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1 अप्रैल से स्कूलों में बच्चों की अटेंडेंस के लिए जीरो पेपर वर्क की पोलिसी लागू की जाएगी : मनीष सिसोदिया

नई दिल्ली। उपमुख्यमंत्री और दिल्ली के शिक्षामंत्री मनीष सिसोदिया की अध्यक्षता में उप निदेशक शिक्षा और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक का आयोजन किया गया।
बैठक श्री सिसोदिया के शिक्षामंत्री और उप मुख्यमंत्री के रूप में नये कार्यकाल की शुरुआत और कालका जी की नई विधायक आतिशी के स्वागत के लिए आयोजित की गई।
साथ ही शिक्षा सचिव मनीषा सक्सेना जो पहले शहरी विकास प्रभारी थी, उनका भी स्वागत किया गया। श्रीमती सक्सेना के पास सचिव (कला, संस्कृति और भाषा) का भी अतिरिक्त प्रभार होगा।
बैठक में डिप्टी सीएम श्री सिसोदिया ने विभाग के डिप्टी डॉयरेक्टरों से कहा कि भारत में पहली बार शिक्षा को महत्वपूर्ण चुनावी मुद्दे के रूप में देखा गया है। ये समय शिक्षा क्रांति को साकार करने का है। हमारे पास एक शानदार समर्पित टीम है और हमे अगले पांच साल कड़ी मेहनत करनी है।
उन्होंने कहा कि मैं सभी से अनुरोध करता हूँ कि कभी अहंकार नही करें। हमारे समर्पित प्रयासों से दिल्ली के शिक्षा मॉडल को दुनिया भर में पहचान मिल रही है और दूसरे राज्यो और देशों के लोग इसे देखने और समझने के लिए आ रहे है। इसलिए हमें अपने अनुभवों को उनके साथ बांटते समय अहंकार नही करना है। साथ ही हमें अपने शिक्षा मॉडल को और मजबूत करने के लिए उन से भी सीखना होगा।
मनीष सिसोदिया ने कहा कि हमारा भारत को एक विकसित देश के रूप में देखने का सपना हैं, शिक्षा के अलावा और कोई रास्ता नहीं है, जो हमें इस देश की प्रगति और विकास को गति देने में मदद कर सके। इसलिए शिक्षा विकास की दिशा में हमारा रास्ता है और यही कारण है कि हम सभी दिल्ली में शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के लिए इतने गंभीर हैं।
उन्होंने कहा कि डीडीई को यह सुनिश्चित करना होगा कि उनके क्षेत्र में प्रत्येक शिक्षक के हाथ में टैबलेट होने चाहिए और उन्हें बताया जाना चाहिए कि छात्रों की उपस्थिति को कैसे रखनी है और परीक्षा का रिकॉर्ड को कैसे बनाएं।
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षा विभाग के डिप्टी डायरेक्टरों को यह सुनिश्चित करना है कि उनके क्षेत्र में आने वाले सभी स्कूलों के प्रत्येक शिक्षक के हाथ में टैबलेट होने चाहिए।
उन्होंने कहा कि एक अप्रैल से प्रत्येक स्कूल में उपस्थिति को टैबलेट पर दर्ज किया जाना चाहिए। मुझे जीरो पेपर-वर्क चाहिए। शिक्षकों द्वारा अनुभाग-वार उपस्थिति को दर्ज किया जाना चाहिए। डिप्टी डायरेक्टरों को कक्षाओं में उपस्थित छात्रों की संख्या के बारे में हर रोड़ पता होना चाहिए और उस पर नजर रखना चाहिए। एक अप्रैल से जीरो पेपर वर्क लागू किया जाएगा। परीक्षा परिणाम भी ऑनलाइन (टैबलेट पर) अपलोड और रख-रखाव किए जाने हैं। हम परीक्षा परिणामों को भी कागजी कार्रवाई से दूर रखेंगे।
उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि शिक्षा विभाग के डिप्टी डायरेक्टरों को स्कूलों और कक्षाओं में सीसीटीवी कैमरों की स्थापना पर नजर रखनी होगी। प्रत्येक डिप्टी डायरेक्टर को अपने क्षेत्र के स्कूलों में पहले से स्थापित सीसीटीवी कैमरों की संख्या पर नजर रखना चाहिए और वो सुचारु रूप से कार्य कर रहे हों। साथ ही इस पर नजर रखें कि अभिभावकों को पासवर्ड प्रदान किया गया है या नहीं।
उन्होंने डीडीई को अपने क्षेत्रों के भीतर स्कूल भवनों, बाउंड्री वॉल, गेट और नेम प्लेट के सौंदर्यीकरण में सुधार लाने की आवश्यकता पर भी बल दिया। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि डीडीई क्षेत्र के स्कूलों में सफाई कर्मचारी और एस्टेट मैनेजर अपने कार्यों को प्रभावी ढंग से आगे बढ़ाना सुनिश्चित करें। उन्होंने इस बात पर भी बल दिया कि प्रत्येक डीडीई सुनिश्चित करें कि उनके स्कूलों का प्रत्येक स्टाफ प्रशिक्षित हो। हैप्पीनेस क्लासेस और एंटरप्रेन्योरशिप क्लासेज का नियमित रूप से निगरानी की जाए।

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