हरियाणा

केवल निर्धन और अनपढ़ ही नशा नहीं करते अपितु शिक्षित लोग भी कर रहे हैं नशा : डॉ. अशोक

कुरुक्षेत्र। द्रोणाचार्य डिग्री कॉलेज में हरियाणा राज्य नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो एवं प्रयास संस्था के सहयोग से एक दिवसीय 107वां नशा मुक्ति जागरूकता कार्यशाला का आयोजन किया गया। महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. अरुण कुमार पुनयानी की अध्यक्षता में यह कार्यक्रम आयोजित किया गया. आज के इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में हरियाणा राज्य नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो में जागरूकता कार्यक्रम एवं पुनर्वास प्रभारी के रूप में कार्यरत डॉक्टर अशोक कुमार वर्मा (राष्ट्रपति पुलिस पदक विजेता) पधारे हुए थे. उन्होंने विद्यार्थियों एवं शिक्षकों को सम्बोधित करते हुए कहा कि नशा शरीर के लिए सबसे घातक बीमारी है जो व्यक्ति को शारीरिक मानसिक और आर्थिक रुप से कमजोर कर देती है। केवल गरीब और अनपढ़ लोग ही नशे के शिकार नहीं हैं बल्कि बहुत से पढ़े लिखे और अमीर व्यक्ति भी भिन्न-भिन्न प्रकार के नशे करते हैं आजकल के युवा शुरुआत में स्टाइल मारने के लिए नशा करते हैं लेकिन बाद में धीरे-धीरे नशा उनके लिए लत बन जाती है जिसको छोड़ पाना मुश्किल होता है।  डॉक्टर अशोक वर्मा ने बच्चों को नशे के दुष्प्रभावों के प्रति जागरूक करते हुए आगे कहा कि आज देश का युवा वर्ग जो कि हमारे देश का भविष्य है वही सबसे ज्यादा नशे में डूबा हुआ है ।नशे के कारण न जाने कितने घर बर्बाद हो  गए हैं लेकिन प्रतिदिन नशा करने वालों की संख्या बढ़ती जा रही है अमीर हो या गरीब हर वर्ग के लोग नशे में डूबे हुए हैं। किया और सभी बच्चों को शपथ दिलाई कि जीवन में कभी नशा नहीं करेंगे बल्कि आसपास के लोगों को भी नशे से होने वाले दुष्प्रभाव के प्रति जागरूक करेंगे और यदि आस पास किसी ऐसे व्यक्ति को पाएं जो नशे में लिप्त हैं उसकी सूचना गुप्त रूप से हरियाणा राज्य नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के टोल फ्री नम्बर 9050891508 पर सूचना दें।। कॉलेज प्राचार्य डॉ  अरूण पुनियानी ने डॉ. अशोक वर्मा का धन्यवाद किया और कहा कि नशा नाश का द्वार है, यह कहावत वास्तविकता दर्शाती है जो व्यक्ति नशा करता है वह धीरे-धीरे अपने आप को पतन की ओर ले जाता है और उसके शरीर में कैंसर जैसी भयंकर बीमारियां अपना घर बना लेती है जो आगे चलकर उसका और उसके परिवार का सर्वनाश कर देते हैं। इस कार्यक्रम का संचालन आर्ट संकाय की विभाग अध्यक्ष डॉ इंदु चौहान ने किया. कार्यक्रम के अंत में एनसीबी द्वारा डॉ. अरुण कुमार को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया. इस अवसर पर कॉलेज का सभी टीचिंग और नॉन टीचिंग स्टाफ मौजूद रहा।

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