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भारत रत्न डा- भीमराव अम्बेडकर के 131वीं जन्म जयंती पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने पुष्पाजंलि अर्पित की

नई दिल्ली। दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष चौ0 अनिल कुमार ने संविधान निर्माता, भारत रत्न बाबा साहेब डा0 भीमराव अम्बेडकर की 131वीं जन्म जयंती पर प्रदेश कांग्रेस कार्यालय राजीव भवन में उन्हें पुष्पाजंलि अर्पित की गई। डा0 अम्बेडर के विचारों और नीतियों दलित विरोधी काम कर रहीं केन्द्र और दिल्ली सरकार के कार्यशैली और संविधान के अंतर्गत दलितों को मिलने वाली सुविधाओं को नजअंदाज करने पर कुछ प्रश्नों के साथ प्रदेश कांग्रेस कार्यालय राजीव भवन में संवाददाता सम्मेलन भी आयोजित किया गया।

संवाददाता सम्मेलन में प्रदेश अध्यक्ष चौ0 अनिल कुमार, पूर्व केन्द्रीय मंत्री श्रीमती कृष्णा तीरथ, पूर्व सांसद डा0 उदित राज, कम्युनिकेशन विभाग के चैयरमेन व पूर्व विधायक अनिल भारद्वाज, पूर्व विधायक वीर सिंह धींगान, एस.पी. सिंह और प्रदेश कांग्रेस एस.सी. विभाग के पूर्व अध्यक्ष शिवराम सिंह भी मौजूद थे जिन्होंने इससे पूर्व डा0 अम्बेडकर की तस्वीर पर पुष्पाजंलि अर्पित की। पुष्पाजंलि अर्पित करने वालां में पूर्व सांसद श्री जगदीश टाईटलर, रमेश कुमार, डा0 नरेश कुमार, परवेज आलम, प्रदेश महिला अध्यक्ष अमृता धवन, निगम पार्षद सुशीला खोरवाल, जिला अध्यक्ष मदन खोरवाल, दिनेश कुमार एडवोकेट, राजेश चौहान, धर्मपाल चंदेला, सतबीर शर्मा, पूर्व पार्षद ईश्वर बागड़ी सहित बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता मौजूद थे।

चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि डा0 अम्बेडकर हमेशा कहते थे कि शिक्षित बनो, संगठित रहो, परंतु भाजपा की केन्द्र सरकार द्वारा निरंतर दलितों के हितों का दरकिनार करने और संविधान में बदलाव करने की नीति से यह लगभग तय कि भाजपा शासन में संविधान और लोकतंत्र दोनो खतरे में है, दलितों के खिलाफ उसी नीति पर केजरीवाल चल रहे हैं। प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि पूर्व में मौजूदा सरकार के इन्हीं लोगों ने दलित वर्ग के लिए विशेष योजना बनाने की उम्मीद जगाई थी, जो सत्ता में आने के बाद दलित के अधिकारों का हनन करके उन पर अत्याचार कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि मोदी और केजरीवाल सरकार दलित विरोधी चेहरा इस घटना से उजागर होता है कि तुगलकाबाद में रविदास मंदिर दोनो सरकारों ने साजिश करके गिरा दिया और ढाई वर्ष बाद जब सुप्रीम कोर्ट ने मंदिर को बनाने के आदेश दे दिए तो केन्द्र और दिल्ली सरकार दोनो में कोई भी रविदास मंदिर बनाने की शुरुआत नही कर रहें है जबकि केजरीवाल ने पंजाब में लोगों यह कहकर गुमराह किया हमने दिल्ली में रविदास मंदिर बनाया है।

चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि मुख्यमंत्री केजरीवाल डा0 अम्बेडकर के नाम पर स्कूल का नाम रखकर बाबा साहेब से जोड़कर राजनीति करके लोगों को गुमराह कर रहे हैं, जबकि सच्चाई यह है कि बाबा साहेब स्कलों और शिक्षा से कभी भी अछूते नही रहे, स्कूल को बाबा साहेब के नाम से जोड़कर केजरीवाल पूरे एक समुदाय को भ्रमित कर रहे हैं। प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि प्रदेश कांग्रेस केजरीवाल सरकार से लगातार एस.सी./एस.टी. आयोग बनाने मांग की और डा0 अम्बेडकर के जन्मदिवस पर केजरीवाल से उम्मीद थी कि वे आयोग की घोषणा करेंगे परंतु दलित विरोधी केजरीवाल ने ऐसी कोई घोषणा नही की, जबकि दिल्ली में कांग्रेस की शीला सरकार ने 2006 में सफाई कर्मचारी आयोग का गठन किया था।

चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि केजरीवाल ने सत्ता में आने से पूर्व सफाई कर्मचारियों, अनुबंधित कर्मचारियों को पक्का करके ठेकेदारी प्रथा खत्म करने की बात कही थी परंतु 8 वर्ष के शासन के बाद भी लगभग 65,000 अनुबंधित कर्मचारी काम कर रहे है जिनमें आंगनबाडी, आशा वर्कर्स, गेस्ट टीचर, वोकेशनल टीचर, डाक्टर, नर्से, सफाई कर्मचारी सरकारी विभागों में कार्यरत है।

पूर्व सांसद डा0 उदित राज ने कहा कि संविधान रचियता डा0 अम्बेडकर के नाम पर दलितों को गुमराह करने वाले अरविन्द केजरीवाल ने 2008 में आरक्षण के विरोध में एक संस्था का गठन किया था और 2013 में राजनीति की शुरुआत झाडू पकड़ कर दलितों की भावनाओं से पिछले 8 वर्षों से खेलकर पूरे दलित समुदाय को धोखा दे रहे है। उन्होंने कहा कि डा0 अम्बेडकर पर फिल्म दिखाकर राजनीति करने वाले केजरीवाल ने दिल्ली और पंजाब के 8 राज्यसभा सांसदों में एक भी दलित क्यों नही बनाया है। उन्होंने कहा कि दलितों, आदिवासियों के हितों की रक्षा और विकास के लिए कांग्रेस की सरकार द्वारा स्पेशल कंपोनेंट प्लान बनाया जिसको भाजपा की मोदी सरकार ने 2015-16 में निष्क्रिय कर दिया है। स्पेशल कंपोनेंट प्लान के तहत दलित वर्ग के व्यक्ति,परिवार या बस्ती के उत्थान के लिए बजट का प्रावधान था, जिसे संविधान में डा0 अम्बेडर ने विशेष महत्व दिया था। उन्होंने कहा कि केन्द्र में मोदी सरकार और दिल्ली में केजरीवाल सरकार लगातार दलितों के अधिकारों को खत्म करके उनका हनन कर रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा और आम आदमी पार्टी आरक्षण और दलित विरोधी है और डा0 अम्बेडर के सिद्धांतों को मिट्टी में मिलाने का काम कर रहे है क्योंकि भाजपा के संविधान के पन्नों धीरे-धीरे फाड़ रहे है और 2025 में आर.एस.एस. की विचारधारा का नया संविधान बनाने की बात भाजपा कर रही है।

पूर्व सांसद श्रीमती कृष्णा तीरथ ने कहा कि बाबा साहेब ने दलितों को शिक्षित बनने के लिए प्रयास किए आज केन्द्र और दिल्ली में मौजूदा सरकारें उनके प्रयासों को विफल बनाकर दलितों को कुचलने की नीति बना रही हैं। उन्हांने कहा कि कांग्रेस की सरकार के समय दलित छात्रों को मुफ्त उच्च शिक्षा की सुविधा मिलती थी, एस.सी/एसटी छात्रों के लिए सरकार में विदेशों में मुफ्त शिक्षा दिलाने के भी प्रावधान थे, परंतु मोदी सरकार और केजरीवाल सरकार के समय में दलित छात्रों के लिए सभी सुविधाऐं बंद कर दी गई है जबकि मोदी केजरीवाल स्टार्ट-अप और एक्सीलेंस की बड़ी-बड़ी घोषणाऐं करते हैं। उन्होंने कहा कि डा0 अम्बेडकर नारी के जीवन दाता है क्योंकि उन्होंने  संविधान के तहत महिलाओं को बराबरी का दर्जा दिया, वोट देने का अधिकार दिया, आगे बढ़ने का मौका दिया, दलित वर्गों की महिलाओं को आगे पढ़ने का अधिकार दिया। उन्होंने कहा कि दिल्ली की अरविन्द केजरीवाल सरकार ने शिक्षा परिणामों में सुधार लाने के लिए लगभग 5 लाख छात्रों को स्कूल से बाहर निकालकर उनका भविष्य खराब कर दिया।

श्रीमती कृष्णा तीरथ ने कहा कि भाजपा और आम आदमी पार्टी दलित और सफाई कर्मचारी विरोधी है। सफाई कर्मचारी को समय पर वेतन नही मिलने के कारण उन्हें बार-बार हड़ताल पर जाना पड़ता जबकि उच्च न्यायालय ने भी चिंता जताई है कि दिल्ली सरकार यह सुनिश्चित करें कि सफाई कर्मचारियों को समय वेतन दिया जाए।

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