राष्ट्रीय

कृषि कानूनों के विरोध में किसान ने गेहूं कि फसल पर चलाया ट्रैक्टर

चरखी दादरी। वीऔ- तीन कृषि कानून रद्द नहीं करने पर लंबे समय से किसान आंदोलनरत हैं। जो लगातार दिल्ली सहित जिले में बने टोल प्लाजा पर धरना दे रहे हैं। इससे भी सरकार नहीं मानी तो किसान नेता राकेश टिकैत ने एक सभा में ऐलान किया था कि जब तक तीनों कृषि कानून रद्द नहीं हो जाते जब तक धरना जारी रहेगा। इस दौरान कोई किसान फसल काटने भी नहीं जाएगा चाहे उसे अपनी फसल ट्रैक्टर चलाकर नष्ट ही क्यो न करनी पड़े। अब तक प्रदेश के कई जिलों में किसानों ने अपनी फसले बर्बाद कर दी हैं जिसकी आंच दादरी जिले में भी पहुंच गई है। बुधवार को गांव चरखी निवासी किसान ने अपनी चार एकड़ जमीन में लगी गेहूं की फसल पर ट्रैक्टर चलाकर नष्ट कर दिया।
गांव चरखी के किसान ओमप्रकाश ने बताया कि उसके पास 5 एकड़ जमीन है और उनमें गेहूं की फसल लगाई हुई थी। यह फसल अब पकाई पर पहुंच चुकी है। ऐसे मंे ओमप्रकाश ने कहा कि वह धरने पर जाए या फिर अपनी फसल काटे। इसलिए बुधवार को चार एकड़ में लगी गेहूं की फसल पर उसने ट्रैक्टर चलाकर नष्ट कर दिया। ओमप्रकाश ने बताया कि उसने सिर्फ एक एकड़ फसल ही बचाई है जिससे उसके घर पर ही खाने के काम लिया जा सके।
चरखी निवासी किसान ओमप्रकाश ने कहा कि अब हम अपनी फसलों को तो बर्बाद करेंगे ही। मगर अब दूध भी महंगा करेंगे। जो अब तक 50 रूपये लीटर बेचा जाता है वह शहर में 100 रूपये लीटर बेचा जाएगा। अगर जरूरत पड़ी तो दूध की बिक्री ही बंद कर दी जाएगी।
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