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नरेला मंडी में किसान खाट पंचायत का आयोजन

नई दिल्ली। कृषि बिल के समर्थन में दिल्ली विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी एवं दिल्ली भाजपा किसान मोर्चा अध्यक्ष विनोद सहरावत में नरेला मंडी में आयोजित किसान खाट पंचायत को संबोधित किया और किसानों को कृषि योजनाओं के माध्यम से मिलने वाले लाभ के बारे में जानकारी दी। इस अवसर पर प्रदेश संगठन महामंत्री सिद्धार्थन, जिला अध्यक्ष देवेंद्र सोलंकी, पूर्व विधायक नीलदमन खत्री, योगेंद्र डबास, लक्ष्मण आर्या, मंडल अध्यक्ष अशोक अमरोही, उत्तरी पश्चिमी जिला किसान मोर्चा अध्यक्ष सुमित राणा, सविता खत्री, नरेला मंडल किसान मोर्चा अध्यक्ष पवन खत्री सहित जिले व मंडल के पदाधिकारी एवं बड़ी संख्या में ग्रामीण एवं किसान उपस्थित थे।
नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी ने कहा कि भारत के करोड़ों किसानों की जिंदगी में सकारात्मक बदलाव लाने वाले ऐतिहासिक कृषि विधेयकों के माध्यम से अब किसान स्वतंत्र हैं कि वह अपने उत्पाद एमएसपी पर बेचे या फिर खुले बाजार में बेचे, अपनी उपज की कीमत वह खुद तय करेंगे, उन्हें बिचैलियों के चुंगल में नहीं फंसना पड़ेगा। किसान की जमीन उसके पास ही रहेगी और कोई बिक्री या लीज पर या गिरवी रखने की नौबत नहीं आएगी। कृषि उपकरणों व मशीनरी की व्यवस्था फसल की खरीददारों द्वारा की जाएगी और यह खरीददार किसानों को तकनीकी सलाह भी उपलब्ध कराएंगे और फसल के जोखिम की जिम्मेदारी भी लेंगे।
रामवीर सिंह बिधूड़ी ने कहा कि सत्ता में आने से पहले आम आदमी पार्टी सरकार ने भी किसानों से बहुत वादे किए थे लेकिन सत्ता में आने के बाद उन्होंने किसानों को एजेंडे से ही बाहर कर दिया। पिछले 6 वर्षों में आम आदमी पार्टी सरकार ने वादे के अनुसार किसी भी गांव का लालडोरा नहीं बढ़ाया, जमीन अधिग्रहण करने पर मुआवजा राशि नहीं बढ़ाया, ट्यूबवेल लगाने की अनुमति नहीं दी और किसानों को ही सबसे महंगी बिजली दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार ने वादा किया था किसानों को उसकी फसल पर मोदी सरकार द्वारा तय न्यूनतम समर्थन मूल्य से ज्यादा देंगे, लेकिन उन्होंने नहीं दिया। दिल्ली के किसानों को धोखा देने वाली केजरीवाल सरकार कृषि बिल के पास होने पर देश के किसानों का हितैषी बनने का नाटक करने लगी।
दिल्ली भाजपा किसान मोर्चा अध्यक्ष विनोद सहरावत ने कहा कि भारत में किसानों का बहुत महत्व है किसान को सुबह-सुबह और रात अंधेरे में ही अपने खेत के काम के लिए निकलना पड़ता है और वह दिनभर खेतों में काम करते हैं। फसल उगाना एक बहुत ही मेहनत और थका देने वाला काम हैए लेकिन फिर भी किसान इसे पूरा करते हैं इसी को ध्यान में रखते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में ऐतिहासिक कृषि बिल पास हुआ।

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