हरियाणा

नशा मुक्ति जागरूकता कार्यशाला में एडीजीपी श्रीकांत जाधव ने कहा- 9050891508 पर दें गुप्त सुचना  

यमुनानगर। हम यह सोचते है कि मेरे घर में थोड़ा कोई नशा कर रहा है. दूसरे के घर में कर रहा है मुझे क्या. मेरे पास तो बहुत काम है. जब तक ऐसी सोच रहेगी तब तक सुधार नहीं हो सकता. प्रत्येक व्यक्ति को अपने आप को एक सिपाही समझना है और नशा रुपी राक्षस का सिर कुचलना है. हम सुरक्षित स्थान पर रहते हैं और हमारे देश के सैनिक कठोर परिस्थितियों में देश की सीमाओं की सुरक्षा कर रहे हैं. यदि अपने देश और समाज के लिए थोड़ा सा भी कुछ करें तो यह बहुत बड़ा कार्य हो सकता है. नशे को पूर्ण रूप से समाप्त करने के लिए सभी को मिलकर कार्य करने की आवश्यकता है। केवल एक काम करना है अपने आसपास बिक रहे नशे की सुचना हेल्पलाइन नंबर 9050891508 पर देनी है. चाहे तो व्हाट्सप्प करें अथवा एक फोन. तब देखना कि किस प्रकार यह नशा रुपी अभिशाप जड़ से समाप्त होगा. ये शब्द हरियाणा पुलिस के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी हरियाणा राज्य स्वापक नियंत्रण ब्यूरो प्रमुख एवं अम्बाला मंडल के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक श्री श्रीकांत जाधव ने विद्यार्थियों और विभिन्न सामाजिक संगठनों के समक्ष कहे. वे आज सेठ जय प्रकाश मुकंद लाल तकनीकी संस्थान में नशा मुक्ति जागरूकता कार्यशाला में आयोजित 25वे जागरूकता कार्यक्रम में मुख्यातिथि के रूप में पधारे हुए थे. उनके पधारने पर प्रयास कार्यकारिणी यमुनानगर, विभिन्न सामाजिक संगठनों एवं संस्थान द्वारा पुष्प गुच्छ देकर स्वागत किया गया. जिला पुलिस अधीक्षक कमलदीप गोयल विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे. पुलिस अधीक्षक कमलदीप गोयल ने अपने सम्बोधन में कहा कि वे श्री श्रीकांत जाधव साहब की कार्यशैली से परिचित हैं और वे उनके दिशानिर्देशों और मार्गदर्शन में इस नशे रुपी बुराई को समाप्त करने के लिए भरसक प्रयास करेंगे. उन्होंने बताया कि वे समय समय पर नशा मुक्ति शिविर लगा रहे हैं. इससे पूर्व संस्थान के निदेशक डॉ. संजीव कुमार गर्ग ने अतिथियों का विधिवत स्वागत किया. मंच का संचालन डॉ. अजायब सिंह ने किया। हरियाणा राज्य स्वापक नियंत्रण ब्यूरो में जागरूकता अभियान एवं पुनर्वास प्रभारी उप निरीक्षक डॉ. अशोक कुमार वर्मा ने मुख्यातिथि श्री श्रीकांत जाधव साहब द्वारा किए जा रहे कार्यों और उनकी जीवनी का वर्णन करते हुए कहा कि उनकी मानवतावादी सोच के फलस्वरूप उन्होंने वर्ष 1999 में प्रयास संस्था का गठन किया था और उन्होंने गौ वंश के लिए नारा दिया था कि गौ आवारा नहीं बेसहारा है। उन्होंने जरूरतमंद बच्चों के लिए वर्ष 2017 में रोटी बैंक का गठन किया जो आज हरियाणा के विभिन्न ज़िलों में जरूरतमंदों के उनके निवास तक भोजन उपलब्ध करा रही है. उन्होंने वर्ष 2020 में एनसीबी की कमान संभालते ही हरियाणा को नशा मुक्त करने का बीड़ा उठा लिया था. परिणामस्वरूप प्रतिदिन नशे में संलिप्त अपराधियों को सलाखों के पीछे भेजा जा रहा है. दूसरी और उन्होंने जागरूकता अभियान चलाकर प्रत्येक गाँव, शहर, कस्बे, विद्यालय, महाविद्यालय, विश्वविद्यालय में यह सन्देश दिया है कि नशा एक बुराई है. जीवन की सच्चाई है. हम सभी ने ठाना है भारत को नशा मुक्त बनाना है। इतना ही नहीं उनके मार्गदर्शन और नेतृत्व में एनसीबी और प्रयास संस्था द्वारा 20 से अधिक युवाओं को नशा मुक्ति केंद्र के माध्यम से नशा मुक्त कर दिया है. कार्यक्रम के अंत में सभी ने एक स्वर में हाथ उठाकर प्रतिज्ञा ली कि वे जीवन में नशा नहीं करेंगे और अन्य लोगों को भी नशा न करने के लिए प्रेरित करेंगे. गुप्त सुचना देकर और नशे में पीड़ितों के उपचार के लिए उपरोक्त मोबाइल पर सुचना देंगे. तत्पश्चात मुख्यातिथि श्री श्रीकांत जाधव साहब ने नशा मुक्ति पैदल जागरूकता यात्रा को झंडी दिखाकर रवाना किया. इस अवसर पर संस्थान के महासचिव डॉ. रमेश कुमार, निदेशक डॉ. संजीव कुमार गर्ग, अंकुश सिंगला, निदेशक डॉ. विवेक सिंगला, सर्व जागरूक संगठन, जीने की राह, रोटरी क्लब, डॉ. एससी सैनी, मंजीत सिंह, भगवन दास, जरनैल सिंह, रवि कांत, वेद पाल, डॉ. पायल, संदीप, निर्मल सिंह, प्रयास कार्यकारिणी यमुनानगर से रोशन लाल प्रधान, जतिंद्र सिंह, लालू कुमार, राहुल गुप्ता, अमन कुमार, यजुवेंद्र सिंह अधिवक्ता,शीतल शर्मा सहित 1000 से अधिक छात्र उपस्थित रहे।
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