115 बस चालक प्रशिक्षुओं को नशे के विरुद्ध किया जागरूक और कहा 9050891508 पर दें गुप्त सूचनाएं : डॉ. अशोक
करनाल (हितेश सचदेवा)। हरियाणा राज्य नारकोटिक्स कण्ट्रोल ब्यूरो के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक श्री ओ.पी. सिंह साहब के दिशानिर्देशों एवं पुलिस अधीक्षक सुश्री पंखुरी कुमार के मार्गदर्शन में हरियाणा को नशा मुक्त करने के लिए दो प्रकार से कार्य किया जा रहा है। जागरूकता कार्यक्रम के लिए ब्यूरो द्वारा जागरूकता कार्यक्रम एवं पुनर्वास प्रभारी उप निरीक्षक डॉ. अशोक कुमार वर्मा नियुक्त हैं जो हरियाणा के विभिन्न ज़िलों में नशे के विरुद्ध प्रचार प्रसार में जुटे हुए हैं। इस कड़ी में आज हरियाणा राज्य परिवहन करनाल में चालक प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले युवाओं के साथ नशे के विरुद्ध एक दिवसीय 184 वां जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। प्रशिक्षण दल के प्रभारी देवेंद्र कुमार एवं विनोद कुमार की उपस्थिति में यह कार्यक्रम हुआ जिसमें 115 प्रतिभागियों ने भाग लिया। ब्यूरो के जागरूकता कार्यक्रम एवं पुनर्वास प्रभारी/उप निरीक्षक डॉ. अशोक कुमार वर्मा ने चालक प्रशिक्षुओं को भावनात्मक और देश प्रेम से ओत-प्रोत होकर सम्बोधित करते हुए कहा कि क्या आप चाहते हो कि आपका बच्चा नशा करे। यदि नहीं, तो सबसे पहले स्वयं नशे को जीवन से दूर करें। आज एक भयानक समस्या हमारे सामने है कि विवाह और अन्य समारोह में लोग अपने को बड़ा दिखाने के चक्कर में नशीले पदार्थों की प्रदर्शनी सी लगा देते हैं अर्थात लोगों को परोसते हैं। इतना ही नहीं इ-हुक्का और इ-सिगरेट जो प्रतिबंधित है सामान्य रूप से परोसी जा रही है। उन्होंने बताया कि दो प्रकार का नशा होता है। प्रतिबंधित और अप्रतिबंधित। डॉ. वर्मा ने कहा कि दोनों ही नशे मनुष्य के लिए किसी भी रूप में अच्छे नहीं है। यदि नशा अच्छा होता तो सबसे पहले माँ कहती ले खा ले मेरे बच्चा। यदि नशा अच्छा होता तो पिता कहता ले थोड़ी सी पी ले क्यों करता है चिंता अपनी जिंदगी जी ले। उन्होंने विस्तारपूर्वक नशे के दुष्परिणामों पर चर्चा करते हुए कहा कि एक दशक पूर्व हरियाणा में तम्बाकू उत्पाद केवल पनवाड़ी की दुकानों पर मिलते थे लेकिन आज के समय में थोड़ी थोड़ी दूरी पर स्थित खोखों में ये सरलता से उपलब्ध हैं। कोई व्यक्ति नहीं चाहता कि उसका बच्चा नशा करे लेकिन वही व्यक्ति दूसरे व्यक्ति के बच्चों के लिए ये नशे का सामान बेच रहा है। प्रतिबंधित नशों पर विस्तारपूर्वक चर्चा करते हुए डॉ. वर्मा ने कहा कि प्रतिबंधित नशा रखना, सेवन करना, क्रय और विक्रय करना दंडनीय अपराध है। हरियाणा राज्य नारकोटिक्स कण्ट्रोल ब्यूरो नशा मुक्त हरियाणा के स्वप्न को साकार करने के लिए दिन रात कार्य कर रही है। इसका स्पष्ट उदाहरण केवल एक वर्ष के आंकड़ों से प्रतीत होता है। वर्ष 2023 में हरियाणा में 3823 अभियोग अंकित करके 5460 अपराधियों को सलाखों के पीछे भेजा गया है। उन्होंने ब्यूरो के हेल्पलाइन नंबर 9050891508 का वर्णन किया और कहा कि इस पर गुप्त सूचनाएं देकर नशा मुक्त हरियाणा अभियान में सहयोग करें। कार्यक्रम के अंत में सभी ने एक स्वर में नशा न करने की सौगंध ली। अंत में देवेंद्र कुमार ने ब्यूरो अधिकारी का धन्यवाद किया।