अपर्याप्त नींद और नींद संबंधी डिस्ऑर्डर कई अन्य बीमारियों का कारण बन सकते है
ग्रेटर नोएडा: रिवर्सल/ रिहैब सुविधाओं से लैस स्लीप डिस्ऑर्डर के इलाज के लिए अपनी तरह के विशेष स्वास्थ्य केंद्र ऑक्सी स्लीप मैक्सकेयर का उद्घाटन किया गया। आधुनिक विज्ञान का संपूर्ण विज्ञान के साथ तालमेल बिठाते हुए इस एकीकृत स्वास्थ्य सेवा केंद्र पर शरीर और मस्तिष्क को तनावमुक्त और दोषमुक्त करने की सुविधा होगी। ग्रेटर नोएडा में खुला यह अत्याधुनिक स्वास्थ्य केंद्र खर्राटा, अनिद्रा, सांस, डायबिटीज तथा मोटापा संबंधी डिसआॅर्डर से पीड़ित बहुत सारे मरीजों को लाभ पहुंचाएगा।
इस सच्चाई को जानना जरूरी है कि अपर्याप्त नींद और नींद संबंधी डिसआॅर्डर कई अन्य बीमारियों का कारण बन सकते हैं और डायबिटीज, हाइपरटेंशन, कार्डियोवैस्कुलर रोगों और स्ट्रोक जैसे खतरों से जुड़े हैं। नींद संबंधी डिसआॅर्डर के 100 प्रकार का पता चल पाया है जिनमें खर्राटा लेना/ स्लीप एप्निया सबसे बड़े लक्षण के तौर पर देखे गए हैं और लगभग 82 फीसदी मामलों में ये लक्षण पाए जाते हैं। नींद में सांस की तकलीफ की समस्या दिन में नींद जैसी स्थिति, सुबह सिरदर्द, हाइपरटेंशन और स्ट्रोक का खतरा, कोरोनरी आर्टरी रोग तथा कॉग्नेटिव हार्ट फेल्योर का कारण बनती है।
आॅक्सीस्लीप मैक्सकेयर में स्लीप सेंटर, पल्मोनरी रिहैब तथा हॉलिस्टिक केयर नामक तीन अलग—अलग विभाग हैं।
इस सेंटर का उद्घाटन यशोदा हॉस्पिटल के एमडी डॉ. आरके मणि ने बतौर मुख्य अतिथि किया। इस मौके पर डॉ. राजकुमार (निदेशक वीपीसीआई), डॉ. केके पांडेय (सीनियर कंसल्टेंट पल्मोनोलॉजिस्ट यशोदा हॉस्पिटल) तथा डॉ. अरुण लखनपाल (सीनियर कंसल्टेंट पल्मोनोलॉजिस्ट) जैसी हस्तियां अतिथि के तौर पर मौजूद थीं। इसके अलावा प्रो. जेपी गुप्ता, डॉ. एलएम पराशर, डॉ. मयंक उप्पल, डॉ. रामचंद्रन, डॉ. पीआर गुप्ता तथा कर्नल डॉ. अशोक भी उपस्थिति थे।
आॅक्सीस्लीप मैक्सकेयर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ख्यातिप्राप्त ट्रांसफॉर्मेशन मोटिवेटर राज के सुखवानी की दिमागी उपज है जिन्हें इस उद्योग में स्लीप ग्रांडमास्टर के रूप में भी लोकप्रियता हासिल है। वह और उनकी टीम 29 साल से इस अवधारणा को साकार करने के लिए नींद की सेहत सुधारने की दिशा में अग्रणी रही है और देश के कई प्रतिष्ठित सरकारी तथा निजी अस्पतालों तथा उद्योगों में स्लीप लैब स्थापित करने वाली पहली टीम बनी है।
आॅक्सीस्लीप मैक्सकेयर के सलाहकार बोर्ड के सदस्य तथा इसके सीईओ और संस्थापक राज के सुखवानी ने कहा, ‘मरीजों को व्यक्तिगत स्पर्श के साथ बेहतर सेवा देने के 29 वर्षों के सफर का मूल यही है कि नींद संबंधी डिसआॅर्डर किसी एक वजह से नहीं बल्कि कई अन्य गड़बड़ियों के कारण भी होता है। इसका एकीकृत इलाज मस्तिष्क, शरीर और आत्मा को एक साथ जोड़ते हुए और इन सभी को सक्रिय बनाते हुए इस बीमारी पर विराम लगाने में मदद करता है। इससे संपूर्ण सेहत में सुधार आता है और मरीज की मानसिक सेहत दुरुस्त होती है जिसके तहत शारीरिक गतिविधियां सुचारु करने, सकारात्मक विचार लाने, लाइफस्टाइल सुधार लाने तथा संतुलित भोजन और नियमित व्यायाम करने के लिए कहा जाता है। इससे यह रोग न सिर्फ स्वत: कम होने लगता है बल्कि आधुनिक चिकित्सा की प्रभावशीलता से भी मरीज में व्यापक सुधार लाया जाता है और मरीज कम दवाइयों से भी बेहतर महसूस करने लगता है।’
आॅक्सीस्लीप मैक्सकेयर में एमपीटी—कार्डियोपल्मोनरी, रिहैब विशेषज्ञ डॉ. दीपाली नरूला ने कहा, ‘सीओपीडी, अस्थमा क्रोनिक रेस्पायरेटरी रोग और कोविड मामलों के लिए पल्मोनरी रिहैबिलिटेशन (पर्सपेक्टिव इंडिविजुअलाइज्ड एक्सरसाइज प्रोग्राम) वैज्ञानिक तौर पर सिद्ध व्यायाम प्रक्रिया के जरिये मरीज के फेफड़े की क्षमता में सुधार लाने के मकसद से शुरू किया जाता है जिसमें सांस को सुचारु करने वाला व्यायाम, फेफड़े को विस्तार देने वाला व्यायाम, सांस की तकलीफ दूर करने का प्रबंधन, एयरवे क्लियरेंस, सेल्फ मैनेजमेंट प्रक्रियाएं शामिल हैं। फिजिकल और आॅनलाइन सेशन के जरिये मरीज का संपूर्ण मूल्यांकन और संपूर्ण निरीक्षण किया जाता है।’