3.03 लाख रुपेय की लूट को अंजाम देने वाले तीनों आरोपियों को थाना शास्त्री पार्क उत्तर पूर्वी जिला की टीम ने अवैध हथियारो के साथ किया था गिरफ्तार
मनोज कुमार प्रणामी
नई दिल्ली। अपनी दिल्ली परिवार द्वारा उन केसो को भी ढूंढ ढूंढ कर प्रकाशित किया जाता है जब टीम द्वारा किसी लूट/चोरी की वारदात मे ब्रदमदगी 100 प्रतिशत हुआ करती है। ऐसा ही एक मामला गत वर्ष 19-20 मई 2024 को भी थाना शास्त्री पार्क अंतर्गत एरिया मे हुआ था, जहां टीम ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार करने के साथ साथ उनसे अवैध हथियार और लूटी गई पूरी रकम 3.03 लाख रुपेय बरामद करने मे सफलता हासिल की थी।
तत्कालीन डीसीपी उत्तर पूर्वी जिला डा. जॉय टिर्की ने बताया था कि लूट की सूचना मिलने के बाद एसीपी संजय शर्मा के मार्गदर्शन और इंस्पेक्टर हवा सिंह के नेतृत्व मे जिसमे एस.आई.रॉबिन, रॉकी , ए.एस.आई. बीजेंद्र, हैड कांस्टेबल शिवराज, हवा सिंह, कांस्टेबल चंद राम और रंजीत को शामिल कर वारदात को जल्द से जल्द सुलझाने के लिए टीम का गठन किया गया था।
थाना शास्त्री पार्क मे पीसीआर कॉल मिलने के बाद टीम घटना स्थल पहुंची थी जहां शिकायतकर्ता राजकुमार ने बताया था कि वह कृष्ण नगर इलाके मे एक मिठाई की दुकान मे मैनेजर के रूप मे काम करता है और दुकान पर एकत्रित कैश दुकान के मालिक के घर जो कि मल्कागंज की तरफ है वहाँ देने के लिए जा रहा था और जब वह आईटी पार्क की लाल बत्ती के करीब पहुंचा तो एक मोटरसाइकल पर बैठे तीन संदिग्ध आए और उन्होने स्कूटी को धक्का दिया जिस कारण संतुलन खराब होने के वजह से वह गिर गए थे और उनमे से किसी ने उसके ऊपर भारी चीज से प्रहार किया और उसकी स्कूटी लेकर भाग गए जिसमे 303500 रुपेय रखे हुए थे। मामला दर्ज कर टीम द्वारा जांच शुरू की गई और घायल को नजदीकी हॉस्पिटल से उपचार के लिए ले जाया गया था। मामले पर तुरंत कार्यवाही करते हुए टीम द्वारा वारदात स्थल के आसपास और उस तरफ आने और जाने वाले रास्तो पर लगे कई सीसीटीवी फुटेज टीम द्वारा खंगाले गए, टेक्निकल सर्विसलांस का सहारा लिया गया और मुखबिरो से जानकारी इकट्ठा की जाने लगी। टीम द्वारा सीसीटीवी फुटेज खँगालने के दौरान जानकारी पता चली कि आरोपी वारदात को अंजाम देने के बाद गीता कॉलोनी की तरफ भागे थे और फुटेज मे कुछ संदिग्ध चेहरे भी टीम को दिखलाई दिये थे। टीम द्वारा उस स्कूटी को गीता कॉलोनी से खोजा गया था और उसमे रखे 303500 रुपेय बरामद किए गए थे और उसके बाद दो संदिग्धों को पूछताछ के पकड़ा गया था। पकड़े गए संदिग्धों ने लूट की वारदात को अंजाम देने की बात स्वीकार करने के बाद उन्हे गिरफ्तार किया गया जिनकी पहचान हरमनप्रीत सिंह और मोनु शर्मा दोनों निवासी जवाला नगर दिल्ली के मे हुई। टीम द्वारा उनके पास से दो कंट्री मैड पिस्टल और चार जिंदा कारतूस भी बरामद करने मे सफल रही। आरोपियों की निशानदेही पर टीम मे शामिल उनके तीसरे साथी कार्तिक शर्मा निवासी सीमापूरी दिल्ली को भी गिरफ्तार किया।
बरामदगी : 303500 रुपेय, लूटी गई स्कूटी, 2 कंट्री मैड पिस्टल, चार जिंदा कारतूस,जुर्म मे इस्तेमाल मोटरसाइकल।