आईजी भारती अरोड़ा ने ढ़ांड थाने का भूमिपूजन व शिलान्यास किया
कैथल। आईजी करनाल रेंज करनाल भारती अरोड़ा आईपीएस द्वारा पबनावा रोड़ ढ़ांड पर नए बनने वाले थाना ढ़ांड के लिए भूमिपूजन करने उपरांत आधारशिला रखकर नवनिर्माण की प्रक्रिया शुरु की गई। 1.8 एकड़ क्षेत्र में 2.94 करोड़ रुपए लागत से तैयार होने वाले नवनिर्मित थाने की ढ़ांड के लोगों तथा पुलिस कर्मचारी व अधिकारियों को करीब 15 माह में सौगात मिल सकेगी। पुलिस महानिरिक्षक करनाल मंडल करनाल ने कहा कि आधुनिकतम सुविधाओं से युक्त निर्मित होने वाले थाने का समय पर निर्माण पूरा होना चाहिए, ताकि नवनिर्मित थाने में पुलिस कर्मचारी व अधिकारी लॉ एंड ऑर्डर कायम रखने हेतु बेहतर माहौल में कार्य करके अपराध पर कारगर अंकुश लगा सकें।
पुलिस अधीक्षक शशांक कुमार सावन ने बताया कि थाना ढ़ांड के लिए निर्धारित 1.8 एकड़ जमीन पंचमुखी चौक ढ़ांड से करीब 2 किलोमीटर की दूरी पर कुरुक्षेत्र रोड बाहद रकबा पबनावा में निर्माणाधीन नई तहसील के नजदीक स्थित है। जहां पर मुख्यातिथि आईजी करनाल रेंज करनाल भारती अरोड़ा भापुसे द्वारा किए गये भूमिपूजन व आधार शिला रखी गई। जिसके दौरान पंडि़त सुशील शास्त्री द्वारा विधि अनुसार कार्य संपन्न करवाया गया।
एसपी ने बताया कि इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक करनाल गंगाराम पुनियां, पुलिस अधीक्षक पानीपत मनीषा चौधरी, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक समालखा-पानीपत पूजा वशिष्ट, एएसपी करनाल सिद्धांत जैन, एएसपी पानीपत कुलदीप सिंह, एएसपी कैथल हिमाद्रि कौशिक, हरियाणा पुलिस हाउसिंग कॉरपोरेशन के एस.सी. के एन भट्ट, एक्सीयन संजीव वर्मा, एसडीओ ईंद्रपाल, डीएसपी पुंडरी कृष्ण कुमार, थाना प्रबंधक ढ़ांड इंस्पेक्टर राजेश कुमार, गांव पवनावा के नबंरदार सह प्रतिनिधी सरपंच रामपाल, आढ़ती ओम प्रकाश तथा पुलिस विभाग के अन्य कर्मचारी-अधिकारी व क्षेत्र के मौजिज व्यक्ति उपस्थित रहे।
एसपी शशांक कुमार सावन ने बताया कि नवनिर्मित दो मंजिला थाने में एसएचओ रुम, ड्यूटी ऑफिसर रुम, महिलाओं व बच्चों के लिए कक्ष, पुरुष व महिलाओं के लिए अलग-अलग लॉकअप, पूछताछ कक्ष, मालखाना, स्टोर, इंट्रव्यू रुम, वायरलैस रुम, एमएचसी रुम, रिटायरिंग रुम, असला कक्ष, रिकार्ड रुम, पुरुष, महिला व दिव्यांगों के लिए अलग-अलग वॉशरुम, मनोरंजन कक्ष तथा किचन रुम सहित सभी सुविधाओं युक्त थाने का निर्माण किया जाएगा। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि नवनिर्माण हेतु थाना परिसर स्थल पर आईजी भारती अरोड़ा द्वारा पौधा रोपण किया गया।