देशों एवं मार्गदर्शन में ये जागरूकता कार्यक्रम आयोजित कर युवाओं को विशेष रूप से विद्यार्थियों को प्रतिदिन जागरूक किया जा रहा है ताकि वे भविष्य में इनसे दूर रहें क्योंकि जागरूकता की शिक्षा के बिना इस महासंग्राम पर विजय नहीं प्राप्त की जा सकती. उन्होंने आगे कहा कि ब्यूरो प्रमुख श्री श्रीकांत जाधव साहब के नेतृत्व में जून माह में 448 अपराधियों को सलाखों के पीछे भेजा गया है. विभिन्न उदाहरणों को सांझा करते हुए उन्होंने विद्यार्थियों को आमंत्रित कर नशे के बारे अपने अनुभव साझा करने को कहे तो विभिन्न विद्यार्थियों ने बताया कि उनके आसपास कुछ व्यक्ति हैं जो ड्रग्स लेते हैं और उनके घर खाने का भी टोटा पड़ गया है क्योंकि अधिकतर लोगों की भूमि खेत खलियान नशे की भेंट चढ़ गए. कुछ लोगो ने नशे के प्रभाव में आकर अपने माता-पिता, पत्नी और बच्चों तक को घोर प्रताड़ित किया हुआ है. इस अवसर पर विद्यालय के प्राचार्य दीपक ने एनसीबी प्रमुख श्री श्रीकांत जाधव साहब का धन्यवाद किया और कहा कि प्रत्येक 6 माह के अंतराल में ऐसे जागरूकता के कार्य उनके विद्यालय में करते रहें. कार्यक्रम के अंत में सभी ने एक साथ जीवन में नशा न करने की शपथ लेते हुए कहा कि वे एनसीबी के साथ हैं और 9050891508 पर गुप्त सूचनाएं देने के साथ साथ नशे में ग्रस्त हो चुके लोगों की सुचना भी देंगे. कार्यक्रम के अंत में दोनों विद्यालयों के प्रांगण में प्रयास के नाम एक एक पौधा रोपित किया गया. इस अवसर पर प्रवीण त्यागी, सुनील कुमार, संजीव कुमार, हरीश चंद्र और लखपत आदि उपस्थित रहे।

Translate »