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डीडीए मार्केटों में उड़ रही मॉनिटरिंग कमेटी के निर्देशों की धज्जियां

नई दिल्ली। दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) की मार्केटों में बदहाली का आलम ऐसा हो गया है कि मॉनिटरिंग कमेटी के नियमों तक का यहां खुला उल्लंघन हो रहा है। प्रदूषण फैलाने वाली आटोमोबाइल वर्कशॉप भी धड़ल्ले से चल रही हैं और हुक्का बार एवं शराब के ठेके भी। बहुत से रेस्तरांओं में लाइसेंस न होने पर भी शराब परोसी जा रही है। परेशान होकर डीडीए मार्केट्स ज्वाइंट एक्शन कमेटी ने कार्रवाई के लिए डीडीए उपाध्यक्ष को पत्र लिखा है और साथ में हकीकत बयां करती कुछ फोटो भी भेजी हैं।
इस शिकायती पत्र में लिखा गया है कि अधिकारियों की अनदेखी के कारण बहुत सी डीडीए मार्केट असामाजिक तत्वों का अडडा तक बन गई हैं। वरिष्ठ कार्यकारिणी सदस्य एसएस भाटिया का कहना है कि रिहायशी इलाकों में बनी मार्केटों में आटोमोबाइल मैकेनिक, डेंटर-पेंटर के काम प्रतिबंधित हैं। इसी तरह चूंकि इन मार्केटों में बच्चों और महिलाओं का भी आवागमन रहता है, इसलिए खुले में ही हुक्का बार एवं शराब के ठेके भी उचित नहीं हैं। बहुत सी जगह तो असामाजिक तत्व जुआ खेलते तक नजर आ जाते हैं।
कार्यकारिणी सदस्य और कॉमर्शियल कॉम्प्लेक्स रोड नं.-44 पीतमपुरा एसोसिएशन के अध्यक्ष सोम प्रकाश रिहिल ने बताया कि रानी बाग के पास स्थित डीडीए मार्केट में तो इतनी बुरी स्थिति हो गई है कि यहां कोई सफाई कर्मी तक नहीं आता। पार्किंग माफिया ने रही. सही कसर पूरी कर दी है। लगता ही नहीं कि यह डीडीए द्वारा बसाई गई एक नियोजित मार्केट है। रिहिल ने यह भी बताया कि मार्केट की बदहाली को लेकर उत्तरी दिल्ली नगर निगम की आयुक्त, उपायुक्त, क्षेत्रीय पार्षद, विधायक और यहां तक कि सांसद को भी शिकायत की जा चुकी है, लेकिन पुलिस की मिलीभगत से कार्रवाई के नाम पर कुछ नहीं होता। उन्होंने बताया कि अब एसोसिएशन की ओर से डीडीए उपाध्यक्ष से इस दिशा में कोई पुख्ता व्यवस्था करने का अनुरोध किया गया है। अगर वहां भी सुनवाई नहीं हुई तो इन मार्केटों के दुकानदार आर पार की लड़ाई को बाध्य होंगे।

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