राष्ट्रीय

1300 से अधिक विद्यार्थियों ने नशे से दूर रहने का लिया प्रण और कहा अन्य लोगों को भी जागरूक करेंगे

करनाल। नशा मुक्त भारत अभियान के अंतर्गत एनसीबी हरियाणा के एडीजीपी श्रीकांत जाधव साहब के मार्गदर्शन और नेतृत्व में कुमारी विद्यावती आनंद डीएवी महिला महाविद्यालय में एक दिवसीय नशा मुक्ति जागरूकता के अंतर्गत 43वां जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया. कार्यक्रम महाविद्यालय की प्राचार्य रेणु मेहता की अध्यक्षता में पूर्ण हुआ. प्रयास संस्था से जुड़े भारतीय रेड क्रॉस सचिव कुलबीर सिंह मलिक मुख्यातिथि के रूप में पधारे जबकि सदस्य सुनीता बस्तली ने सहयोग किया. हरियाणा राज्य नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के प्रमुख श्रीकांत जाधव साहब के सन्देश को लेकर उप निरीक्षक डॉ. अशोक कुमार वर्मा महाविद्यालय में मुख्य वक्ता के रूप में पधारे और विद्यार्थियों को नशे से दूर रहने के लिए विस्तारपूर्वक जागरूक किया. विद्यार्थियों एवं शिक्षकों को नशे के प्रारम्भ से लेकर इसके अंतिम दुष्प्रभाव से अवगत कराते हुए कहा कि जागरूकता के आभाव में युवा नशे की और अग्रसर हो रहे हैं जो एक चिंतन का विषय है. उन्होंने कहा कि युवाओं को जागरूकता के माध्यम से इस बुराई से दूर रहने के लिए प्रेरित किया जा रहा है. डॉ. अशोक कुमार वर्मा ने विभिन्न उदाहरणों के माध्यम से विद्यार्थियों को नशे से दूर रहने के लिए जागरूक करते हुए कहा कि नशे के सेवन करने वाले व्यक्ति के आचार विचार में बहुत अधिक भिन्नता आ जाती है. ऐसा व्यक्ति एकांत में रहना पसंद करता है और अधिक सोता है. मुख्यातिथि के रूप में पधारे कुलबीर सिंह मलिक ने अपने सम्बोधन में विद्यार्थियों को आईडीयू के बारे जागरूक करते हुए कहा कि आज कल ड्रग्स के सेवन के कारण एचआईवी का संकट बहुत अधिक बढ़ गया है और इसके पश्चात ऐसे व्यक्ति का जीवन 2 वर्ष रह जाता है. अंत में सभी ने नशा न करने का वचन दिया और विभाग द्वारा जारी टोल फ्री नंबर 9050890508 पर गुप्त सुचना देने का भी आश्वासन दिया. कार्यक्रम के अंत में छात्राओं ने रेलवे सड़क पर पैदल जागरूकता याता निकाली. वे अपने हाथों में नारे लिखी तख्तियां भी लिए हुए थी जिस पर लिखा था नशा एक बुराई है जीवन की सच्चाई है आदि. इस अवसर पर डॉ. सुनीत भंडारी, डॉ. संगीता, डॉ. अनुराधा, डॉ. दीप्ति शर्मा आदि उपस्थित रहे.

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