हरियाणा

183वां नशा मुक्ति जागरूकता कार्यशाला का आयोजन

कुरुक्षेत्र। हरियाणा राज्य स्वापक नियंत्रण ब्यूरो प्रमुख एवं अम्बाला मंडल के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक श्री श्रीकांत जाधव साहब के दिशानिर्देशों एवं मार्गदर्शन में राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय भेरियां में एक दिवसीय 183वां नशा मुक्ति जागरूकता कार्यशाला का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम हरियाणा राज्य स्वपाक ब्यूरो के जागरूकता कार्यक्रम एवं पुनर्वास प्रभारी/उप निरीक्षक डॉ. अशोक कुमार वर्मा के नेतृत्व में आयोजित किया गया। ब्यूरो के जागरूकता कार्यक्रम एवं पुनर्वास प्रभारी डॉ. अशोक कुमार वर्मा ने उपस्थित शिक्षकों एवं विद्यार्थियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि आज गुरु गोबिंद सिंह जी के द्वारा दिखाए मार्ग पर चलने की आवश्यकता है। उनके चार पुत्र धर्म की रक्षा के लिए राष्ट पर न्योच्छावर हो गए। उनका जीवन सदैव हमारे लिए प्रेरणादाई था, है और रहेगा लेकिन क्या उन्होंने ऐसे राष्ट्र के लिए बलिदान दिया था जहाँ की युवा पीढ़ी नशे में लिप्त हो जाए। उन्होंने ऐसा कदापि नहीं सोचा और गुरुबाणी में तो लिखा है पोस्त भंग अफीम मद नशा उतर जाए प्रभात, नाम खुमारी नानका चढ़ा रहे दिन रात। डॉ. अशोक कुमार वर्मा ने कहा कि नशा एक ऐसी बुराई है जो घर में कलेश और दरिद्रता लेकर आई है। कोई भी व्यक्ति नशे को सबसे पहले शौक शौक में लेता है और सोचता है कि उसे इसकी लत नहीं लगेगी लेकिन थोड़े ही समय में वह उसके बिना नहीं रह पाता जिसका मुख्य कारण है कि यह नशा उसके रक्त में समाहित होकर उसके लिए आवश्यक बन जाता है। इसका यह अर्थ नहीं है कि वह नशा छोड़ नहीं सकता। दृढ़ संकल्प और इच्छा शक्ति के द्वारा कोई भी व्यक्ति किसी भी व्यसन का त्याग कर सकता है। उन्होंने कहा कि वर्ष 1985 में भारत सरकार द्वारा पूरे भारतवर्ष के लिए मादक पदार्थ एवं नशीली औषधियों का अधिनियम पारित किया था जो सम्पूर्ण भारत पर लागू होता है। इस अधिनियम के अंतर्गत अफीम, चरस, गांजा, भांग, स्मैक, चिट्टा, हीरोइन, नशे की गोलियां और टीके आदि को कोई भी व्यक्ति अपने पास नहीं रख सकता है, न सेवन कर सकता है, न खेती कर सकता है और न तस्करी कर सकता है। यदि करता है तो उपरोक्त अधिनियम के अंतर्गत कठोर दण्ड के प्रावधान है जिसमे फांसी का दण्ड भी दिया जा सकता है। विभिन्न उदाहरण देकर विद्यार्थियों को नशे की बुराइयों से अवगत करते हुए उन्होंने कहा कि यह नशा भारतीय युवा पीढ़ी को नशे की लत में लगाकर उन्हें नष्ट करने से है और इसके पीछे कुछ विदेशी षडयंत्रकारी शक्तियों का हाथ है। आज प्रत्येक माता पिता अपने बच्चों के भविष्य को लेकर सजग हैं लेकिन उनके बच्चे कब नशे का शिकार हो जाएं यह एक गहन चिंता का विषय है। डॉ. वर्मा ने हरियाणा राज्य स्वापक नियंत्रण ब्यूरो के गठन का आशय का वर्णन करते हुए बताया कि 26 जून 2022 को हरियाणा राज्य स्वापक नियंत्रण ब्यूरो ने हरियाणा राज्य को नशा मुक्त करने के लिए स्टेट एक्शन प्लान बनाकर सरकार को सौंप दिया और यह पुरे हरियाणा पर लागू हो गया है। इस स्टेट एक्शन प्लान के अंतर्गत हॉक सॉफ्टवेयर पर साथी एप्प और प्रयास एप्प को लागू किया गया है। प्रत्येक कक्षा में एक विद्यार्थी को धाकड़ और शिक्षक को सीनियर धाकड़ एवं प्राचार्य को नोडल धाकड़ का नाम दिया गया है जो विद्यार्थियों पर दृष्टि रखेगा कि कोई विद्यार्थी नशा तो नहीं कर रहा है। इसी प्रकार साथी एप्प के अंतर्गत गाँव स्तर विलेज मिशन टीम और वार्ड स्तर पर वार्ड मिशन टीम पुरे क्षेत्र में नशा करने वाले लोगों की पूरी सूचि तैयार करेंगे। उनका नशा छुड़वाने के साथ साथ नशा परोसने वाले लोगों को सलाखों के पीछे भेजा जाएगा। डॉ. अशोक कुमार वर्मा ने विद्यार्थियों और शिक्षकों को 9050891508 हेल्पलाइन नंबर का वर्णन करते हुए कहा कि यह बहुत ही महत्वपूर्ण हेल्पलाइन नंबर है जिस पर गुप्त सूचनाएं देकर हरियाणा को नशा मुक्त किया जा सकता है। कार्यक्रम के अंत में सभी विद्यार्थियों ने शपथ ग्रहण की। इस अवसर पर शिक्षक भूपेंद्र सिंह, गुरमेल कुमार सहित अन्य शिक्षक एवं विद्यार्थी उपस्थित रहे।

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