हरियाणा

ज़िले में 27वां नशा मुक्ति जागरूकता कार्यक्रम में विद्यार्थियों को नशे के दुष्प्रभावों से किया परिचित

यमुनानगर। एनसीबी हरियाणा और प्रयास संस्था द्वारा रादौर स्थित ग्लोबल रिसर्च इंस्टिट्यूट   में एक दिवसीय 27वां नशा मुक्ति जागरूकता कार्यशाला का आयोजन कर विद्यार्थियों को विस्तारपूर्वक नशे के दुष्प्रभावों से परिचित करा नशे से दूर रहने के लिए जागरूक किया गया. एनसीबी, प्रयास और अम्बाला मंडल के प्रमुख अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक श्रीकांत जाधव साहब के दिशानिर्देशों से प्रयास संस्था यमुनानगर द्वारा यह कार्यक्रम आयोजित किया गया. एनसीबी के जागरूकता कार्यक्रम एवं पुनर्वास प्रभारी एवं उप निरीक्षक डॉ. अशोक कुमार वर्मा इस कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में पहुंचे हुए थे. प्रयास यमुनानगर कार्यकारिणी संयोजक आर्य रत्न डॉ. सौरभ आर्य की अध्यक्षता में प्रयास यमुनानगर के प्रधान रोशन लाल सैनी, सतीश सोनी, विजय कम्बोज, सचिव लालू कुमार, राहुल गुप्ता, त्रिलोचन सिंह ने कार्यक्रम के संचालन में विशेष भूमिका निभाते हुए कार्यक्रम का संचालन किया. इंस्टिट्यूट के समूह निदेशक डॉ. आर एस शर्मा, प्रचार्य डॉ. पूजा अरोड़ा, निदेशक डॉ. लक्ष्य अग्रवाल, रजिस्ट्रार महेश वर्मा, मीडिया प्रभारी संजय पुंडीर सहित छात्र छात्राओं ने कार्यशाला में भाग लिया. कार्यक्रम संयोजक आर्य रत्न डॉ. सौरभ आर्य ने विद्यार्थियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि नशा मुक्त समाज के निर्माण में सभी को एक साथ मिलकर कार्य करने की आवश्यकता है. सचिव लालू कुमार ने भी विद्यार्थियों को सम्बोधित किया और कहा कि वे अपने माता पिता के त्याग को ना भूलें. मुख्या वक्ता के रूप में पधारे ब्यूरो के जागरूकता कार्यक्रम एवं पुनर्वास प्रभारी एवं उप निरीक्षक डॉ. अशोक कुमार वर्मा ने अपने सम्बोधन में कहा कि प्रत्येक व्यक्ति स्वयं को भारत माता का सैनिक समझे. जिस प्रकार भारत को स्वतंत्र कराने के लिए क्रांतिकारियों ने बिना किसी सैनिक प्रशिक्षण और वर्दी के अंग्रेजों को भारत से बाहर का रास्ता दिखाया था उसी प्रकार आज भारत में ड्रग्स के नशे रुपी राक्षस का वध करने के लिए सभी को एक साथ खड़ा होना होगा. उन्होंने बताया कि प्रयास संस्था के गठन के पीछे भी एक कहानी है जो एडीजीपी श्रीकांत जाधव साहब के जीवन में घटित हुई थी और फलस्वरूप वर्ष 1999 में फतेहाबाद ज़िले से प्रयास अस्तित्व में आई. और हरियाणा में नशे के बढ़ रहे प्रभाव को देखते हुए हरियाणा सरकार द्वारा एनसीबी हरियाणा का गठन वर्ष 2020 में किया गया है. इन दोनों के गठन का उद्देश्य हरियाणा राज्य को नशा मुक्त करना है. भारत के एक सर्वेक्षण के अनुसार हरियाणा के 10 ज़िले ड्रग्स की चपेट में हैं. उन्होंने ब्यूरो द्वारा जारी हेल्पलाइन नंबर 9050891508 का विस्तारपूर्वक वर्णन करते हुए कहा कि इस पर कोई भी व्यक्ति ड्रग्स के व्यापार, सेवन आदि कि गुप्त सुचना दे सकता है. नशा छोड़ने वाले व्यक्ति भी इस नंबर पर सम्पर्क कर नशा मुक्त हो सकते हैं. पिछले 4 माह में प्रयास और ब्यूरो द्वारा 36 युवाओं का कुरुक्षेत्र के नशा मुक्ति केंद्र में निशुल्क उपचार कराया था जो अब ठीक हो चुके हैं। उन्होंने बताया कि सोशल नेटवर्क पर प्रयास और एनसीबी हरियाणा की वेबसाइट हैं जिन पर जाकर कोई भी व्यक्ति इ प्लेज प्रमाण पत्र प्राप्त कर सकता है जिसका उद्देश्य लोगों को नशे से दूर रहने का सन्देश है. कार्यक्रम के अंत में सभी के हाथ उठवाकर एक शपथ दिलवाई गयी कि वे जीवन में किसी भी प्रकार का नशा नहीं करेंगे. कार्यक्रम के अंत में इंस्टिट्यूट के समूह निदेशक डॉ. आर एस शर्मा ने प्रयास यमुनानगर और एनसीबी का धन्यवाद करते हुए कहा कि वे इस कार्य में भरपूर सहयोग करेंगे।

Translate »