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दिल्ली में कोरोना के नए केस 500 से नीचे आए

नई दिल्ली। दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येन्द्र जैन ने बताया कि दिल्ली में साढ़े 7 महीनों में पहली बार कोविड के 500 से कम केस आए हैं। वहीं सकारात्मकता दर में भी लगातार गिरावट देखी जा रही है। उन्होंने कहा कि दिल्ली में अब कोरोना का प्रकोप काफी हद तक नियंत्रण में है, लेकिन फिर भी सभी को मास्क पहनना चाहिए और बाकी सावधानियां भी बरतनी चाहिए। टीका लगाने के प्रोटोकॉल के बारे में उन्होंने बताया कि डीजीसीआई (DGCI) ने इसकी स्वीकृति दे दी है। मंत्री ने बताया कि स्वास्थ्य कर्मियों, फ्रंटलाइन वर्कर्स और 50 वर्ष से अधिक उम्र वाले एवं कोमॉरबीडीटी (comorbidity) वाले मरीज़ों को पहले टीका लगाया जाएगा। पहले चरण में 500-600 कोविड वैक्सीन लगाने के लिए केंद्र बनाए जाएंगे, जिनकी संख्या को समय के साथ 1000 तक कर दी जाएगी। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि कोविड मरीज़ों के लिए आरक्षित बेड की संख्या घटाने के बाद भी अभी 10500 से 12000 बेड उपलब्ध हैं। जहां तक कोविड केंद्रों को बंद करने की बात है, दिल्ली सरकार विशेषज्ञों के साथ मिलकर बड़ी सतर्कता और सावधानियों को ध्यान में रखते हुए केंद्रों की संख्या घटा रही है।

दिल्ली में कल 494 नए मामले थे और पॉजिटिविटी दर 0.73% थी।

स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने आज प्रेस वार्ता के दौरान कहा कि साढ़े 7 महीनों के बाद पहली बार कोरोना के नए केस की संख्या 500 से नीचे आई है और पॉजिटिविटी रेट गिरकर 0.73% हो गई है। 17 मई 2020 के बाद यह एक दिन में आए नए मामलों की सबसे कम संख्या है। पॉजिटिविटी रेट गिरकर 0.73% हो गई है, इसका मतलब है कि बीते दिन में हुए 1000 टेस्टों में केवल 7 नए मामले आए। पिछले कुछ दिनों में केसों में कमी आने के बाद भी टेस्टिंग बड़े स्तर पर की जा रही है। दिल्ली में कोविड का प्रकोप काफी हद तक नियंत्रण में है लेकिन फिर भी मैं दिल्ली वासियों से आग्रह करुंगा कि वे मास्क पहनें और सभी सावधानियों का पालन करें। पिछले डेढ़ महीने में दिल्ली वासियों ने निरंतर दिशा निर्देशों का पालन किया है और इसी कारण दिल्ली आज बेहतर स्थिति में हैं।

डीजीसीआई द्वारा वैक्सीन को मिली मंजूरी से जुड़े सवालों का जवाब देते हुए सत्येंद्र जैन ने कहा, “हमें अभी-अभी बताया गया है कि भारत बायोटेक और सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया द्वारा टीकों को मंजूरी मिल गई है। दिल्ली सरकार टीकाकरण की पूरी व्यवस्था कर चुकी है। उन्होंने कहा कि हमारा प्रोटोकॉल होगा कि स्वास्थ्य कर्मियों और फ्रंटलाइन वर्कर्स, 50 वर्ष से अधिक उम्र वाले और को-माँरबीडीटी वाले लोगों को पहले टीका लगाया जाएगा। दिल्ली में तीन लाख स्वास्थ्य कर्मचारी और छह लाख फ्रंटलाइन वर्कर्स हैं। इन 9 लाख लोगों को टीका लगाना हमारी प्राथमिकता होगी।”

स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि दिल्ली सरकार रोल-आउट के लिए पूरी तरह से तैयार है। कल सरकारी अस्पताल, निजी अस्पताल और सरकारी डिस्पेंसरी- इन तीन स्थानों पर बने केंद्रों पर एक ड्राई रन चलाया गया। वैक्सीन के स्टोरेज की भी सारी तैयारियाँ हो गई हैं। पहले चरण में, हम 500-600 वैक्सीन केंद्र बनाएंगे जिसके बाद इन केंद्रों की संख्या बढ़ाकर 1000 तक कर दी जाएगी। ”

दिल्ली में कोविड बेड की संख्या घटाने पर टिप्पणी करते हुए उन्होंने कहा,”पिछले कुछ दिनों में हमने दिल्ली में बेडों की संख्या घटाई है। जिसके तहत दिल्ली सरकार के अस्पतालों में 2500 एवं निजी अस्पतालों में 5000-6000 बेड कम किए गए।  पहले हमारे पास 18,800 बेड उपलब्ध थे, लेकिन संख्या घटाने के बाद भी हमारे पास 10,500-12,000 बेड हैं। हम अगले सप्ताह बेडों की संख्या और घटाएंगे।”

कोविड केंद्रों को बंद करने से जुड़े सवालों का जवाब देते हुए सत्येन्द्र जैन ने यह कहा, “हम स्थिति की बहुत बारीकी से समीक्षा कर रहे हैं और बहुत सतर्कता से काम कर रहे हैं। आप यह कह सकते हैं कि हम काफी सतर्क हैं। जब नए स्ट्रेन की ख़बर आई थी, तो सीएम अरविंद केजरीवाल ने सभी उड़ानों पर प्रतिबंध लगाने का सुझाव दिया था और केंद्र सरकार ने उस सुझाव पर अमल करते हुए इंग्लैंड से आने वाली सभी उड़ानें रद्द कर दी थी। जिसका काफी फायदा हुआ और हम इस नए स्ट्रेन को नियंत्रण करने में सफल हुए। मंत्री ने कहा कि हमारे लिए बेहतर होगा कि हम सुरक्षा के लिए सारी सावधानियां बरतें और जल्दबाजी में कोई फैसला न लें।”

 

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