हरियाणा

हरियाणा नारकोटिक्स कन्ट्रोल ब्यूरो का एकमात्र उद्देश्य हरियाणा प्रान्त को नशा मुक्त करना

पानीपत (हितेश सचदेवा)। एनसीबी हरियाणा और राजकीय रेलवे पुलिस एवं रेलवे सुरक्षा बल द्वारा पानीपत रेलवे स्टेशन पर नशे के विरुद्ध एक दिवसीय जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। हरियाणा राज्य नारकोटिक्स कण्ट्रोल ब्यूरो के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक श्री ओ.पी. सिंह साहब के दिशानिर्देशों एवं पुलिस अधीक्षक सुश्री पंखुरी कुमार के मार्गदर्शन में यह पानीपत जिले में 61वां एक दिवसीय नशे के विरुद्ध जागरूकता कार्यक्रम था। राजकीय रेलवे पुलिस के थानाध्यक्ष जोगिंद्र सिंह की अध्यक्षता में यह कार्यक्रम हुआ। थाना प्रभारी जोगिंद्र सिंह ने ब्यूरो के जागरूकता कार्यक्रम एवं पुनर्वास प्रभारी/ उप निरीक्षक डॉ. अशोक कुमार वर्मा को विशेष रूप से आमंत्रित किया था। थानाध्यक्ष जोगिंद्र सिंह ने बताया कि 12 जून से 26 जून तक चलाये गए विशेष पखवाड़े के अंतर्गत यह कार्यक्रम हो रहा है। ब्यूरो के जागरूकता कार्यक्रम एवं पुनर्वास प्रभारी/उप निरीक्षक डॉ. अशोक कुमार वर्मा ने रेलवे स्टेशन पर उपस्थित लोगों को सम्बोधित करते हुए कहा कि विधि अनुसार भारत में कोई भी व्यक्ति अफीम, भांग, गांजा, चरस, हेरोइन, स्मैक, चिट्टा, एलएसडी, नशीली गोलियां, नशीले टीके आदि न अपने पास रखेगा, न सेवन करेगा, न खरीदेगा और न बेचेगा। उन्होंने वार्तालाप के माध्यम से एकत्रित लोगों को बताया कि हरियाणा में नारकोटिक्स कन्ट्रोल ब्यूरो का गठन हो चुका है। इस ब्यूरो का एकमात्र उद्देश्य हरियाणा प्रान्त को नशा मुक्त करना है। इसके लिए ब्यूरो और हरियाणा पुलिस नशे की तस्करी में संलिप्त अपराधियों को प्रतिदिन सलाखों के पीछे भेजने का कार्य कर रही है। इतना ही नहीं नशे में ग्रस्त हो चुके लोगों का निशुल्क उपचार कराया जाता है। प्रत्येक जिले के सरकारी अस्पताल में नशा मुक्ति केंद्र चल रहे हैं। डॉ. अशोक कुमार वर्मा ने विस्तारपूर्वक नशे के प्रवेश और निगमन बारे लोगों को जागरूक करते हुए कहा कि कोई भी व्यक्ति यह नहीं चाहता कि उसकी संतान किसी भी प्रकार का नशा करे लेकिन नशे के तस्कर युवाओं को नशे का आदि बना रहे हैं। प्रत्येक व्यक्ति का कर्तव्य है कि वह ऐसे दुष्ट लोगों की गुप्त सूचनाएं 9050891508 पर देकर पुलिस का सहयोग करें। उन्होंने कहा गुप्त सूचना देने वाले व्यक्ति का नाम पूर्ण रूप से गुप्त रहेगा। उन्होंने दूसरी प्रकार के नशा पर चर्चा करते हुए कहा कि बीड़ी सिगरेट तम्बाकू हुक्का आदि बहुत ही क्षति कारक नशे हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन के आंकड़ों के अनुसार औसतन प्रति वर्ष संसार में 80 लाख लोग मरते हैं जबकि भारत में 19 लाख लोग औसतन मरते हैं। एक स्थान पर विश्व स्वास्थ्य संगठन के आंकड़े कहते हैं कि भारत में प्रतिदिन 5002 लोगों की मृत्यु का कारण केवल तम्बाकू उत्पाद है जिसमें बीड़ी सिगरेट और हुक्का भी आता है। उन्होंने आगे बताया कि घरों में लोग धूम्रपान करते हैं और अन्य सदस्य भी उस धूम्र का सेवन न चाहते हुए कर रहे होते हैं। इससे प्रत्येक 4 सेकंड में एक बच्चे की मृत्यु हो रही है। कार्यक्रम के पश्चात लोगों के विचार जाने और उनकी जिज्ञासाओं को शांत किया और शपथ ग्रहण करवाई कि वे जीवन में किसी प्रकार का नशा नहीं करेंगे और अन्य लोगों को भी नशे से दूर रहने के लिए जागरूक करेंगे।  

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