किरेण रिजिजू ने डोपिंग के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए बड़े अभियान का आह्वान किया
नई दिल्ली। केन्द्रीय युवा मामले और खेल राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) किरण रिजिजू ने डोपिंग के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए एक बड़े अभियान का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि खेलों की स्वच्छ भावना का खिलाडि़यों में शुरूआत से ही समावेश किया जाना चाहिए। फिल्म कलाकार सुनील शेट्टी को नेशनल एंटी डोपिंग एजेंसी (एनएडीए) का ब्रांड एम्बेसडर नियुक्त करने के संबंध में आयोजित समारोह में श्री रिजिजू ने कहा स्वच्छ खेल सरकार का एजेंडा है और खिलाडि़यों को सफलता हासिल करने के लिए साफ-सुथरी प्रक्रियाएं अपनानी चाहिए। खिलाडि़यों को डोपिंग जैसे घटिया साधनों का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए, क्योंकि इनसे देश का नाम बदनाम होता है।प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा अगस्त, 2019 में शुरू किये गये फिट इंडिया अभियान का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि यह अभियान खेल, योग और अन्य शारीरिक गतिविधियों के माध्यम से फिटनेस और इसके महत्व के बारे में देश के सभी नागरिकों में जागरूकता पैदा करने के लिए शुरू किया गया है। उन्होंने कहा कि खेल में जीत हासिल करने के लिए खिलाडि़यों का फिट रहना बहुत जरूरी है। खिलाडि़यों को नियमित कसरत, योग और पोषक आहार के माध्यम से फिटनेस अर्जित करनी चाहिए।डोपिंग के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए नाडा की भूमिका की सराहना करते हुए श्री रिजिजू ने कहा कि अपने सीमित संसाधनों के साथ नाडा डोपिंग और इसके दुष्प्रभावों के बारे में खिलाडि़यों को जानकारी देने के लिए सराहनीय कार्य कर रही है।उन्होंने नाडा का ब्रांड एम्बेसडर नियुक्त किये जाने पर श्री सुनील शेट्टी को बधाई देते हुए कहा कि वे फिटनेस के प्रतीक हैं और इस उद्देश्य में उनकी सेवाएं हर व्यक्ति को स्वस्थ और फिट रहने तथा खेलों में उचित मानदंड अपनाने के लिए प्रेरित करेंगी।उपस्थित जनों को संबोधित करते हुए श्री सुनील शेट्टी ने कहा कि लोगों को स्वस्थ और दुरूस्त बनाने के लिए आयुर्वेद और योग में बहुत ताकत है। हमारा देश इतना समृद्ध है कि यहां हमें स्वच्छ जीवन के लिए हर चीज उपलब्ध हो सकती है। उन्होंने यह भी कहा कि सफलता का कोई छोटा मार्ग नहीं है। हर व्यक्ति को ठीक और गलत का ज्ञान होना आवश्यक है।इस अवसर पर नाडा के महानिदेशक श्री नवीन अग्रवाल ने कहा कि भारत तेजी से खेल राष्ट्र बन रहा है। हमारे खिलाडि़यों को कठिन परिश्रम से सफलता हासिल करनी चाहिए और डोपिंग जैसे घटिया साधनों का सहारा नहीं लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि नाडा डोपिंग की बुराई के बारे में खिलाडि़यों को जागरूक बनाने के लिए प्रतिबद्ध है, क्योंकि डोपिंग जरा सी देर में खिलाडि़यों के शानदार कैरियर को समाप्त कर देता है।