कोरोना पर दिल्ली विधानसभा में चर्चा के दौरान मुख्यमंत्री का संबोधन
नई दिल्ली। पूरी दुनिया में जिस तरह से कोरोना बीमारी फैली है कई बार सोचकर डर लगता है कि विकसित देश इटली, दक्षिण कोरिया इनमें जितने व्यापक स्तर पर यह बीमारी फैल गई है, भगवान न करें कि यह स्थिति हमारे देश में आए। वह लोग भी इस बीमारी का इलाज नहीं खोज पाए हैं। कंट्रोल नहीं कर पाए। हमारे देश में यह ज्यादा नहीं फैला है. पूरे देश में 81 केस आए हैं। मैं केंद्र सरकार को खास तौर पर धन्यवाद दूंगा कि वह दिल्ली सरकार व सभी अथारिटी के साथ मिलकर काम कर रहे हैं। जनता का भी खूब साथ मिल रहा है, इस कारण अभी तक दिल्ली में 6 केस ही हुए हैं। मैं समझता हूं कि जिस तरह दिल्ली और केंद्र सरकार के बीच सामंजस्य चल रहा है, उसी तरह से अन्य राज्य सरकारों का भी केंद्र सरकार से सामंजस्य चल रहा होगा। जिसकी वजह से हमलोग इसे 81 तक रोक पाए हैं। इसमें ज्यादातर केस बाहर से आए हैं। कुछ केस आस पास को प्रभावित किया। जो बाहर से आए उसे हम ट्रिट कर रहे हैं। हमसब मिलकर इस रोक रहे हैं।
इस बीमारी को लेकर कई भ्रांतियां है। जिसको साफ किया जाना चाहिए। यह बीमारी दो तरह से होती है। एक भ्रांति है कि स्वस्थ्य व्यक्ति को मास्क पहनना है, ऐसा बिल्कुल नहीं है, स्वस्थ व्यक्ति को मास्क बिल्कुल नहीं पहनना है। मास्क से बीमारी फैल सकती है। यह बीमारी दो तहर से फैलती है। अगर कोई संक्रमित है। उसने खांसा और उसके एक मीटर के दायरे में कोई हैं और उसके खांसी का थूक सामने वाले पर पड़ा तो वह संक्रमित हो सकता है। दूसरा, कोई संक्रमित है। उसने खासा या छींका। जिसके कड़ किसी चीज पर पड़े। स्वस्थ्य व्यक्ति का हाथ उस जगह पर पड़ गया। फिर वह स्वस्थ्य व्यक्ति अपने हाथ से नाक, आंख या मुंह को छू ले।। तब वह उसमें फैल सकती है। हाथ रखने के बाद अगर हाथ धो लिया तो बीमारी नहीं होगी। अब स्वस्थ व्यक्ति मास्क पहना है। मास्क ठीक करने के लिए उसने मास्क छू लिया तो वायरस मास्क में चला जाएगा और वहां से फैल सकता है। इस कारण स्वस्थ व्यक्ति मास्क बिल्कुल न पहने। हां, जो संक्रमित है, उस मास्क पहनना चाहिए, जिससे वायरस किसी और में न जा पाए। कोरोना के वायरस हार्ड सरफेस पर 48 घंटे और साफ्ट सरफेस पर 7-8 दिन तक वायरस जिंदा रहता है। कोई जरूरी नहीं है कि सेनेटाइजर से हाथ धोए। पानी से आधे-आधे घंटे में हाथ धोते रहें। मास्क या सेनेटाइजर की जरूरत नहीं हैं। इसे लेकर इन भ्रांतियों से बचे। उस बीमारी की कोई दवाई नहीं है। एक ही दवा है कि इस फैलने से रोके। यह कहा जा रहा है कि तापमान बढ़ने पर यह खत्म होगा। अप्रैल में तापमान बढ़ेगा तो इसे रोका जाएगा। मेरी भगवान से प्रार्थना है, सभी व्यक्ति स्वस्थ रहे, इसमें सबके सहयोग की जरूरत है।