नशा मुक्त भारत अभियान के अंतर्गत 47वां जागरूकता कार्यक्रम आयोजित
करनाल। हरियाणा राज्य स्वापक नियंत्रण ब्यूरो प्रमुख एवं अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक श्री श्रीकांत जाधव साहब के दिशा-निर्देशों से राजकीय आदर्श संस्कृति वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय ब्याना में 47वीं एक दिवसीय नशा मुक्ति जागरूकता कार्यशाला आयोजित की गई। कार्यक्रम में प्रयास के सक्रिय सदस्य एवं भारतीय रैड क्रास सोसायटी के सचिव कुलबीर सिंह मलिक मुख्य अतिथि के रूप में पधारे हुए थे जबकि विद्यालय के प्राचार्य बलवान सिंह की अध्यक्षता में यह कार्यक्रम संपन्न हुआ. हरियाणा राज्य स्वापक नियंत्रण ब्यूरो के जागरूकता अभियान और पुनर्वास प्रभारी उप निरीक्षक डॉ. अशोक कुमार वर्मा मुख्य वक्ता के रूप में पधारे हुए थे। मंच का संचालन हिंदी प्राध्यापक अरुण कैहरबा ने किया. प्राचार्य बलवान सिंह ने सभी अतिथियों, गणमान्य लोगों का स्वागत किया. मुख्य रूप से पधारे प्रयास के सक्रीय सदस्य कुलबीर सिंह मलिक ने कहा कि नशे को जड़ से समाप्त करने के लिए एडीजीपी श्रीकांत जाधव साहब के नेतृत्व में प्रत्येक व्यक्ति को एकजुट होकर कार्य करने की आवश्यकता है. ब्यूरो उप निरीक्षक एवं प्रभारी ने कहा कि नशे का व्यापार करने वालों को चेतावनी है कि या तो वे यह कार्य करना छोड़ दें अन्यथा जिस दिन वे ब्यूरो की पकड़ में आ गए तो कठोरतम कानूनी प्रक्रिया अपनाई जाएगी. सम्बोधन के पश्चात सभी उपस्थित गणमान्य और विद्यार्थियों ने हाथ उठाकर जीवन में नशा न करने का वचन दिया और ब्यूरो को हेल्पलाइन नंबर 9050891508 नशे का व्यापार करने की सुचना देने का वचन भी दिया. अंत में अतिथियों, गणमान्य लोगों, शिक्षकों और विद्यार्थियों एवं पुलिस कर्मचारियों ने ब्यूरो के जागरूकता अभियान एवं पुनर्वास के प्रभारी उप निरीक्षक डॉ. अशोक कुमार वर्मा के नेतृत्व में पुरे क्षेत्र में पैदल जागरूकता यात्रा निकालकर लोगों को नशे से दूर रहने के लिए जागरूक किया. वे सभी बोल रहे थे- नशा मुक्त हरियाणा जहाँ दूध दही का खाना. हम सबकी एक ही मांग बंद करो भुक्की और भांग. हम सभी ने ठाना है भारत को नशा मुक्त कराना है एवं अपराधियों को सलाखों के पीछे पहुंचाना है. पोस्ट भांग अफीम की लत करती है समाज से कट. जो खाते हैं नशे की गोलियां वे सहते हैं जग की बोलियां. पोस्ट भांग अफीम का नशा करता है जीवन की दुर्दशा आदि. साथ ही विद्यालय के 200 मीटर के क्षेत्र में दुकानदारों को तम्बाकू उत्पाद न बेचने का निर्देश दिया और औषधि विक्रेताओं को कहा कि वे कोई भी नशीली औषधि न रखेंगे और न बेचेंगे तथा साथ ही टीके भी नहीं रखेंगे. इस अवसर पर मनोचिकित्सक नईम खान, सुनील कुमारी, सुदर्शन लाल, नरेश मीट, संजीव कुमार, अंकित कम्बोज, गौरव कम्बोज, सतीश कम्बोज आदि उपस्थित रहे।